पटनाः आरजेडी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने पटना में प्रस कॉन्फ्रेंस (RJD Press Conference On Land For Job Scam) की, जहां उनहोंने बताया कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) के मॉल पर छापेमारी की खबर गलत है. 48 घंटे के अंदर मीडिया को मानहानि का नोटिस भेजा जाएगा. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बिहार के लोगों ने तेजस्वी के नाम पर मुहर लगा दी है, यहां के लोगों को गुजराती ठप्पा नहीं चाहिए.
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आरजेडी भेजेगा मानहानि का नोटिसः मीडिया से बात करते हुए मनोज झा ने कहा कि मीडिया की जिस वर्ग ने सूत्रों के हवाले से गुरुग्राम के मॉल को तेजस्वी का बताया था उसे 48 घंटे के अंदर आरजेडी मानहानि का नोटिस भेजेगा. 24 तारीख से महागठबंधन का एक-एक कार्यकर्ता 24 घंटे अलर्ट रहेगा, उन्होंने कहा कि कृष्ण के ऊपर बिहार के लोगों की मुहर लग चुकी है गुजराती ठप्पा नहीं चाहिए.
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"सीबीआई को भेज देना चाहिए आरजेडी की पाठशाला में हम सब बता देंगे. मॉल के डॉयरेक्टर को बीजेपी नेता मनोहर लाल खट्टर ने अपना बताया था. ये तो उन्हीं से पूछना चाहिए वहां छापा जो पड़ा था वो क्या था. वो मॉल किसका है, सारे साक्षय तेजस्वी यादव दिखा चुके हैं, जिस मीडिया हाउस ने सूत्रों के हवाले से खबर चलाई और आरजेडी को जानबूझ कर बदनाम किया जाना इनकी मंशा है. अगर ये माफी नहीं मांगते हैं तो उन पर मानहानि का दावा ठोकेगें, इनका कोई मान नहीं है लेकिन हमारा मान तो है."- मनोज झा, राज्यसभा सांसद
'देश का हर नागरिक ये नंगई देख रहा है' : उन्होंने केंद्र सरकार पर तीखे हमले करते हुए कहा कि मॉल की सारी सच्चाई सबके सामने आ गई है. अब राजा नंगा होगा और उसके सारे सिपाहसलार और कुछ चापलूस मीडिया भी. इस देश का हर नागरिक ये नंगई देख रहा है. अभी तक उन्होंने माफी तक नहीं मांगी है, जिन्होंने तेजस्वी पर गलत आरोप लगाए. वहीं एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार बदलते ही सुशील मोदी को पहला रोजगार बिहार में मिला गया है, 10 लाख रोजगार की बात कही गई है, जो पूरी की जाएगी.
क्या है पूरा मामलाः दरअसल दिल्ली गुरुग्राम के सेक्टर 71 में अर्बन क्यूब्स मॉल (Tejashwi Yadav Urban Cube Mall) में भी बुधवार को सीबीआई ने छापेमारी की. जानकारी के अनुसार, इस मॉल में तेजस्वी यादव की हिस्सेदारी है. ये मामला भी नौकरी के बदले जमीन से जुड़ा बताया जा रहा है. आरोप ये है कि जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तो उस दौरान उन्होंने रेलवे में नौकरी के बदले कई जगहों पर जमीन लिखवाई थी. इसमें आरोप है कि तेजस्वी यादव के नाम भी कई जमीन लिखवाई गई थी. हालांकि, तेजस्वी उस वक्त नाबालिग थे. मीडिया में खबर आने के बाद तेजस्वी ने खुद सामने आकर बताया था कि ये मॉल उनका नहीं है. खबर गलत चलाई गई है.