नई दिल्ली/पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम पार्टियां समीकरण बनाने में जुटी हुई है. सवर्णों को लुभाने की आरजेडी की नई कवायद पर बीजेपी एमएलसी संजय पासवान ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आरजेडी की ओर से बीजेपी के वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश हो रही है, लिहाजा हमें भविष्य की स्थिति के लिए नई रणनीति बनानी होगी.
आरजेडी ने हाल ही में एडी सिंह को राज्यसभा के लिए नामांकित किया है जो भूमिहार जाति से आते हैं. इससे कुछ समय पहले जगदानंद सिंह को बिहार राजद का अध्यक्ष बनाया था, वह राजपूत हैं. वहीं, ब्राह्मण समाज से आने वाले मनोज झा को आरजेडी ने राज्यसभा भेजा था. संजय पासवान ने कहा कि इन कोशिशों के बाद भी सवर्ण समाज कभी भी आरजेडी के साथ नहीं जाने वाला है. राजद कभी 'भूरा बाल साफ करो' की बात कहा करती थी. मैं दावा कर रहा हूं सवर्ण समाज हमेशा बीजेपी के साथ ही रहेगा. लेकिन बीजेपी को आरजेडी के वोट बैंक में सेंधमारी करने की जरूरत है. सवर्णों की तरफ आरजेडी का जो झुकाव हो रहा है, उसका श्रेय भी दरअसल बीजेपी को ही जाना चाहिए.
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'बीजेपी के लिए नित्यानंद हैं बेहतर विकल्प'
बीजेपी एमएलसी ने कहा कि बिहार में जब तक नीतीश कुमार हैं, वे ही एनडीए की तरफ से सीएम कैंडिडेट होंगे. लेकिन अगर वो अलग होते हैं, तो बिहार में बीजेपी को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय को सीएम कैंडिडेट बनाना चाहिए. उनका तर्क है कि नित्यानंद यादव जाति से आते हैं, अगर वो मुख्यमंत्री का चेहरा बनेंगे तो आरजेडी के पारंपरिक वोट बैंक में जबरदस्त सेंधमारी होगी. जिसका बीजेपी को फायदा होगा. संजय पासवान ने कहा कि बिहार में कोई भी जाति किसी एक पार्टी का बंधुआ मंजदूर नहीं है. सभी पार्टियों को ऐसा बनना चाहिए, जिसमें उनको हर जाति का वोट मिल सके.