पटना: पर्यावरण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे प्रदेशभर में जल-जीवन-हरियाली यात्रा कर रहे हैं. वहीं, प्रदूषण को लेकर सीएम नीतीश कुमार काफी चिंतित नजर आ रहे हैं. लिहाजा, सीएम नीतीश कुमार ने सभी से ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने की अपील की है. वहीं, दूसरी तरफ सीएम नीतीश कुमार ने पटना प्रमंडल के सभी विधायकों और अधिकरियों के साथ पटना में बढ़े पॉल्यूशन को लेकर समीक्षा बैठक की.
इस बैठक में एनडीए के विधायक और तमाम अधिकारी शामिल हुए. लेकिन आरजेडी विधायकों ने इस बैठक से दूरी बना ली. इस बाबत विपक्ष ने सीएम नीतीश पर निशाना साधा है. जल जीवन हरियाली को लेकर मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में राजद ने दूरी बनाते हुए वजह बताई कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब जल जीवन हरियाली का राजनीतिकरण कर रहे हैं.
'ये सरकार की उपलब्धि नहीं'
राजद विधायक आलोक मेहता ने कहा कि ग्लोबल वार्निंग को लेकर हम पहले से ही सचेत थे और ग्लोबल वार्मिंग को लेकर सदन में राजद ने ही जल जीवन हरियाली का मुद्दा उठाया था. यदि इस योजना में राजनीतिकरण नहीं होता, तो पर्यावरण किसको प्यारा नहीं है. जल जीवन हरियाली को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. उस बैठक में पर्यावरण को लेकर आरजेडी ने ही मुद्दा उठाया था और योजना चलाने की बात रखी थी. अब इस योजना को ऐसे चलाया जा रहा हैं जैसे यह सरकार की उपलब्धि हो.
अपनी पीठ थपथपा रहे नीतीश कुमार- आलोक मेहता
राजद विधायक आलोक मेहता ने कहा कि मुख्यमंत्री इस योजना के लिए हर जिले में जो दौरा कर रहे हैं, वह सिर्फ राजनीति कर रहे हैं. लोगों को बुलाकर भाषण के माध्यम से होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपना प्रचार प्रसार कर रहे हैं. ऐसा बिल्कुल नहीं होना चाहिए था. यही वो कारण है कि आरजेडी सीएम नीतीश कुमार की समीक्षा बैठक में नहीं शामिल हो रही, हम भाषण सुनने या ताली बजाने नहीं जाते.