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BJP ने की सहयोग कार्यक्रम की शुरुआत, जनता दरबार को लेकर JDU सुस्त

जेडीयू ने पार्टी कार्यलय सरकार के मंत्री को नियमित समय देने का निर्देश दिया था. लेकिन कुछ दिन बाद ही यह कार्यक्रम स्थगित हो गया.

पटना
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Published : Dec 12, 2019, 9:13 PM IST

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए अभी से तैयारी में जुट गया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के निर्देश के बाद पार्टी कार्यालय में बीजेपी के मंत्री लोगों की समस्याओं को सुनना शुरू कर चुके हैं. लेकिन जेडीयू के मंत्री अभी भी पार्टी आलाकमान के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं.

जेडीयू से जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि पार्टी निर्देश देती है, तो निश्चित ही पार्टी कार्यालय में लोगों की समस्याओं को सुना जाएगा. पार्टी तय करगी तो यह तो अच्छी ही बात है. इसमें कोई समस्या नहीं है. हम लोग कार्यकर्ताओं की समस्याओं को अपने आवास पर सुबह- सुबह सुनते ही हैं.

मंत्री संजय झा और राजीव रंजन का बयान

'निर्देश का है इंतजार'
वहीं, जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि मंत्री कार्यक्रमों में पार्टी कार्यालय आते हैं. कार्यकर्ताओं की समस्याओं का निदान भी करते हैं. पहले मंत्री नियमित पार्टी कार्यालय में बैठते थे. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद फिर से पार्टी कार्यालय में मंत्री लोगों की समस्याओं सुनना शुरू कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें: बिहार में कानून का राज कायम किया, आप जब चाहें जहां चाहें जा सकते हैं : नीतीश कुमार

संवाद कार्यक्रम भी है स्थगित
बता दें कि मुख्यमंत्री संवाद कार्यक्रम भी काफी लंबे समय से स्थगित है. ऐसे में कार्यकर्ताओं को किसी भी समस्या को लेकर मंत्रियों के आवास पर जाना पड़ता है. इसको लेकर पार्टी कार्यालय सरकार के मंत्री को नियमित समय देने का निर्देश दिया गया था. लेकिन कुछ दिन बाद ही यह कार्यक्रम स्थगित हो गया. वहीं, बीजेपी ने सहयोग कार्यक्रम की शुरुआत की है.

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए अभी से तैयारी में जुट गया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के निर्देश के बाद पार्टी कार्यालय में बीजेपी के मंत्री लोगों की समस्याओं को सुनना शुरू कर चुके हैं. लेकिन जेडीयू के मंत्री अभी भी पार्टी आलाकमान के निर्देश का इंतजार कर रहे हैं.

जेडीयू से जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि पार्टी निर्देश देती है, तो निश्चित ही पार्टी कार्यालय में लोगों की समस्याओं को सुना जाएगा. पार्टी तय करगी तो यह तो अच्छी ही बात है. इसमें कोई समस्या नहीं है. हम लोग कार्यकर्ताओं की समस्याओं को अपने आवास पर सुबह- सुबह सुनते ही हैं.

मंत्री संजय झा और राजीव रंजन का बयान

'निर्देश का है इंतजार'
वहीं, जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि मंत्री कार्यक्रमों में पार्टी कार्यालय आते हैं. कार्यकर्ताओं की समस्याओं का निदान भी करते हैं. पहले मंत्री नियमित पार्टी कार्यालय में बैठते थे. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद फिर से पार्टी कार्यालय में मंत्री लोगों की समस्याओं सुनना शुरू कर सकते हैं.

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संवाद कार्यक्रम भी है स्थगित
बता दें कि मुख्यमंत्री संवाद कार्यक्रम भी काफी लंबे समय से स्थगित है. ऐसे में कार्यकर्ताओं को किसी भी समस्या को लेकर मंत्रियों के आवास पर जाना पड़ता है. इसको लेकर पार्टी कार्यालय सरकार के मंत्री को नियमित समय देने का निर्देश दिया गया था. लेकिन कुछ दिन बाद ही यह कार्यक्रम स्थगित हो गया. वहीं, बीजेपी ने सहयोग कार्यक्रम की शुरुआत की है.

Intro:पटना-- बिहार में प्रमुख सत्ताधारी दल जदयू के मंत्री कभी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनने पार्टी कार्यालय पहुंचते थे। मंत्रियों को शीर्ष नेतृत्व की तरफ से यह आदेश था कि कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनकर उनका निदान वहीं करें। यह परिपाटी काफी समय तक चली हालांकि कुछ मंत्री तब भी नहीं आते थे और धीरे-धीरे सभी मंत्रियों ने आना बंद कर दिया। मजबूरी में पार्टी कार्यकर्ताओं को मंत्री के आवास का चक्कर लगाना पड़ता है।



Body:संजय जयसवाल के बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद मंत्रियों को पार्टी कार्यालय में बैठकर कार्यकर्ताओं की समस्या सुनने और उसका समाधान करने का निर्देश दिया और उसका पालन होने लगा ।बीजेपी के मंत्री सहयोग कार्यक्रम के तहत एक बार फिर से पार्टी कार्यालय आने लगे हैं । लेकिन जदयू में अभी भी मंत्रियों को पार्टी नेतृत्व के आदेश का इंतजार है संजय झा कहते हैं कि पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्या अपने आवास पर सुनते हैं और पार्टी कार्यालय में यदि ऐसी व्यवस्था हो जाए तो अच्छी बात है।
बाईट--संजय झा, जल संसाधन मंत्री।
पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कि मंत्री कार्यक्रमों में पार्टी कार्यालय आते हैं और कार्यकर्ताओं की समस्याओं का निदान भी करते हैं। जदयू प्रवक्ता का यह भी कहना है कि पहले मंत्री नियमित आते थे अब फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री मंत्रियों पार्टी कार्यालय में बैठने का निर्देश दें ।
बाईट--राजीव रंजन, जदयू प्रवक्ता।


Conclusion:ऐसे मुख्यमंत्री ने भी अपना संवाद कार्यक्रम पिछले लंबे समय से स्थगित कर रखा है और मंत्रियों ने भी पार्टी कार्यालय से दूरी बना रखी है ऐसे में कार्यकर्ताओं की मजबूरी है या तो मंत्री के आवास पर जाएं या फिर उनके कार्यालय का चक्कर लगाएं। इसके कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है और शायद इसलिए पार्टी नेतृत्व में मंत्रियों को पार्टी कार्यालय में नियमित बैठने का निर्देश पहले दिया था हर मंत्री का दिन तय था । लेकिन पूरी तरह मंत्रियों ने उसे भुला दिया। बीजेपी का सहयोग कार्यक्रम शुरू होने के बाद अब देखना है जदयू शीर्ष नेतृत्व फिर से अपने मंत्रियों को पार्टी कार्यालय में बैठने का आदेश कब तक देता है।
अविनाश, पटना।
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