पटना: बिहार में कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन लागू किया गया है. लेकिन फिर भी कोरोना संक्रमण का खतरा कम नहीं हो रहा है. हर दिन कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. लेकिन इस महामारी की वजह से विधानसभा चुनाव पर आशंका के बादल अब भी छाए हुए हैं.
दरअसल, एक तरफ सत्ता पक्ष चुनाव को लेकर आश्वस्त दिख रहा है. वहीं दूसरी तरफ विपक्ष के तमाम दल वर्तमान परिस्थितियों में चुनाव नहीं कराने की मांग कर रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच सभी राजनीतिक दलों की चुनावी तैयारी जारी है.
जारी है चुनाव की तैयारियां
लॉकडाउन से पहले जब अनलॉक वन और अनलॉक टू लगाया गया था. इस दौरान जेडीयू, बीजेपी और आरजेडी में भी कई सांगठनिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था. प्रदेश दफ्तर में तो 15 से ज्यादा बैठके और समारोह आयोजित हुए थे. इस दौरान कई नेता भी आरजेडी में शामिल हुए. लेकिन जब संक्रमण बिहार में तेजी से बढ़ा और सरकार ने दोबारा लॉकडाउन लागू किया. इसके बाद राजनीतिक गतिविधियां बंद हो गई. लेकिन चुनाव की तैयारी फिर भी चल रही है.
'आरजेडी नेता और कार्यकर्ता कर रहे हैं लोगों की मदद'
चुनाव की तैयारी कैसी चल रही है. इस बारे में राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बताया कि मुश्किल दौर में हम लोगों से चुनाव की बात कैसे कर सकते हैं, जब एक तरफ बाढ़ का कहर है और दूसरी तरफ कोरोना महामारी के कारण लोग त्रस्त हैं. ऐसी हालत में चुनाव की बात करना कहीं से उचित नहीं है.
जगदानंद सिंह ने कहा कि बाढ़ के कहर से बड़ी संख्या में लोग सड़क पर रहने को मजबूर हो गए हैं. उनके पास ना तो रहने को घर है और ना ही खाने को रोटी है. ऐसी मुश्किल घड़ी में आरजेडी के तमाम नेता और कार्यकर्ता लोगों की मदद कर रहे हैं. यही हमारे लिए चुनाव की असली तैयारी है, क्योंकि मुश्किल वक्त में जो काम आता है जनता उन्हें ही याद रखती है.
'लोगों की कर रहे मदद'
प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस सरकार ने एक तो लोगों को मुसीबत में डाला और जब उन्हें मदद की दरकार थी, तो भूखे मरने को छोड़ दिया. लोग ना सिर्फ बाढ़ से बेहाल हैं, बल्कि कोरोना वायरस ने कई घरों को हर तरह से तोड़ कर रख दिया है. जगदानंद सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं और बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हैं.
'जबरदस्ती लॉकडाउन किया था लागू'
जगदानंद सिंह ने इस बात का भी जिक्र किया है कि जब संक्रमण इतना नहीं था, तब सरकार ने जबरदस्ती लॉकडाउन लागू किया था. मार्च महीने में पार्टी के प्रशिक्षण शिविर की तैयारी जोरों पर थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से यह शिविर नहीं हो पाया. उन्होंने कहा कि अब तो इतना समय भी नहीं बचा कि हम लोगों को कोई प्रशिक्षण दे सकें. लेकिन हाल के दिनों में जितनी सभाएं और समारोह पार्टी दफ्तर में हुए हैं. वह सभी कहीं ना कहीं पार्टी संगठन के प्रशिक्षण का ही हिस्सा थे और अब जब पार्टी के नेता और कार्यकर्ता और संगठन से जुड़े लोग बाढ़ग्रस्त लोगों की मदद कर रहे हैं, तो इससे बड़ी चुनाव की तैयारी और क्या हो सकती है.