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पटना आयुर्वेद कॉलेज में शुरू होगा 6 महीने का योगा सर्टिफिकेट कोर्स

राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में जल्द ही योगा का 6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू होने जा रहा है. सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने को लेकर प्राचार्य आर्यभट्ट नॉलेज विश्वविद्यालय को पत्र भी लिखने जा रहे हैं. प्राचार्य डॉ दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि योगा की सर्टिफिकेट कोर्स में अधिकतम 60 लोगों को एक बार में प्रशिक्षण दिया जा सकेगा.

राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज
राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज
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Published : Jan 19, 2021, 5:18 PM IST

पटनाः कदमकुआं स्थित राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में जल्द ही योगा का 6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू होने जा रहा है. जिसे हर उम्र के आम लोग भी कर सकते हैं. कॉलेज प्रबंधन इस नए कोर्स को महाविद्यालय में जल्द शुरू कराने को लेकर आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी को पत्र लिखने जा रहा है.

आयुर्वेद महाविद्यालय पटना में लगे आयुर्वेदिक पौधे
आयुर्वेद महाविद्यालय पटना में लगे आयुर्वेदिक पौधे

दुनियाभर में लोगों ने योग को अपनाया
आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों से योगा दुनिया भर में अपनी एक विशिष्ट पहचान बना चुका है. योगा के फायदे का पूरी दुनिया लोहा मान चुकी है. योगा में पहले से महाविद्यालय में 1 वर्ष का पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरू हो चुका है. इस कोर्स में नामांकन कराने के लिए ग्रेजुएट होना और अधिकतम 30 वर्ष की आयु होना अनिवार्य योग्यता है.

देखें पूरी रिपोर्ट

कम पढ़े-लिखे भी समझना चाहते हैं योग विज्ञान
ऐसे में कई लोगों का महाविद्यालय पर यह दबाव आ रहा था कि जो लोग कम पढ़े-लिखे हैं. वह भी योग विज्ञान को समझना चाहते हैं. प्राचार्य ने बताया कि योगा में लोगों की बढ़ती हुई दिलचस्पी को देखते हुए और सभी उम्र के लोग योग विज्ञान से लाभान्वित हो. इस उद्देश्य से महाविद्यालय योगा में सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने पर विचार कर रहा है.

डॉ दिनेश्वर प्रसाद, प्राचार्य, राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, पटना
डॉ दिनेश्वर प्रसाद, प्राचार्य, राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, पटना

ये भी पढ़ें- रूपेश सिंह के परिजनों से मिले चिराग, कहा- DGP ने नहीं उठाया मेरा फोन

विवि को लिखा जाएगा पत्र
सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने को लेकर प्राचार्य आर्यभट्ट नॉलेज विश्वविद्यालय को पत्र भी लिखने जा रहे हैं. चूंकि आयुर्वेद महाविद्यालय आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आता है. यूनिवर्सिटी में पहले से स्पोर्ट्स का प्रावधान है. ऐसे में उन्हें पूरा विश्वास है कि जल्द ही महाविद्यालय में भी यह कोर्स शुरू हो जाएगा.

आयुर्वेद महाविद्यालय पटना
आयुर्वेद महाविद्यालय पटना

20 छात्रों के नामांकन की अनुमति
प्राचार्य डॉ दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि योगा की पीजी डिप्लोमा कोर्स में अधिकतम 20 छात्रों के ही नामांकन की अनुमति है. वहीं योगा सर्टिफिकेट कोर्स में अधिकतम 60 लोगों को एक बार में प्रशिक्षण देने का प्रावधान है. योगा से किस प्रकार विभिन्न बीमारियों से बचा जा सकता है और विभिन्न बीमारियों में कौन से योगासन कारगर होते हैं. इस बात की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए इस महाविद्यालय में यह कोर्स शुरू करने पर विचार कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें- मुजफ्फरपुर: औराई प्रखंड में बंदर के आतंक से लोग परेशान, शिकायत नहीं सुन रहे अधिकारी

नहीं होगी आयु सीमा
इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है. ना ही कोई विशेष एजुकेशनल क्वालिफिकेशन की अहर्ता है. उन्होंने बताया कि यह कोर्स महाविद्यालय में सुबह के समय में 2 घंटे संचालित किया जाएगा. जिसमें कोई भी नौकरी पेशा वाले लोग या फिर उद्यमी भी शामिल हो सकते हैं.

पटनाः कदमकुआं स्थित राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में जल्द ही योगा का 6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू होने जा रहा है. जिसे हर उम्र के आम लोग भी कर सकते हैं. कॉलेज प्रबंधन इस नए कोर्स को महाविद्यालय में जल्द शुरू कराने को लेकर आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी को पत्र लिखने जा रहा है.

आयुर्वेद महाविद्यालय पटना में लगे आयुर्वेदिक पौधे
आयुर्वेद महाविद्यालय पटना में लगे आयुर्वेदिक पौधे

दुनियाभर में लोगों ने योग को अपनाया
आयुर्वेद महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों से योगा दुनिया भर में अपनी एक विशिष्ट पहचान बना चुका है. योगा के फायदे का पूरी दुनिया लोहा मान चुकी है. योगा में पहले से महाविद्यालय में 1 वर्ष का पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरू हो चुका है. इस कोर्स में नामांकन कराने के लिए ग्रेजुएट होना और अधिकतम 30 वर्ष की आयु होना अनिवार्य योग्यता है.

देखें पूरी रिपोर्ट

कम पढ़े-लिखे भी समझना चाहते हैं योग विज्ञान
ऐसे में कई लोगों का महाविद्यालय पर यह दबाव आ रहा था कि जो लोग कम पढ़े-लिखे हैं. वह भी योग विज्ञान को समझना चाहते हैं. प्राचार्य ने बताया कि योगा में लोगों की बढ़ती हुई दिलचस्पी को देखते हुए और सभी उम्र के लोग योग विज्ञान से लाभान्वित हो. इस उद्देश्य से महाविद्यालय योगा में सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने पर विचार कर रहा है.

डॉ दिनेश्वर प्रसाद, प्राचार्य, राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, पटना
डॉ दिनेश्वर प्रसाद, प्राचार्य, राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, पटना

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विवि को लिखा जाएगा पत्र
सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने को लेकर प्राचार्य आर्यभट्ट नॉलेज विश्वविद्यालय को पत्र भी लिखने जा रहे हैं. चूंकि आयुर्वेद महाविद्यालय आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आता है. यूनिवर्सिटी में पहले से स्पोर्ट्स का प्रावधान है. ऐसे में उन्हें पूरा विश्वास है कि जल्द ही महाविद्यालय में भी यह कोर्स शुरू हो जाएगा.

आयुर्वेद महाविद्यालय पटना
आयुर्वेद महाविद्यालय पटना

20 छात्रों के नामांकन की अनुमति
प्राचार्य डॉ दिनेश्वर प्रसाद ने बताया कि योगा की पीजी डिप्लोमा कोर्स में अधिकतम 20 छात्रों के ही नामांकन की अनुमति है. वहीं योगा सर्टिफिकेट कोर्स में अधिकतम 60 लोगों को एक बार में प्रशिक्षण देने का प्रावधान है. योगा से किस प्रकार विभिन्न बीमारियों से बचा जा सकता है और विभिन्न बीमारियों में कौन से योगासन कारगर होते हैं. इस बात की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए इस महाविद्यालय में यह कोर्स शुरू करने पर विचार कर रहे हैं.

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नहीं होगी आयु सीमा
इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है. ना ही कोई विशेष एजुकेशनल क्वालिफिकेशन की अहर्ता है. उन्होंने बताया कि यह कोर्स महाविद्यालय में सुबह के समय में 2 घंटे संचालित किया जाएगा. जिसमें कोई भी नौकरी पेशा वाले लोग या फिर उद्यमी भी शामिल हो सकते हैं.

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