पटना: इस साल संसद के बजट सत्र की शुरुआत शुक्रवार यानी आज से शुरु हो गई है. बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. वहीं, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी, 2021 को केंद्रीय बजट पेश करेंगी.
बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टियों ने केंद्रीय बजट को लेकर प्रतिक्रिया दी है. आरजेडी समेत तमाम वामपंथी दलों ने एक स्वर में कहा कि वर्तमान मोदी सरकार सिर्फ पूंजीपतियों की भलाई में लगी है और ऐसे में केंद्रीय बजट से कोई उम्मीद करना बेकार है.
'केंद्र सरकार का अगर पिछला ट्रेक रिकॉर्ड देखें, तो बिहार को केंद्रीय बजट से कुछ भी हासिल नहीं हुआ है. बिहार में डबल इंजन की सरकार है फिर भी इसका कोई फायदा बिहार को नहीं मिला है. ना तो विशेष राज्य का दर्जा मिला और ना ही कोई विशेष पैकेज का लाभ मिला है, फिर भी उम्मीद करते हैं कि केंद्र सरकार बिहार पर ध्यान दें और बिहार में बाढ़ और सूखे की समस्या को देखते हुए विशेष बंदोबस्त करें': मृत्युंजय तिवारी, आरजेडी नेता
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इधर, वामपंथी नेताओं ने भी केंद्र सरकार पर केंद्रीय बजट से पहले बड़ा हमला बोला है. सीपीएम नेता अवधेश कुमार ने कहा की वर्तमान केंद्र सरकार सिर्फ और सिर्फ पूंजीपतियों की भलाई के लिए काम कर रही हैं. ऐसे में इस मोदी सरकार से कोई उम्मीद करना व्यर्थ है. वहीं, सीपीआई नेता रामबाबू कुमार ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में आंदोलनरत किसानों के प्रति केंद्र सरकार ने जो रवैया अपनाया है. उससे यह साफ है कि केंद्र सरकार पूंजीपति घरानों के फायदे के अलावा और किसी भी चीज के बारे में नहीं सोचती है.
केंद्रीय बजट पर बिहार की विपक्षी पाटियों का एक स्वर, कहा- बजट से नहीं है कोई उम्मीद'