ETV Bharat / state

सीट बंटवारे पर जगदानंद का अल्टीमेटम- जो साथ नहीं चलेगा, वो खामियाजा भुगतेगा

इस बारे में ईटीवी भारत से बातचीत में राष्ट्रीय जनता दल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने कहा कि अभी चुनाव में काफी वक्त है. वक्त आने पर राष्ट्रीय जनता दल सभी दलों से बात करेगा. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने दो टूक कह दिया कि जो साथ नहीं चलेगा वह खामियाजा भुगतेगा.

mahagathbandhan
mahagathbandhan
author img

By

Published : Jan 11, 2020, 2:38 PM IST

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में अभी करीब 10 महीने का वक्त बाकी है. लेकिन, इसे लेकर सियासी गहमागहमी तेज हो चुकी है. चुनाव से पहले महागठबंधन में सीटों को लेकर एक दूसरे पर दबाव बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है. इसे लेकर सभी पार्टियां अपने-अपने विचार भी जाहिर कर चुके हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हम और कांग्रेस दोनों में से कोई भी पार्टी पीछे हटने के मूड में नहीं है. लेकिन, राष्ट्रीय जनता दल ने एक बार फिर सबसे बड़ा दल होने के नाते अपने इरादे साफ कर दिए हैं.

चुनाव में अभी वक्त है- RJD
इस बारे में ईटीवी भारत से बातचीत में राष्ट्रीय जनता दल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने कहा कि अभी चुनाव में काफी वक्त है. वक्त आने पर राष्ट्रीय जनता दल सभी दलों से बात करेगा. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने दो टूक कह दिया कि जो साथ नहीं चलेगा वह खामियाजा भुगतेगा.

mahagathbandhan
सीट शेयरिंग पर चर्चा करते महागठबंधन के नेता

लालू यादव करेंगे आखिरी फैसला
बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बयान से राष्ट्रीय जनता दल के इरादे साफ हो जाते हैं. पिछली बार भी अपने सहयोगी दलों की लाख कोशिशों के बावजूद आरजेडी ने न तो कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाई और न ही चुनाव से पहले उनसे कोई ज्यादा बात की. इस बार भी आरजेडी के इरादों से यह साफ है कि चुनाव से कुछ दिन पहले ही सहयोगी दलों से बात होगी और सीट शेयरिंग में आखिरी फैसला लालू यादव का ही होगा.

ईटीवी संवाददाता की रिपोर्ट

सीट शेयरिंग को लेकर हो चुकी है तकरार
गौरतलब है कि 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले भी सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन में जमकर तकरार हुई थी. महागठबंधन में शामिल आरएलएसपी और हम ने कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग की थी. लेकिन, आखिरकार सारा फैसला रांची में लालू की ओर से ही हुआ.

बिहार में सबसे बड़ा विपक्षी दल होने के कारण राष्ट्रीय जनता दल महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बाकी दलों पर हावी रहा है. ऐसे में मांझी लगातार कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग कर रहे हैं ताकि सीट बंटवारे पर समय रहते संतोषप्रद फैसला हो सके. मांझी ने तो 31 दिसंबर तक ही कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने के लिए वक्त दिया था.

सीट बंटवारे पर जगदानंद का अल्टीमेटम- जो साथ नहीं चलेगा, वो खामियाजा भुगतेगा

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में अभी करीब 10 महीने का वक्त बाकी है. लेकिन, इसे लेकर सियासी गहमागहमी तेज हो चुकी है. चुनाव से पहले महागठबंधन में सीटों को लेकर एक दूसरे पर दबाव बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है. इसे लेकर सभी पार्टियां अपने-अपने विचार भी जाहिर कर चुके हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हम और कांग्रेस दोनों में से कोई भी पार्टी पीछे हटने के मूड में नहीं है. लेकिन, राष्ट्रीय जनता दल ने एक बार फिर सबसे बड़ा दल होने के नाते अपने इरादे साफ कर दिए हैं.

चुनाव में अभी वक्त है- RJD
इस बारे में ईटीवी भारत से बातचीत में राष्ट्रीय जनता दल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने कहा कि अभी चुनाव में काफी वक्त है. वक्त आने पर राष्ट्रीय जनता दल सभी दलों से बात करेगा. लेकिन इसके साथ ही उन्होंने दो टूक कह दिया कि जो साथ नहीं चलेगा वह खामियाजा भुगतेगा.

mahagathbandhan
सीट शेयरिंग पर चर्चा करते महागठबंधन के नेता

लालू यादव करेंगे आखिरी फैसला
बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बयान से राष्ट्रीय जनता दल के इरादे साफ हो जाते हैं. पिछली बार भी अपने सहयोगी दलों की लाख कोशिशों के बावजूद आरजेडी ने न तो कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाई और न ही चुनाव से पहले उनसे कोई ज्यादा बात की. इस बार भी आरजेडी के इरादों से यह साफ है कि चुनाव से कुछ दिन पहले ही सहयोगी दलों से बात होगी और सीट शेयरिंग में आखिरी फैसला लालू यादव का ही होगा.

ईटीवी संवाददाता की रिपोर्ट

सीट शेयरिंग को लेकर हो चुकी है तकरार
गौरतलब है कि 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले भी सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन में जमकर तकरार हुई थी. महागठबंधन में शामिल आरएलएसपी और हम ने कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग की थी. लेकिन, आखिरकार सारा फैसला रांची में लालू की ओर से ही हुआ.

बिहार में सबसे बड़ा विपक्षी दल होने के कारण राष्ट्रीय जनता दल महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बाकी दलों पर हावी रहा है. ऐसे में मांझी लगातार कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग कर रहे हैं ताकि सीट बंटवारे पर समय रहते संतोषप्रद फैसला हो सके. मांझी ने तो 31 दिसंबर तक ही कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने के लिए वक्त दिया था.

Intro:बिहार में विधानसभा चुनाव मैं अभी करीब 10 महीने का वक्त है लेकिन सियासी गहमागहमी तेज है। चुनाव से पहले महागठबंधन में सीटों को लेकर एक दूसरे पर दबाव बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है। इसे लेकर जीतन राम मांझी ने अपने इरादे कल ही जता दिए थे उधर कांग्रेस भी इस बार पीछे हटने के मूड में नहीं है। लेकिन राष्ट्रीय जनता दल ने एक बार फिर सबसे बड़ा दल होने के नाते अपने इरादे साफ कर दिए हैं। देखिए यह खास रिपोर्ट


Body:वर्ष 2019 में लोकसभा चुनाव से पहले भी सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन में जमकर तकरार हुई थी। महागठबंधन में शामिल रालोसपा और हम ने कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग की थी लेकिन आखिरकार सारा फैसला रांची में लालू की ओर से ही हुआ। पिछले अनुभव को देखते हुए एक बार फिर समय से काफी पहले ही कांग्रेस और हमने सीटों को लेकर अपने इरादे जता दिये हैं।
बिहार में सबसे बड़ा विपक्षी दल होने के कारण राष्ट्रीय जनता दल महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर बाकी दलों पर हावी रहा है। ऐसे में मांझी लगातार कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग कर रहे हैं ताकि सीट बंटवारे पर समय रहते संतोषप्रद फैसला हो सके। मांझी ने तो 31 दिसंबर तक का ही वक्त कोऑर्डिनेशन बनाने के लिए दिया था।
इस बारे में ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में राष्ट्रीय जनता दल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने कहा कि अभी चुनाव में काफी वक्त है। वक्त आने पर राष्ट्रीय जनता दल सभी दलों से बात करेगा लेकिन इसके साथ ही उन्होंने दो टूक कह दिया कि जो साथ नहीं चलेगा वह खामियाजा भुगतेगा।


Conclusion:राष्ट्रीय जनता दल के इरादे जगदानंद सिंह के बयान से साफ हो जाते हैं। पिछली बार भी अपने सहयोगी दलों की लाख कोशिशों के बावजूद राजद ने न तो कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाई और ना ही चुनाव से पहले उनसे कोई ज्यादा बात की। इस बार भी राजद के इरादों से यह साफ है कि चुनाव से कुछ दिन पहले ही सहयोगी दलों से बात होगी और सीट शेयरिंग में आखिरी फैसला लालू यादव का ही होगा।

जगदानंद सिंह प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय जनता दल
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.