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टाटा समूह के लिए बुरी खबर, नोएल टाटा की बेटियों की एंट्री पर ट्रस्टी का ऐतराज, सामने आया मतभेद - TATA GROUP INTERNAL RIFT

नोएल टाटा की बेटियों माया और लिह के सर रतन टाटा इंडस्ट्रियल इंस्टिट्यूट के बोर्ड में भूमिका संभालने से आंतरिक मतभेद पैदा हो गया है.

NOEL TATA
नोएल टाटा (Getty Image)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 5 hours ago

मुंबई: टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन नोएल टाटा की बेटियों माया और लीह टाटा को सर रतन टाटा इंडस्ट्रियल इंस्टिट्यूट (एसआरटीआईआई) के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज में शामिल किया गया है. सर रतन टाटा ट्रस्ट का एक उपसमूह एसआरटीआईआई, टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के प्रमुख शेयरधारकों में से एक है. माया और लीह ने आउटगोइंग ट्रस्टी अर्नाज कोटवाल और फ्रेडी तलाटी की जगह ली है, जिन्होंने नई नियुक्तियों के लिए पद छोड़ दिया था. इस कदम के साथ नोएल टाटा के तीनों बच्चे अब छोटे टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. हालांकि उन्हें अभी तक दो मुख्य ट्रस्टों- सर रतन टाटा ट्रस्ट और एलाइड ट्रस्ट, और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और एलाइड ट्रस्ट में शामिल नहीं किया गया है.

बदलाव से आंतरिक मतभेद पैदा हो गए
यह बदलाव विवादों से अछूता नहीं रहा. आउटगोइंग ट्रस्टी अर्नाज कोटवाल ने अपने साथी ट्रस्टियों को लिखे लेटर में इस प्रक्रिया से असंतोष व्यक्त किया, जिसमें कहा गया कि उन्हें इस्तीफा देने के अनुरोध से झटका लगा है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में दुबई में रहने वाली और वीएफएस ग्लोबल के साथ काम करने वाली कोटवाल ने लिखा कि मुझे दुख है कि आप में से किसी ने भी इस मामले पर मुझसे सीधे बात करने के लिए संपर्क नहीं किया.

अन्य आउटगोइंग ट्रस्टी फ्रेडी तलाटी अब नेशनल सेंटर फॉर द परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) के मुख्य परिचालन अधिकारी हैं.

माया टाटा और लिह टाटा की नियुक्ति
लिआह (39), माया (36) और नेविल (32) नोएल टाटा के तीन बच्चे हैं. रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को अक्टूबर 2024 में टाटा ट्रस्ट्स का चेयरमैन नियुक्त किया गया था. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार इन बदलावों ने आंतरिक असहमति को जन्म दिया है, जिसमें निवर्तमान ट्रस्टी अर्नाज कोटवाल ने अपने इस्तीफे के तरीके पर असंतोष व्यक्त किया है.

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मुंबई: टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन नोएल टाटा की बेटियों माया और लीह टाटा को सर रतन टाटा इंडस्ट्रियल इंस्टिट्यूट (एसआरटीआईआई) के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज में शामिल किया गया है. सर रतन टाटा ट्रस्ट का एक उपसमूह एसआरटीआईआई, टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के प्रमुख शेयरधारकों में से एक है. माया और लीह ने आउटगोइंग ट्रस्टी अर्नाज कोटवाल और फ्रेडी तलाटी की जगह ली है, जिन्होंने नई नियुक्तियों के लिए पद छोड़ दिया था. इस कदम के साथ नोएल टाटा के तीनों बच्चे अब छोटे टाटा ट्रस्ट के बोर्ड में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. हालांकि उन्हें अभी तक दो मुख्य ट्रस्टों- सर रतन टाटा ट्रस्ट और एलाइड ट्रस्ट, और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और एलाइड ट्रस्ट में शामिल नहीं किया गया है.

बदलाव से आंतरिक मतभेद पैदा हो गए
यह बदलाव विवादों से अछूता नहीं रहा. आउटगोइंग ट्रस्टी अर्नाज कोटवाल ने अपने साथी ट्रस्टियों को लिखे लेटर में इस प्रक्रिया से असंतोष व्यक्त किया, जिसमें कहा गया कि उन्हें इस्तीफा देने के अनुरोध से झटका लगा है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में दुबई में रहने वाली और वीएफएस ग्लोबल के साथ काम करने वाली कोटवाल ने लिखा कि मुझे दुख है कि आप में से किसी ने भी इस मामले पर मुझसे सीधे बात करने के लिए संपर्क नहीं किया.

अन्य आउटगोइंग ट्रस्टी फ्रेडी तलाटी अब नेशनल सेंटर फॉर द परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) के मुख्य परिचालन अधिकारी हैं.

माया टाटा और लिह टाटा की नियुक्ति
लिआह (39), माया (36) और नेविल (32) नोएल टाटा के तीन बच्चे हैं. रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा को अक्टूबर 2024 में टाटा ट्रस्ट्स का चेयरमैन नियुक्त किया गया था. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार इन बदलावों ने आंतरिक असहमति को जन्म दिया है, जिसमें निवर्तमान ट्रस्टी अर्नाज कोटवाल ने अपने इस्तीफे के तरीके पर असंतोष व्यक्त किया है.

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