पटनाः टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा (TMC MP Mahua Moitra) के द्वारा 'बिहारी गुंडा' (Bihari Gunda) शब्द के इस्तेमाल और तमिलनाडु के नगर प्रशासन मंत्री केएन नेहरू ( KN Nehru) के द्वारा लालू प्रसाद सहित बिहारियों को लेकर विवादित बयान देने पर बिहार की सियासत (Bihar Politics) गर्म हो गई है.
इसे भी पढ़ें-TMC सांसद महुआ मोइत्रा के 'बिहारी गुंडे' वाले बयान पर बवाल, बोली कांग्रेस- दिमाग का कराएं इलाज
बिहार विधानसभा में भी यह मुद्दा छाया रहा. इसके विरोध में भाजपा के एमएलसी संजय मयूख ने निंदा प्रस्ताव लाया, जिसका राजद ने विरोध किया. भाजपा एमएलसी ने साफ कहा कि बिहारियों का अपमान हम बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं. एनडीए के सभी घटक दल मिलकर हम इसका विरोध करेंगे.
"हमारे निंदा प्रस्ताव के विषय को समझे बिना राजद ने विरोध किया है. जबकि पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस की नेत्री महुआ मोइत्रा ने कल तीन-तीन बार बिहारी गुंडे शब्द का इस्तेमाल किया है. वहीं, तमिलनाडु के नगर प्रशासन मंत्री केएन नेहरू ने भी बिहारियों की निंदा की है. लालू प्रसाद यादव पर भी अमर्यादित टिप्पणी की गई है. जिसका हम विरोध करते हैं. लेकिन उनकी ही पार्टी ने हमारे निंदा प्रस्ताव का विरोध किया है."- संजय मयूख, भाजपा एमएलसी
इसे भी पढ़ें-जानें, क्यों चर्चा में रहा टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का यह भाषण
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (BJP MP Nishikant Dubey) ने आरोप लगाया कि आईटी कमिटी की बैठक में महुआ मोइत्रा ने उन्हें तीन बार बिहारी गुंडा कहा. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि टीएमसी ने बिहारी गुंडा शब्द का इस्तेमाल कर बिहार के साथ-साथ पूरे हिंदी भाषी लोगों को गाली दी है. इसके बाद से बिहार में भी राजनीतिक पारा हाई है. भाजपा, राजद, कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों ने एक सुर में इसका विरोध किया है.
बता दें कि तमिलनाडु के मंत्री और डीएमके नेता केएन नेहरू ने पार्टी की बैठक में विवादित बयान दिया था. उन्होने कहा था कि 'बिहारियों के पास ज्यादा दिमाग नहीं होता है.' इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के समय में बिहारियों ने कई नौकरियां छीन लीं जो तमिलनाडु के लोगों को मिलनी चाहिए.
इसे भी पढे़ं-'बिहारी गुंडे' के सवाल पर कन्नी काट गए तेजस्वी, बोले- यह TMC या ममता बनर्जी का बयान नहीं