पटना: रालोसपा के एक कार्यकर्ता को प्रदर्शन के दौरान पुतला दहन करना उस समय महंगा पड़ गया, जब पुतले में लगाई जा रही आग से निकले गोले ने उनके चेहरे को अपना निशाना बना लिया. रालोसपा कार्यकर्ता छपरा में हुई नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात का विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
पटना के इनकम टैक्स गोलंबर पर प्रदर्शन कर रहे रालोसपा कार्यकर्ताओं जोर-शोर से नारेबाजी कर सरकार का विरोध कर रहे थे. विरोध के दौरान तो सबकुछ ठीक-ठाक था. लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन करने के लिए पुतले पर पेट्रोल डालकर आग लगाई गई, वैसे ही एक कार्यकर्ता उमेश सहनी के चेहरे में आग पकड़ ली. इससे कार्यकर्ता का चेहरा बुरी तरह झुलस गया.
गैस बनकर उड़ता है पेट्रोल, सावधानी जरूरी
सिर्फ और सिर्फ ईटीवी भारत के कैमरे में ही यह दृश्य कैद हो पाया. निश्चित तौर पर थोड़ी सी सावधानी रालोसपा कार्यकर्ता करते, तो इस तरह की घटना नहीं होती. आए दिन पुतला दहन में पेट्रोल का उपयोग किया जाता है. पेट्रोल डालने के बाद जब आग लगाई जाती है तो ये आग तेजी से फैलती है. कार्यकर्ता अगर पुतले के पास होते हैं तो गैस बनकर उड़ रहे पेट्रोल में लगी आग से झुलसने का खतरा ज्यादा रहता है.