ETV Bharat / state

Shardiya Navratri 2023: सीने पर 21 कलश रखकर 27 सालों से कर रहा मां की अराधना, दूर-दूर से देखने आ रहे हैं लोग

राजधानी पटना में दुर्गा पूजा के दौरान विभिन्न तरीकों से भक्त साधना करते हैं. पुनाइचाक स्थित नौलखा दुर्गा मंदिर में नागेश्वर बाबा 21 कलश अपने सीने पर रखकर साधना में लीन हो गए हैं. वह 27 वर्षों से इसी तरह से मां दुर्गे की आराधना कर रहे हैं. उन्हें देखने दूर-दूर से लोग आ रहे हैं. पढ़ें, विस्तार से.

Shardiya Navratri 2023
Shardiya Navratri 2023
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 15, 2023, 8:55 PM IST

Updated : Oct 16, 2023, 7:47 AM IST

पुनाइचाक के नौलखा दुर्गा मंदिर में मां की अराधना.

पटनाः रविवार 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो गया. राजधानी पटना में विभिन्न जगहों पर कलश स्थापना कर भक्त मां दुर्गा की आराधना में श्रद्धालु लगे हैं. कुछ ऐसे श्रद्धालु भी हैं जो अपने साधना के तरीके को लेकर चर्चा में है. पटना के पुनाइचाक स्थित नौलखा दुर्गा मंदिर में नागेश्वर बाबा 21 कलश अपने सीने पर रखकर साधना में लीन हो गए हैं. वह 27 वर्षों से इसी तरह से मां दुर्गे की आराधना कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ेंः Shardiya Navratri 2023: बिहटा के मां वनदेवी महाधाम में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, इस बार एक भक्त अपने छाती पर रखेगा कलश

"पूरे विश्व का कल्याण हो यही भावना लेकर इस तरह की साधना करते हैं. 27 वर्षों से इस तरह से साधना करते आ रहे हैं इस दौरान किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होती है. 9 दिनों तक नित्य क्रिया कर्म को छोड़कर इस तरह साधना में लगे हुए हैं."- नागेश्वर बाबा, साधक

सीने पर 21 कलश रखवाते नागेश्वर बाबा
सीने पर 21 कलश रखवाते नागेश्वर बाबा

मनोकामना होती है पूरीः माना जाता है कि मां दुर्गा की आराधना के साथ अगर कठिन साधना करके साधक उनकी पूजा करते हैं तो मन वांछित फल प्राप्त होता है. लेकिन, बाबा नागेश्वर कहते हैं कि हम अपने लिए नहीं संपूर्ण विश्व के लिए इस तरह की साधना कर रहे हैं. मान्यता यह है कि नौलखा दुर्गा मंदिर में जो भक्त आते हैं उनकी मनोकामना मां दुर्गा पूरा करती है. बाबा नागेश्वर जिस तरह से 21 कलश अपने सीने पर रखकर कठिन साधना करते हैं इसको देखने के लिए दूर-दूर से भक्त इस मंदिर में आते हैं. आज से 9 दिनों तक यहां भक्तों का जमावड़ा लगा रहेगा.

दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं: मंदिर के व्यवस्थापक विजय यादव का कहना है कि इस मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु पूजा करने के लिए आते हैं. बाबा नागेश्वर 27 वर्षों से अपने सीने पर कलश लेकर इस तरह साधना कर रहे हैं. उन्हें देखने के लिए भी भक्त राजधानी पटना सहित कई जिलों से यहां पहुंचते हैं. उनके रहने खाने पीने का प्रबंध मंदिर समिति द्वारा किया जाता है. यहां पर बड़े अधिकारी से लेकर के कई राजनेता भी पहुंचते हैं. यहां जो भी भक्त अपने मन से माता से कुछ भी मांगते हैं तो वह पूरा होता है.

पुनाइचाक के नौलखा दुर्गा मंदिर में मां की अराधना.

पटनाः रविवार 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो गया. राजधानी पटना में विभिन्न जगहों पर कलश स्थापना कर भक्त मां दुर्गा की आराधना में श्रद्धालु लगे हैं. कुछ ऐसे श्रद्धालु भी हैं जो अपने साधना के तरीके को लेकर चर्चा में है. पटना के पुनाइचाक स्थित नौलखा दुर्गा मंदिर में नागेश्वर बाबा 21 कलश अपने सीने पर रखकर साधना में लीन हो गए हैं. वह 27 वर्षों से इसी तरह से मां दुर्गे की आराधना कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ेंः Shardiya Navratri 2023: बिहटा के मां वनदेवी महाधाम में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, इस बार एक भक्त अपने छाती पर रखेगा कलश

"पूरे विश्व का कल्याण हो यही भावना लेकर इस तरह की साधना करते हैं. 27 वर्षों से इस तरह से साधना करते आ रहे हैं इस दौरान किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होती है. 9 दिनों तक नित्य क्रिया कर्म को छोड़कर इस तरह साधना में लगे हुए हैं."- नागेश्वर बाबा, साधक

सीने पर 21 कलश रखवाते नागेश्वर बाबा
सीने पर 21 कलश रखवाते नागेश्वर बाबा

मनोकामना होती है पूरीः माना जाता है कि मां दुर्गा की आराधना के साथ अगर कठिन साधना करके साधक उनकी पूजा करते हैं तो मन वांछित फल प्राप्त होता है. लेकिन, बाबा नागेश्वर कहते हैं कि हम अपने लिए नहीं संपूर्ण विश्व के लिए इस तरह की साधना कर रहे हैं. मान्यता यह है कि नौलखा दुर्गा मंदिर में जो भक्त आते हैं उनकी मनोकामना मां दुर्गा पूरा करती है. बाबा नागेश्वर जिस तरह से 21 कलश अपने सीने पर रखकर कठिन साधना करते हैं इसको देखने के लिए दूर-दूर से भक्त इस मंदिर में आते हैं. आज से 9 दिनों तक यहां भक्तों का जमावड़ा लगा रहेगा.

दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंच रहे हैं: मंदिर के व्यवस्थापक विजय यादव का कहना है कि इस मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु पूजा करने के लिए आते हैं. बाबा नागेश्वर 27 वर्षों से अपने सीने पर कलश लेकर इस तरह साधना कर रहे हैं. उन्हें देखने के लिए भी भक्त राजधानी पटना सहित कई जिलों से यहां पहुंचते हैं. उनके रहने खाने पीने का प्रबंध मंदिर समिति द्वारा किया जाता है. यहां पर बड़े अधिकारी से लेकर के कई राजनेता भी पहुंचते हैं. यहां जो भी भक्त अपने मन से माता से कुछ भी मांगते हैं तो वह पूरा होता है.

Last Updated : Oct 16, 2023, 7:47 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.