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बिहार में 2.5 करोड़ बुजुर्ग, यही रफ्तार रही तो वैक्सीनेशन में लग जाएंगे वर्षों

बिहार में कोरोना के लिए वैक्सीनेशन अभियान को शुरू हुए 52 दिन हो चुके हैं. अब तक 8 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है. अगर वैक्सीनेशन की यही रफ्तार रही तो प्रदेश के ढाई करोड़ बुजुर्गों का वैक्सीनेशन होने में ही सालों लग जाएंगे.

corona vaccination
कोरोना वैक्सीनेशन
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Published : Mar 9, 2021, 7:57 PM IST

Updated : Mar 10, 2021, 3:08 PM IST

पटना: प्रदेश में कोरोना के लिए वैक्सीनेशन अभियान को शुरू हुए 52 दिन हो चुके हैं. अब तक 8 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है. प्रदेश की आबादी लगभग 12 करोड़ है और बुजुर्गों की आबादी लगभग 2.5 करोड़ है. ऐसे में प्रदेश के वरिष्ठ चिकित्सक वैक्सीनेशन की वर्तमान रफ्तार पर चिंता जाहिर कर रहे हैं और सरकार से वैक्सीनेशन की गति तेज करने की अपील कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें- बिहार में कुछ भी संभव है! स्वास्थ्य विभाग ने मृत पदाधिकारी को भी दिया प्रमोशन

पटना के पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉक्टर सत्येंद्र नारायण सिंह ने कहा कि कोरोना का वैक्सीनेशन प्रदेश में सफलतापूर्वक चल रहा है, लेकिन इसे अब तेज करने की जरूरत है. अगर वैक्सीनेशन की यही रफ्तार रही तो प्रदेश के ढाई करोड़ बुजुर्गों का वैक्सीनेशन होने में ही सालों लग जाएंगे. देश में कोरोना के वैक्सीन की कमी नहीं है. भारत में प्रति माह लगभग 30 करोड़ वैक्सीन उत्पादन की क्षमता है. ऐसे में सरकार वैक्सीनेशन की गति तेज करने को लेकर वोटिंग के तर्ज पर प्रक्रिया अपना सकती है.

देखें रिपोर्ट

वोटिंग की तर्ज पर चले अभियान
"तमिलनाडु में आम चुनाव होना है. वहां की आबादी करीब 8 करोड़ है, जिसमें लगभग 6 करोड़ वोटर हैं. 1 दिन में ही वोटिंग हो जाती है. इसी प्रकार सरकार भी प्रक्रिया अपना सकती है. प्रदेश में वैक्सीन और वैक्सीनेटर की कमी नहीं है. ऐसे में सरकार वोटिंग की तर्ज पर 1 दिन सुनिश्चित कर वैक्सीनेशन का ड्राइव चला सकती है, जिसमें एक क्षेत्र के लिए कई वैक्सीनेशन सेंटर निर्धारित किए जाएं और वहां इलाके के सभी बुजुर्गों का उस दिन वैक्सीनेशन हो जाए. भारत के पास 1 दिन में 5 करोड़ लोगों के वैक्सीनेशन की क्षमता है."- डॉ सत्येंद्र नारायण सिंह, विभागाध्यक्ष, माइक्रोबायोलॉजी, पीएमसीएच

Dr. Satyendra Narayan Singh
डॉक्टर सत्येंद्र नारायण सिंह

प्राइवेट प्रैक्टिसनर्स डॉक्टर को मिले वैक्सीनेशन की अनुमति
पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि अभी वैक्सीनेशन अभियान थोड़ा स्लो है. इसे तेज करने की जरूरत है. वैक्सीनेशन अभियान तेज करने के लिए सरकार को चाहिए कि प्राइवेट प्रैक्टिसनर्स डॉक्टर को वैक्सीनेशन की अनुमति दें. इसके साथ ही जहां पहले से दूसरे वैक्सीनेशन हो रहे हैं वहां भी कोरोना वैक्सीनेशन की अनुमति दी जाए.

Dr. Diwakar Tejaswi
डॉ दिवाकर तेजस्वी

"अभी चुनिंदा हॉस्पिटल को ही वैक्सीनेशन की अनुमति दी गई है. ऐसे हॉस्पिटल की संख्या काफी कम है. ऐसे में अगर वैक्सीनेशन की यही रफ्तार रही तो प्रदेश के सभी लोगों का वैक्सीनेशन होने में बहुत लंबा समय लग जाएगा. जो बड़े कॉरपोरेट्स वैक्सीनेशन की अनुमति मांग रहे हैं उन्हें अनुमति दे दी जाए ताकि वे अपने कर्मचारियों का बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन करा सकें. इस प्रकार के पहल से वैक्सीनेशन अभियान तेज होगा."- डॉ दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक

पटना: प्रदेश में कोरोना के लिए वैक्सीनेशन अभियान को शुरू हुए 52 दिन हो चुके हैं. अब तक 8 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है. प्रदेश की आबादी लगभग 12 करोड़ है और बुजुर्गों की आबादी लगभग 2.5 करोड़ है. ऐसे में प्रदेश के वरिष्ठ चिकित्सक वैक्सीनेशन की वर्तमान रफ्तार पर चिंता जाहिर कर रहे हैं और सरकार से वैक्सीनेशन की गति तेज करने की अपील कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें- बिहार में कुछ भी संभव है! स्वास्थ्य विभाग ने मृत पदाधिकारी को भी दिया प्रमोशन

पटना के पीएमसीएच के माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉक्टर सत्येंद्र नारायण सिंह ने कहा कि कोरोना का वैक्सीनेशन प्रदेश में सफलतापूर्वक चल रहा है, लेकिन इसे अब तेज करने की जरूरत है. अगर वैक्सीनेशन की यही रफ्तार रही तो प्रदेश के ढाई करोड़ बुजुर्गों का वैक्सीनेशन होने में ही सालों लग जाएंगे. देश में कोरोना के वैक्सीन की कमी नहीं है. भारत में प्रति माह लगभग 30 करोड़ वैक्सीन उत्पादन की क्षमता है. ऐसे में सरकार वैक्सीनेशन की गति तेज करने को लेकर वोटिंग के तर्ज पर प्रक्रिया अपना सकती है.

देखें रिपोर्ट

वोटिंग की तर्ज पर चले अभियान
"तमिलनाडु में आम चुनाव होना है. वहां की आबादी करीब 8 करोड़ है, जिसमें लगभग 6 करोड़ वोटर हैं. 1 दिन में ही वोटिंग हो जाती है. इसी प्रकार सरकार भी प्रक्रिया अपना सकती है. प्रदेश में वैक्सीन और वैक्सीनेटर की कमी नहीं है. ऐसे में सरकार वोटिंग की तर्ज पर 1 दिन सुनिश्चित कर वैक्सीनेशन का ड्राइव चला सकती है, जिसमें एक क्षेत्र के लिए कई वैक्सीनेशन सेंटर निर्धारित किए जाएं और वहां इलाके के सभी बुजुर्गों का उस दिन वैक्सीनेशन हो जाए. भारत के पास 1 दिन में 5 करोड़ लोगों के वैक्सीनेशन की क्षमता है."- डॉ सत्येंद्र नारायण सिंह, विभागाध्यक्ष, माइक्रोबायोलॉजी, पीएमसीएच

Dr. Satyendra Narayan Singh
डॉक्टर सत्येंद्र नारायण सिंह

प्राइवेट प्रैक्टिसनर्स डॉक्टर को मिले वैक्सीनेशन की अनुमति
पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि अभी वैक्सीनेशन अभियान थोड़ा स्लो है. इसे तेज करने की जरूरत है. वैक्सीनेशन अभियान तेज करने के लिए सरकार को चाहिए कि प्राइवेट प्रैक्टिसनर्स डॉक्टर को वैक्सीनेशन की अनुमति दें. इसके साथ ही जहां पहले से दूसरे वैक्सीनेशन हो रहे हैं वहां भी कोरोना वैक्सीनेशन की अनुमति दी जाए.

Dr. Diwakar Tejaswi
डॉ दिवाकर तेजस्वी

"अभी चुनिंदा हॉस्पिटल को ही वैक्सीनेशन की अनुमति दी गई है. ऐसे हॉस्पिटल की संख्या काफी कम है. ऐसे में अगर वैक्सीनेशन की यही रफ्तार रही तो प्रदेश के सभी लोगों का वैक्सीनेशन होने में बहुत लंबा समय लग जाएगा. जो बड़े कॉरपोरेट्स वैक्सीनेशन की अनुमति मांग रहे हैं उन्हें अनुमति दे दी जाए ताकि वे अपने कर्मचारियों का बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन करा सकें. इस प्रकार के पहल से वैक्सीनेशन अभियान तेज होगा."- डॉ दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक

Last Updated : Mar 10, 2021, 3:08 PM IST
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