पटना: जिले में किसानों की धान खरीद मामले को लेकर आरजेडी पूरी तरह से सरकार को घेरने के मूड में है. आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि जब तक किसानों की फसल का सही मूल्य नहीं मिलता, तब तक सड़क से लेकर सदन तक किसानों की आवाज को उठाते रहेंगे.
लड़ाई लड़ने को तैयार आरजेडी
राजधानी में किसानों का फसल तैयार है. धान खेत खलिहान में पड़े हुए है, लेकिन अभी तक इसका कोई खरीदार नहीं मिल पाया है. किसान मजबूरन आने-पौने दाम में धान बेचने को मजबूर हैं. किसान की इस मजबूरी को देखकर आरजेडी अब उनकी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हो गया है. हालांकि सरकार की ओर से दावा किया जा रहा है कि धान खरीद को लेकर सभी जिलाधिकारी को परमिशन मिल गयी है.
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कागजों पर दावा कर रही सरकार
आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह का दावा है कि सरकार सिर्फ कागजों पर ही दावा कर रही है. अभी तक किसानों का धान की खरीदारी की प्रक्रिया भी शुरू नहीं की गई है. आरजेडी विधायक ने कहा है कि धान खरीद की प्रक्रिया को लेकर उन्होंने सबसे पहले आवाज उठाई थी. सदन के अंदर जब राज्यपाल का अभिभाषण चल रहा था, तब भी किसानों के मुद्दे को लेकर अपनी आवाज बुलंद की थी.
पिछल साल का बकाया राशि नहीं किया गया चुकता
विधायक ने कहा कि सरकार धान खरीद का जो दावा कर रही है, वह सरासर झूठ बोलने का काम कर रही है. आरजेडी विधायक ने बताया कि उन्होंने बिहार के कई पैक्स अध्यक्षों से बात की तो, उन लोगों ने कहा कि अभी तक सरकार की ओर से या जिला प्रशासन की ओर कोई सूचना नहीं मिली है. यही नहीं इंटेक्स अध्यक्षों के माध्यम से जो सरकार पिछले साल धान खरीद की थी, उनका अभी तक बकाया नहीं मिला है. इसकी वजह से धान की खरीदारी नहीं की जा रही है. यदि सरकार पिछले साल का बकाया राशि चुकता कर देती है तो, धान खरीद संभव हो सकेगा.
शाहाबाद में सबसे अधिक होती है धान की उपज
आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने दावा किया है कि पूरे बिहार में सबसे अधिक धान की उपज शाहाबाद में होती है. शाहाबाद के किसानों का आमदनी का जरिया भी किसान ही है, लेकिन इन्हें फसल का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है. जिसकी वजह से इनके सभी काम ठप पड़े हुए हैं. किसानों के बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है. शादी विवाह के मौसम में किसान पूरी तरह से लाचार दिख रहे हैं. इनकी मांगों को लेकर सड़क से सदन तक सरकार को घेरेंगे.