पटना: तपती गर्मी में गले को तर करने वाले पेय पदार्थों का बाजार इन दिनों ठंडा पड़ा है. फलों के जूस की दुकानें थोड़ी बहुत खुली दिख जाती हैं, लेकिन कोरोना के कारण लगे इसका बाजार सुस्त पड़ा है. राजधानी पटना में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने बाजारों को शाम 4 बजे ही बन्द करने की निर्देश दिया है. जिसको लेकर कई तरह के दुकानदारी करने वाले लोग काफी नाराज हैं.
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जीवनयापन करना मुश्किल
भीषण गर्मी होने के बावजूद भी पटना में सड़क किनारे फलों के जूस बेचने वाले दुकानदारों का कहना है कि बाजार में दम नहीं है. दुकानदारी खत्म हो गयी है. कोरोना संक्रमण को लेकर जो हालात बने हैं उसमें गुजारा करना काफी मुश्किल हो गया है.
'फलों के दाम में भी भारी वृद्धि हुई है. उससे भी काफी असर पड़ रहा है. किसी तरह जीवनयापन कर रहे हैं. वैसे कोरोना के डर से भी कम ही लोग आजकल जूस पीने आते हैं, पहले जैसा कुछ नहीं है'.- ललन कुमार, जूस विक्रेता
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'जब से कोरोना आया है धंधा चौपट हो गया है. फलों के दाम में भी मंडियों में काफी वृद्धि हुई है. कहीं ना कहीं उस सब को लेकर भी हमलोगों की परेशानी बढ़ी है. माहौल बदला है. कुछ लोग हैं कि गर्मी में बेल का शरबत पीने आते हैं लेकिन अधिकांश लोगों ने अब घर से निकलना छोड़ दिया है. इसीलिए बिक्री कम है साथ ही समय सीमा भी 4 बजे तक का ही है. इसमें दुकानदारी कहां होगी'. -दीपक कुमार, जूस विक्रेता
रोज कमाकर खाने वालों की बढ़ी मुश्किलें
जाहिर है जब लॉकडाउन है तो लोग घरों से कम निकलेंगे ही. और जब लोग नहीं आएंगे तो दुकानदारों की कमाई तो घटेगी ही. ऐसे में असल दिक्कत उन जूस दुकानदारों के लिए है. जो रोज कमाते थे और खाते थे. वहीं, दुकानदारों के लिए परेशानी ये भी है कि लॉकडाउन बढ़ने से कई उत्पाद खराब ना हो जाए.