पटना: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों से बिहार में महागठबंधन के घटक दलों में उत्साह है. शनिवार को विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि अब तक के चुनावों में भगवान राम के नाम पर वोट मांगने वाली भाजपा कर्नाटक चुनाव में भगवान राम को भूला कर बजरंगबली के नाम पर वोट मांग रही थी. जिससे बजरंगबली नाराज हो गए. गदा चला कर आज अपने अराध्य दिन शनिवार को भाजपा के अहंकारी अवसरवाद को ध्वस्त कर दिए हैं.
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"कर्नाटक विधानसभा चुनाव से भाजपा के पतन का सिलसिला शुरू हो चुका है, जो 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव का ट्रेलर है. कर्नाटक की जनता ने अपने वोट के चोट से भाजपा नेताओं के अहं और वहम का माकूल जवाब देने का काम किया है"- चितरंजन गगन, राजद प्रवक्ता
भाजपा को काफी क्षति उठानी पड़ीः राजद प्रवक्ता ने कहा कि जिस नेता की करिश्मा पर भाजपा नेताओं को ज्यादा भरोसा था उनके द्वारा सात दिन में 19 जनसभाएं एवं रैलियों के साथ हीं 6 रोड-शो किया गया, पर उनमें से अधिकांश जगहों पर भाजपा को काफी क्षति उठानी पड़ी. गगन ने यह भी कहा कि गृहमंत्री अमित शाह द्वारा 16 जनसभा और 14 रोड-शो किया गया था जबकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने 10 जनसभा और 16 रोड-शो किए थे.
भविष्य की राजनीति का खुला संकेतः कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा किया गया 437 जनसभाएं 138 रोड-शो भी कर्नाटक की जनता को प्रभावित नहीं कर सका. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित आधा दर्जन मुख्यमंत्री और दर्जनों केन्द्रीय मंत्रियों द्वारा दिए गए भावनात्मक और उन्मादी भाषण को खारिज कर कर्नाटक की जनता ने भविष्य की राजनीति का खुला संकेत देने का काम किया है. इसके लिए कर्नाटक की जनता बधाई के पात्र हैं.
चुनाव के नतीजों से नीतीश के प्रयासों को मिलेगा बल: जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है. जिस तरीके से भाजपा नेता हनुमान को चुनाव के बीच में ला रहे थे ऐसा लगता है कि हनुमान जी ने भी भाजपा का साथ छोड़ दिया. भगवान राम भी दुखी होंगे. कर्नाटक चुनाव के नतीजे यह दर्शाते हैं कि जनता का मिजाज क्या है. चुनाव के नतीजों से नीतीश कुमार के प्रयासों को और बल मिलने वाला है.