पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में अभी करीब 10 महीने का वक्त बाकी है. लेकिन, इसे लेकर सियासी गहमागहमी तेज हो चुकी है. चुनाव से पहले महागठबंधन में सीटों को लेकर एक दूसरे पर दबाव बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है. इसे लेकर सभी पार्टियां अपने-अपने विचार भी जाहिर कर चुके हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हम और कांग्रेस दोनों में से कोई भी पार्टी पीछे हटने के मूड में नहीं है. लेकिन, राष्ट्रीय जनता दल ने एक बार फिर सबसे बड़ा दल होने के नाते अपने इरादे साफ कर दिए हैं.
चुनाव में अभी वक्त है- RJD
इस बारे में ईटीवी भारत से बातचीत में राष्ट्रीय जनता दल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने कहा कि अभी चुनाव में काफी वक्त है. वक्त आने पर राष्ट्रीय जनता दल सभी दलों से बात करेगा. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने दो टूक कह दिया कि जो साथ नहीं चलेगा वह खामियाजा भुगतेगा.
लालू यादव करेंगे आखिरी फैसला
बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बयान से राष्ट्रीय जनता दल के इरादे साफ हो जाते हैं. पिछली बार भी अपने सहयोगी दलों की लाख कोशिशों के बावजूद आरजेडी ने न तो कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाई और न ही चुनाव से पहले उनसे कोई ज्यादा बात की. इस बार भी आरजेडी के इरादों से यह साफ है कि चुनाव से कुछ दिन पहले ही सहयोगी दलों से बात होगी और सीट शेयरिंग में आखिरी फैसला लालू यादव का ही होगा.
सीट शेयरिंग को लेकर हो चुकी है तकरार
गौरतलब है कि 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले भी सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन में जमकर तकरार हुई थी. महागठबंधन में शामिल आरएलएसपी और हम ने कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग की थी. लेकिन, आखिरकार सारा फैसला रांची में लालू की ओर से ही हुआ.
बिहार में सबसे बड़ा विपक्षी दल होने के कारण राष्ट्रीय जनता दल महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बाकी दलों पर हावी रहा है. ऐसे में मांझी लगातार कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग कर रहे हैं ताकि सीट बंटवारे पर समय रहते संतोषप्रद फैसला हो सके. मांझी ने तो 31 दिसंबर तक ही कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने के लिए वक्त दिया था.