पटना: कोरोना के दूसरे फेज में संक्रमित मरीजों की संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है. महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों से काफी संख्या में प्रवासी मजदूर बिहार लौट रहे हैं. ऐसे में यात्रियों की कोरोना जांच को लेकर पटना जंक्शन पर जिला स्वास्थ समिति के तरफ से 10 काउंटर बनाए गए हैं. बाहर से लौट रहे लोगों की जांच करवाना रेलवे पुलिस प्रशासन की एक बड़ी चुनौती है. इसके साथ ही लोगों का सुरक्षा व्यवस्था से लेकर कोरोना के नियमों का पालन शत-प्रतिशत पालन करवाने के लिए आरपीएफ की एक बड़ी जिम्मेवारी है.
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500 रुपये किया गया जुर्माना
पहले जो यात्री बिना मास्क के रेलवे परिसर या प्लेटफार्म पर पहुंचते थे, उनसे 50 रुपये जुर्माना वसूला जाता था. लेकिन रेलवे के बड़े अधिकारियों के द्वारा निर्णय लिया गया है कि अब 500 रुपया वसूला जायेगा. लोग मास्क पहनकर के रेल परिसर में पहुंचते हैं, वहीं, ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान पटना जंक्शन आरपीएफ निरीक्षक थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि हम लोग फ्रंटलाइन वर्कर हैं. जितने भी अधीक्षक कार्य में लगे हुए हैं, उनका सेकेंड डोज का वैक्सीनेशन हो गया है.
यात्रियों को किया जा रहा जागरूक
आरपीएफ निरीक्षक थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह ने कहा कि सभी जवानों को भी निर्देश दिया गया है कि वे अपनी सुरक्षा करते हुए लोगों की सुरक्षा करें. इसके साथ ही कार्यालय से लेकर प्लेटफॉर्म तक लगातार सैनिटाइज कराया जा रहा है. फ्रंटलाइन वर्कर के लिए कोरोना काल में काम करना एक बड़ी चुनौती होती है. महाराष्ट्र के पुणे से जो यात्री आते हैं, गेट नंबर 3 पर बने जांच केंद्र पर उनकी जांच होती है.
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रेल प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद
आरपीएफ निरीक्षक थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह ने मास्क पहनने को लेकर कहा है कि रेलवे प्रशासन पूरी तरह से सजग और तत्परता के साथ लोगों को मास्क और कोरोना नियमों के लिए जागरूक कर रहा है. लाउडस्पीकर के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जाता है. बिना मास्क के जो लोग प्लेटफार्म पर आते हैं, उनसे जुर्माना लिया जाता है.