पटनाः बिहार की राजनीति में नरेंद्र नारायण यादव की बहुत चर्चा नहीं होती है. कोसी इलाके से आनेवाले नरेंद्र नारायण यादव गरीबों के लिए मसीहा की तरह हैं. नरेंद्र नारायण यादव सन 1995 से लगातार विधानसभा चुनाव जीतते आ रहे हैं. आलमनगर क्षेत्र की जनता लगातार नरेंद्र नारायण यादव को अपना जनप्रतिनिधि चुन रही है. नरेंद्र नारायण यादव आज तक कोई चुनाव नहीं हारे हैं.
क्षेत्र के लोगों को मिलता है आश्रयः कोसी इलाके के गरीब और लाचार बीमार लोगों के लिए नरेंद्र नारायण यादव का सरकारी आवास आश्रय स्थल है. दरअसल सीमांचल इलाके में कोई बड़ा अस्पताल नहीं है. लोगों को इलाज के लिए पटना आना पड़ता है. यहां ठहरना गरीबों के लिए काफी मुश्किल भरा होता है. ऐसे लोगों के लिए नरेंद्र नारायण यादव के सरकारी आवास का दरवाजा खुला रहता है. करीब 40 से 50 लोग हर रोज पहुंचते हैं.
बेटी की शादी में भी नहीं छीना आश्रयः दिसंबर में ही विधायक नरेंद्र नारायण यादव की बेटी की शादी संपन्न हुई. उस दौरान भी विधायक ने यहां ठहरे लोगों से आवास खाली नहीं कराया था. शादी के दौरान नरेंद्र नारायण यादव के अकाउंट में मात्र 34 हजार रुपये थे. बेटी की शादी के लिए पैसे की जुगाड़ में लगे थे. उस दौरान एक मरीज को मधेपुरा लौटने के लिए पैसे नहीं थे. विधायक ने 5000 रुपये उसे दे दिए.
जरूरतमंदों को आर्थिक मददः पिछले 30 साल से नरेंद्र नारायण यादव बीमार लोगों की सेवा में जुटे हैं. सीमांचल इलाके के तमाम जिलों से गरीब और जरूरतमंद लोग पटना पहुंचते हैं और विधायक आवास पर रहकर इलाज कराते हैं. रोगियों को विधायक की ओर से रहने की व्यवस्था के अलावा जरूरत पड़ने पर आर्थिक सहयोग भी दी जाती है. नाश्ते का प्रबंध भी विधायक की ओर से होता है.
गरीबों के लिए 10 कमरे की व्यवस्थाः नरेंद्र नारायण यादव ने सरकारी आवास पर 10 कमरे गरीबों के लिए रखे हैं. गंगो देवी कैंसर पीड़ित हैं. 1 महीने से विधायक के आवास पर अपने पति के साथ रहकर इलाज करा रही हैं. गंगो देवी के पति ने बताया कि "विधायक जी से काफी सहायता मिली और इनकी मदद के वजह से हम अपनी पत्नी का इलाज करा सके." संजय कुमार भी पिछले एक सप्ताह से विधायक नरेंद्र नारायण यादव जी के आवास पर रह रहे हैं.
"मुझे ईश्वर से गरीबों के मदद की प्रेरणा मिली है. मुझे यह ख्याल आया कि गरीबों की सेवा ही सच्चा धर्म है. हमने तभी से सोचा कि गरीबों के लिए कुछ करना चाहिए."- नरेंद्र नारायण यादव, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष
17 साल तक रहे प्रखंड प्रमुखः नरेंद्र नारायण यादव 1995 से विधायक हैं. नीतीश कुमार के करीबी नेता माने जाते हैं. आलमनगर क्षेत्र से लगातार जेडीयू के टिकट पर चुनाव जीत रहे हैं. 1978 से लेकर 1995 तक नरेंद्र नारायण यादव लगातार प्रखंड प्रमुख रहे. उनके खिलाफ कभी भी अविश्वास प्रस्ताव नहीं आया. प्रखंड प्रमुख रहते हुए नरेंद्र नारायण यादव पहली बार विधायक बने.
लगाते हैं जनता दरबारः नरेंद्र नारायण यादव जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं. वह गरीबों की मदद शिद्दत के साथ करते हैं. नरेंद्र नारायण यादव लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने के अलावा निजी नर्सिंग होम में इलाज कराने में भी मदद करते हैं. सरकार से गरीबों को आर्थिक सहायता भी दिलवाते हैं. जनता दरबार भी लगाते रहे हैं और जनता की समस्याओं का समाधान करते रहे हैं.
इसे भी पढ़ेंः विधायक नरेंद्र नारायण यादव आज भी लगाते हैं जनता दरबार, विकास कार्यों को लेकर क्षेत्र में हैं एक्टिव