पटना: शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच चल रहे विवाद को लेकर राजद कोटे के मंत्री शमीम अहमद ने शिक्षा मंत्री से आग्रह किया है कि इगो छोर कर बिहार के विकास पर ईगो करने की जरूरत है. केके पाठक को भी ईगो छोड़ने की नसीहत दी है. विधि मंत्री ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने पार दोनों को काम करने की सलाह दी है ताकि बिहार की छवि धूमिल ना हो.
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शिक्षा मंत्री ने नीतीश से की मुलाकातः विधि मंत्री ने कहा कि मंत्री को सदन में सरकार के जवाब देना पड़ता है. क्योंकि मंत्री जनता के होते हैं. दोनों की अपनी अपनी जिम्मेवारी होती है. हमारी सरकार शिक्षा और बिहार के विकास को लेकर संकल्पित है. शिक्षा और स्वास्थ्य पर पूरी सरकार की विशेष नजर है और विशेष काम करने की जरूरत है. बता दें कि शिक्षा मंत्री और केके पाठक के बीच तनातनी के बाद शिक्षा मंत्री ने लालू प्रसाद और नीतीश कुमार से मुलाकात की है.
"मंत्री सरकार होते हैं और पदाधिकारी तंत्र होते हैं. जब दोनों के बीच तालमेल नहीं होता है तब तक विकास नहीं होता है. मंत्री और पदाधिकारी दोनों लोगों को अपना ईगो छोड़कर बिहार के विकास पर ध्यान देने की जरूरत है."- शमीम अहमद, विधि मंत्री
पहले भी मंत्री और सचिव में हुई है तकरार: बता दें कि महागठबंधन सरकार में शिक्षा मंत्री और अपर मुख्य सचिव के बीच टकराव की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी समाज कल्याण विभाग के मंत्री मदन सहनी अपने अधिकारी पर मनमाना ढंग से काम करने का आरोप लगाकर इस्तीफा देने का ऐलान किया था. लेकिन समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी को समझा-बुझाकर इस्तीफा देने से रोक लिया गया था.