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'नीतीश के दुलारे बड़े भ्रष्ट अधिकारी JDU को देते हैं फंड, छोटे कर्मचारियों को दिया जा रहा दंड'

पटना में जलजमाव को लेकर हुई कार्रवाई पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है. तेजस्वी का कहना है कि सरकार छोटे-छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई क्यों कर रही है. शो कॉज पर नीतीश कुमार जवाब दें.

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Published : Oct 15, 2019, 7:00 PM IST

Updated : Oct 15, 2019, 11:41 PM IST

तेजस्वी का ट्वीट

पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि आदरणीय नीतीश कुमार जी आंखों में धूल झोंकने के माहिर खिलाड़ी हैं. हर छोटी मोटी उपलब्धि का श्रेय खुद हड़पते हैं और विकराल नाकामियों का ठीकरा छोटे-छोटे किराना कर्मचारियों पर फोड़ते हैं.

तेजस्वी ने ये प्रतिक्रिया सोमवार को सीएम की बैठक के बाद जलजमाव को लेकर हुई कार्रवाई को लेकर दी. उन्होंने कहा कि पटना के जल जमाव का ठीकरा अभियंताओं के मत्थे फोड़ दिया गया है. जैसे इतने बड़े स्तर पर कुप्रबंधन का सारा दोष इन 6 कर्मचारियों की बदौलत ही हुआ हो! कल तक तो मुख्यमंत्री जल जमाव का दोष हथिया नक्षत्र, तारों, ग्रहों, प्रकृति, विपक्ष और न जाने किस-किस को दे रहे थे, तो आज इन छोटे स्तर के कर्मचारियों को शो कॉज नोटिस क्यों जारी किया जा रहा है? जब दोष नक्षत्र, प्रकृति और ग्रहों का है तो गाज इंजीनियरों पर गिराने का ढोंग क्यों किया जा रहा है?

तेजस्वी का ट्वीट
तेजस्वी का ट्वीट
  • तेजस्वी ने कहा कि मतलब मुख्यमंत्री मान रहे हैं कि विपक्ष का बड़े स्तर पर हुए कुप्रबंधन और लापरवाही का आरोप शत-प्रतिशत सही है और जब मुख्यमंत्री मान रहे हैं कि इतने बड़े स्तर पर लापरवाही हुई है तो जिम्मेदारी सिर्फ 6 कर्मचारियों की?

भ्रष्टाचार जनित जलजमाव- तेजस्वी
शुक्र है मुख्यमंत्री ने आखिरकार हमारी बात को स्वीकारा कि यह बाढ़ नहीं सरकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार जनित जलजमाव था. मुख्यमंत्री वास्तविकता और जमीनी सच्चाई से कट गए हैं इसलिए उन्हें जो कुछ इनके भ्रष्ट अधिकारी पढ़ा देते है, ये बोल देते है. उन्होंने आरोप लगाया कि यही भ्रष्ट अधिकारी इनकी पार्टी के लिए फंड इकट्ठा करते है.

'छोटे कर्मचारियों से जवाब तलब क्यों'
मुख्यमंत्री बतायें कि क्या ये इंजीनियर जलजमाव, नाला, सीवर, नमामि गंगे और ड्रेनेज संबंधित डिसिज़न और पॉलिसी मेकिंग प्रक्रिया का हिस्सा थे? सारी नीतियां आप और आपके दुलारे बड़े भ्रष्ट अधिकारी बनाते है और कारण आप छोटे कर्मचारियों से पूछ रहे है?

तेजस्वी का ट्वीट
तेजस्वी का ट्वीट

तेजस्वी ने पूछे सवाल...
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी ने कहा कि बड़े अफसरों, इनके चुनिंदा मंत्रियों और इनकी खुद की तो कोई जैसे जिम्मेदारी बनती ही नहीं है! बुड़को के इंजीनियरों का तो मात्र साल-डेढ़ साल में तबादला हो जाता है. बड़े-बड़े अफसर लम्बे समय तक एक ही विभाग पर एकछत्र राज स्थापित किए रहते हैं लेकिन वो नीतीश मार्का 'सुशासन' में हर उत्तरदायित्व से अछूते रहते हैं.

अधिकारी पढ़ते हैं चापलूसी के कसीदे...
तेजस्वी ने कहा कि आपदा प्रबंधन, जल संसाधन और नगर विकास मंत्री का काम क्या बस मुख्यमंत्री की शान में चापलूसी के कसीदे पढ़ना है? खुद मुख्यमंत्री स्वयं को 14 साल से तथाकथित सुशासन के नाम पर चल रहे बंदरबांट और कुप्रबंधन के स्वघोषित कर्ता धर्ता समझते हैं लेकिन उनकी कोई जिम्मेदारी है कि नहीं? जनता को हर वर्ष इतनी बड़ी-बड़ी मानव निर्मित आपदाओं और कुप्रबंधन के गटर में धकेलने वाले तथाकथित विकास पुरूष की कोई जिम्मेदारी क्यों नहीं है? क्या मेयर, कमिश्नर और मंत्री की कोई जवाबदेही नहीं?

मीडिया पर गुस्सा क्यों?
लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी ने कहा कि जब विपक्ष और मीडिया ने बिहार में हर वर्ष हो रहे जलजमाव पर तीखे सवाल दागे, तो बौखलाए मुख्यमंत्री मुंबई से लेकर अमेरिका का अनर्गल प्रलाप करने लगे. इनके सुशासनी सांसद, विधायक और केंद्रीय और राज्य सरकार के मंत्री नक्षत्रों पर विधवा विलाप करने लगे. सत्ता इन्हें हर सुख, भोग-विलास दे, बस जिम्मेदारी न दें. जिम्मेदारी तो ये बस अपने कुतर्क से विपक्ष और पीड़ित जनता की ही ढूंढ लाएंगे.

जवाब दें नीतीश कुमार- तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश जी ने इतने व्यापक कुप्रबंधन व लापरवाही के लिए मुट्ठी भर इंजीनियरों को 'शो कॉज' किया है, पर जनता ने इन्हें जो 'सो कॉज' किया है उस पर क्यों चुप्पी साधे हैं? अंतरात्मा बाबू, आप जो 14 साल से "सो" रहे थे उस "शो कॉज" पर भी कुछ बोलें.

नीतीश जी, आपकी अगुवाई में कथित सुशासन की रहनुमाई करने वाले और आपकी पार्टी के लिये फंड जुटाने वाले भ्रष्ट अधिकारी तो आपके मुकुट मणि है. उनपर कार्रवाई का मतलब है खुद अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारना. अब आप पूरी तरह एक्स्पोज हो चुके है. आपके उपमुख्यमंत्री किस हैसियत से नगर विकास विभाग की समीक्षा बैठक करते थे? क्या उनका कोई दोष नहीं है?- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष

पटना: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि आदरणीय नीतीश कुमार जी आंखों में धूल झोंकने के माहिर खिलाड़ी हैं. हर छोटी मोटी उपलब्धि का श्रेय खुद हड़पते हैं और विकराल नाकामियों का ठीकरा छोटे-छोटे किराना कर्मचारियों पर फोड़ते हैं.

तेजस्वी ने ये प्रतिक्रिया सोमवार को सीएम की बैठक के बाद जलजमाव को लेकर हुई कार्रवाई को लेकर दी. उन्होंने कहा कि पटना के जल जमाव का ठीकरा अभियंताओं के मत्थे फोड़ दिया गया है. जैसे इतने बड़े स्तर पर कुप्रबंधन का सारा दोष इन 6 कर्मचारियों की बदौलत ही हुआ हो! कल तक तो मुख्यमंत्री जल जमाव का दोष हथिया नक्षत्र, तारों, ग्रहों, प्रकृति, विपक्ष और न जाने किस-किस को दे रहे थे, तो आज इन छोटे स्तर के कर्मचारियों को शो कॉज नोटिस क्यों जारी किया जा रहा है? जब दोष नक्षत्र, प्रकृति और ग्रहों का है तो गाज इंजीनियरों पर गिराने का ढोंग क्यों किया जा रहा है?

तेजस्वी का ट्वीट
तेजस्वी का ट्वीट
  • तेजस्वी ने कहा कि मतलब मुख्यमंत्री मान रहे हैं कि विपक्ष का बड़े स्तर पर हुए कुप्रबंधन और लापरवाही का आरोप शत-प्रतिशत सही है और जब मुख्यमंत्री मान रहे हैं कि इतने बड़े स्तर पर लापरवाही हुई है तो जिम्मेदारी सिर्फ 6 कर्मचारियों की?

भ्रष्टाचार जनित जलजमाव- तेजस्वी
शुक्र है मुख्यमंत्री ने आखिरकार हमारी बात को स्वीकारा कि यह बाढ़ नहीं सरकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार जनित जलजमाव था. मुख्यमंत्री वास्तविकता और जमीनी सच्चाई से कट गए हैं इसलिए उन्हें जो कुछ इनके भ्रष्ट अधिकारी पढ़ा देते है, ये बोल देते है. उन्होंने आरोप लगाया कि यही भ्रष्ट अधिकारी इनकी पार्टी के लिए फंड इकट्ठा करते है.

'छोटे कर्मचारियों से जवाब तलब क्यों'
मुख्यमंत्री बतायें कि क्या ये इंजीनियर जलजमाव, नाला, सीवर, नमामि गंगे और ड्रेनेज संबंधित डिसिज़न और पॉलिसी मेकिंग प्रक्रिया का हिस्सा थे? सारी नीतियां आप और आपके दुलारे बड़े भ्रष्ट अधिकारी बनाते है और कारण आप छोटे कर्मचारियों से पूछ रहे है?

तेजस्वी का ट्वीट
तेजस्वी का ट्वीट

तेजस्वी ने पूछे सवाल...
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी ने कहा कि बड़े अफसरों, इनके चुनिंदा मंत्रियों और इनकी खुद की तो कोई जैसे जिम्मेदारी बनती ही नहीं है! बुड़को के इंजीनियरों का तो मात्र साल-डेढ़ साल में तबादला हो जाता है. बड़े-बड़े अफसर लम्बे समय तक एक ही विभाग पर एकछत्र राज स्थापित किए रहते हैं लेकिन वो नीतीश मार्का 'सुशासन' में हर उत्तरदायित्व से अछूते रहते हैं.

अधिकारी पढ़ते हैं चापलूसी के कसीदे...
तेजस्वी ने कहा कि आपदा प्रबंधन, जल संसाधन और नगर विकास मंत्री का काम क्या बस मुख्यमंत्री की शान में चापलूसी के कसीदे पढ़ना है? खुद मुख्यमंत्री स्वयं को 14 साल से तथाकथित सुशासन के नाम पर चल रहे बंदरबांट और कुप्रबंधन के स्वघोषित कर्ता धर्ता समझते हैं लेकिन उनकी कोई जिम्मेदारी है कि नहीं? जनता को हर वर्ष इतनी बड़ी-बड़ी मानव निर्मित आपदाओं और कुप्रबंधन के गटर में धकेलने वाले तथाकथित विकास पुरूष की कोई जिम्मेदारी क्यों नहीं है? क्या मेयर, कमिश्नर और मंत्री की कोई जवाबदेही नहीं?

मीडिया पर गुस्सा क्यों?
लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी ने कहा कि जब विपक्ष और मीडिया ने बिहार में हर वर्ष हो रहे जलजमाव पर तीखे सवाल दागे, तो बौखलाए मुख्यमंत्री मुंबई से लेकर अमेरिका का अनर्गल प्रलाप करने लगे. इनके सुशासनी सांसद, विधायक और केंद्रीय और राज्य सरकार के मंत्री नक्षत्रों पर विधवा विलाप करने लगे. सत्ता इन्हें हर सुख, भोग-विलास दे, बस जिम्मेदारी न दें. जिम्मेदारी तो ये बस अपने कुतर्क से विपक्ष और पीड़ित जनता की ही ढूंढ लाएंगे.

जवाब दें नीतीश कुमार- तेजस्वी
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश जी ने इतने व्यापक कुप्रबंधन व लापरवाही के लिए मुट्ठी भर इंजीनियरों को 'शो कॉज' किया है, पर जनता ने इन्हें जो 'सो कॉज' किया है उस पर क्यों चुप्पी साधे हैं? अंतरात्मा बाबू, आप जो 14 साल से "सो" रहे थे उस "शो कॉज" पर भी कुछ बोलें.

नीतीश जी, आपकी अगुवाई में कथित सुशासन की रहनुमाई करने वाले और आपकी पार्टी के लिये फंड जुटाने वाले भ्रष्ट अधिकारी तो आपके मुकुट मणि है. उनपर कार्रवाई का मतलब है खुद अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारना. अब आप पूरी तरह एक्स्पोज हो चुके है. आपके उपमुख्यमंत्री किस हैसियत से नगर विकास विभाग की समीक्षा बैठक करते थे? क्या उनका कोई दोष नहीं है?- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष

Intro:केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे आज डेंगू पीड़ितों का हालचाल जानने पटना के पीएमसीएच पहुंचे थे और करीब आधे घंटे तक अस्पताल में कुल 39 मरीजों से मिलने के बाद जब केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे अस्पताल परिसर से पीएमसीएच अधीक्षक राजीव रंजन के साथ बाहर निकले उसी दौरान पहले से घात लगाए हुए पप्पू समर्थकों ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के ऊपर शाही फेंकी


Body:पप्पू समर्थक यहीं नहीं रुके केंद्रीय मंत्री के सामने पप्पू यादव जिंदाबाद के नारे भी लगाए और इस दौरान शाही के कुछ सीटें अश्वनी चौबे के कपड़ों के साथ-साथ उनके गाड़ियों पर भी गिरे हालांकि इस दौरान मीडिया से बात करते हुए अश्वनी चौबे ने साफ तौर से कहा कि पहले से अपराधिक छवि के लोग इन दिनों राजनीति के पिछले दरवाजे से प्रवेश करना चाहते हैं और जब उन्हें प्रवेश नहीं मिलता तो इसी तरह के आपराधिक गतिविधि कर वह अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हैं


Conclusion:गौरतलब हो कि केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे आज पटना के पीएमसीएच डेंगू पीड़ितों से मुलाकात करने पहुंचे थे उसी दौरान पप्पू समर्थकों ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के ऊपर स्याही फेंकी और जमकर पप्पू यादव जिंदाबाद के नारे लगाए हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने स्याही फेंकने वाले युवकों को धर दबोचने का हर संभव प्रयास किया वही ईटीवी भारत के हाथों एक वीडियो लगा है जिसमें साफ तौर से पप्पू समर्थक युवती युवकों को फोन पर दिशा निर्देश देती दिख रही है हालांकि मीडिया की कैमरा देखते हैं युवती मीडिया के कैमरे से बचती हुई भागती हुई दिख रही है
Last Updated : Oct 15, 2019, 11:41 PM IST
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