पटनाः आर्थिक मंदी को लेकर सुशील मोदी के बयान पर राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने पलटवार किया है. शिवानंद तिवारी ने कहा है कि सुशील मोदी की हालत 'अधजल गगरी छलकत जाए' जैसी है. उन्हें लगता है कि नरेन्द्र मोदी की सरकार का बोझ उन्हीं के कन्धों पर है.
'नासमझी वाली बात करते हैं सुशील मोदी'
आर्थिक मंदी पर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के दिए गए बयान को राजद ने हास्यास्पद बताया है. राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि सुशील मोदी नासमझी वाली बात करते हैं. उन्हें लगता है कि पूरे देश की जिम्मेदारी उन्हीं के सिर पर है. आर्थिक मंदी पर जो उन्होंने बयान दिया है वह देश की जनता के साथ मजाक है.
'देश नोटबंदी और जीएसटी की मार भुगत रहा है'
राजद उपाध्यक्ष ने ये भी कहा कि उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी तो कुछ भी बयान देते रहते हैं. उपमुख्यमंत्री हैं इसलिए जो बोलते हैं छप जाता है. उनकी बात में कोई दम नहीं होता. उन्हें इस बात का ज्ञान ही नहीं है कि ये सावन भादो की मंदी नहीं है. राजद नेता ने कहा कि जो पांच प्रतिश्त विकास दर दिखाया जा रहा है वह कारपोरेट और असंगठित क्षेत्र का है. अगर हकीकत में विकास दर की बात की जाएगी तो वह जीरो के आस-पास दिखेगा. उन्होंने कहा कि देश नोटबंदी और जीएसटी की मार भुगत रहा है.
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केंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल से लेंडिंग कैपिसिटी बढ़ाने जैसे जो चौतरफा उपाय किये हैं, उनका असर अगली तिमाही में महसूस किया जाएगा।
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— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) September 1, 2019
वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार....... pic.twitter.com/6pu1xkqzWPकेंद्र सरकार ने अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री राहत पैकेज की घोषणा और 10 छोटे बैंकों के विलय की पहल से लेंडिंग कैपिसिटी बढ़ाने जैसे जो चौतरफा उपाय किये हैं, उनका असर अगली तिमाही में महसूस किया जाएगा।
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क्या था सुशील मोदी का बयान
आपको बता दें कि उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने देश में बढ़ रही आर्थिक मंदी को लेकर कहा था कि यह राष्ट्रव्यापी आर्थिक मंदी का स्वरूप नहीं है. सावन भादो के महीने में व्यवसाय में मंदी रहती ही है. उन्होंने ट्वीट के जरिए ये भी कहा कि 'वैसे तो हर साल सावन-भादो में मंदी रहती है, लेकिन इस बार मंदी का ज्यादा शोर मचा कर कुछ लोग चुनावी पराजय की खीझ उतार रहे हैं.'