पटना: राजद ( RJD ) कार्यकर्ताओं ने वर्तमान सरकार के खिलाफ महंगाई को मुद्दा बनाकर मोर्चा खोल दिया है. राजद कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर महंगाई पर अंकुश नहीं लगाया गया तो सड़क से लेकर सदन तक चक्का जाम करेंगे. कार्यकर्ताओं का ये भी कहना है कि पेट्रोल-डीजल और सरसों तेल के दामों में लगातार वृद्धि हो रही है.
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स्लोगन के जरिए किया जमकर हमला
राजद नेता और कार्यकर्ताओं ने स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. राजद नेता बलराम चौधरी ने बताया कि एनडीए सरकार पूंजीपतियों की सरकार है और जब से ये सरकार आई है तब से महंगाई में बहुत ज्यादा वृद्धि हुई है.
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बढ़े हुए दामों को वापस लेने की मांग
कोरोना महामारी के दौर में जहां एक ओर लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ बेतहाशा महंगाई होने से लोगों का बजट बिगड़ गया है. बता दें कि पेट्रोल और डीजल 100 रुपए लीटर हो चुका है. वहीं सरसों तेल की कीमत 200 रुपए लीटर के पार तक पहुंच चुकी है. अगर रसोई गैस की बात करें तो वो 900 रुपये के पार है.
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कच्चे तेल और विनिर्मित वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति (WPI) की दर मई में बढ़कर रिकॉर्ड उच्च स्तर 12.94 प्रतिशत पर पहुंच गई. निचले आधार प्रभाव के चलते भी मई 2021 में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति तेजी से बढ़ी. मई 2020 में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति ऋणात्मक 3.37 प्रतिशत थी. यह लगातार पांचवां महीना है, जब थोकमूल्य सूककांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति बढ़ी है. अप्रैल 2021 में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति (WPI Inflation) दो अंकों में 10.49 प्रतिशत हो गई थी.