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गंगा, बूढ़ी गंडक, कोसी, बागमती और कमला सहित उत्तर बिहार की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर

उत्तर बिहार की नदियों में उफान के कारण बड़े हिस्से में अभी भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. गंगा में भी धीरे-धीरे जलस्तर बढ़ने लगा है. इस बाढ़ से 54 लाख लोग प्रभावित हैं. 4 लाख लोगों को बाढ़ ग्रस्त इलाकों से बाहर निकाला गया है. हालांकि फरक्का में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

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Published : Aug 4, 2020, 6:27 AM IST

पटना: बिहार के कई जिलों में नदियों के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ आ गई है. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा और सीतामढ़ी सहित 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. गंगा, महानंदा, बूढ़ी गंडक, बागमती, और कोसी सहित उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर हैं. ये नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इससे लोगों में डर समाया है. वहीं, कुछ नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं, लेकिन उसके जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है.

जल संसाधन विभाग के अनुसार कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है.

  1. गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज में खतरे के निशान से अब 08 सेंटीमीटर नीचे है. कहलगांव में खतरे के निशान से 13 सेंटीमीटर नीचे है. फरक्का में खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर है.
  2. गंगा नदी का जलस्तर हाथीदह में 81 सेंटीमीटर नीचे है.
  3. घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से 46 सेंटीमीटर ऊपर है.
  4. गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 112 सेंटीमीटर ऊपर है. रेवा घाट में खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर नीचे है.
  5. बूढ़ी गंडक का जलस्तर रोसड़ा में 393 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं लालबेगिया घाट में 30 सेंटीमीटर ऊपर है. समस्तीपुर में खतरे के निशान से 258 सेंटीमीटर ऊपर है. सिकंदरपुर में 119 सेंटीमीटर ऊपर है. खगड़िया में खतरे के निशान से 118 सेंटीमीटर ऊपर है.
  6. बागमती नदी का जलस्तर ढेंग ब्रिज में खतरे के निशान से 36 सेंटीमीटर ऊपर है. जबकि रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 171 सेंटीमीटर और बेनीबाद में 96 सेंटीमीटर ऊपर है. हायाघाट में 224 सेंटीमीटर ऊपर है.
  7. अधवारा समूह नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान से 101 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं एकमी घाट में 205 सेंटीमीटर ऊपर है.
  8. कमला बलान नदी का जलस्तर झंझारपुर में 85 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है, जबकि जयनगर में खतरे के निशान से 31 सेंटीमीटर ऊपर है.
  9. कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 207 सेंटीमीटर ऊपर है. कुर्सेला में खतरे के निशान से 09 सेंटीमीटर ऊपर है.
  10. महानंदा नदी का जलस्तर ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर है. झावा में खतरे के निशान से 57 सेंटीमीटर ऊपर है.
  11. परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 47 सेंटीमीटर ऊपर है.
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जल संसाधन विभाग की ओर से जारी आंकड़े

गंगा का जलस्तर

क्रम संख्याजगह का नामखतरे का निशानवर्तमान स्थिति
1बक्सर60.3253.30
2दीघाघाट50.4548.81
3गांधी घाट48.6047.78
4हाथीदह41.7640.95
5मुंगेर39.3337.57
6भागलपुर33.6832.49
7कहलगांव31.0930.96
8साहेबगंज27.2527.27
9फरक्का22.2522.75


(सभी मीटर में)

उत्तर बिहार की नदियों में उफान के कारण बड़े हिस्से में अभी भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. गंगा में भी धीरे-धीरे जलस्तर बढ़ने लगा है. इस बाढ़ से 54 लाख लोग प्रभावित हैं. 4 लाख लोगों को बाढ़ ग्रस्त इलाकों से बाहर निकाला गया है. हालांकि फरक्का में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

पटना: बिहार के कई जिलों में नदियों के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ आ गई है. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा और सीतामढ़ी सहित 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. गंगा, महानंदा, बूढ़ी गंडक, बागमती, और कोसी सहित उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर हैं. ये नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इससे लोगों में डर समाया है. वहीं, कुछ नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं, लेकिन उसके जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है.

जल संसाधन विभाग के अनुसार कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है.

  1. गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज में खतरे के निशान से अब 08 सेंटीमीटर नीचे है. कहलगांव में खतरे के निशान से 13 सेंटीमीटर नीचे है. फरक्का में खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर है.
  2. गंगा नदी का जलस्तर हाथीदह में 81 सेंटीमीटर नीचे है.
  3. घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से 46 सेंटीमीटर ऊपर है.
  4. गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 112 सेंटीमीटर ऊपर है. रेवा घाट में खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर नीचे है.
  5. बूढ़ी गंडक का जलस्तर रोसड़ा में 393 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं लालबेगिया घाट में 30 सेंटीमीटर ऊपर है. समस्तीपुर में खतरे के निशान से 258 सेंटीमीटर ऊपर है. सिकंदरपुर में 119 सेंटीमीटर ऊपर है. खगड़िया में खतरे के निशान से 118 सेंटीमीटर ऊपर है.
  6. बागमती नदी का जलस्तर ढेंग ब्रिज में खतरे के निशान से 36 सेंटीमीटर ऊपर है. जबकि रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 171 सेंटीमीटर और बेनीबाद में 96 सेंटीमीटर ऊपर है. हायाघाट में 224 सेंटीमीटर ऊपर है.
  7. अधवारा समूह नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान से 101 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं एकमी घाट में 205 सेंटीमीटर ऊपर है.
  8. कमला बलान नदी का जलस्तर झंझारपुर में 85 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है, जबकि जयनगर में खतरे के निशान से 31 सेंटीमीटर ऊपर है.
  9. कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 207 सेंटीमीटर ऊपर है. कुर्सेला में खतरे के निशान से 09 सेंटीमीटर ऊपर है.
  10. महानंदा नदी का जलस्तर ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर है. झावा में खतरे के निशान से 57 सेंटीमीटर ऊपर है.
  11. परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 47 सेंटीमीटर ऊपर है.
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जल संसाधन विभाग की ओर से जारी आंकड़े

गंगा का जलस्तर

क्रम संख्याजगह का नामखतरे का निशानवर्तमान स्थिति
1बक्सर60.3253.30
2दीघाघाट50.4548.81
3गांधी घाट48.6047.78
4हाथीदह41.7640.95
5मुंगेर39.3337.57
6भागलपुर33.6832.49
7कहलगांव31.0930.96
8साहेबगंज27.2527.27
9फरक्का22.2522.75


(सभी मीटर में)

उत्तर बिहार की नदियों में उफान के कारण बड़े हिस्से में अभी भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. गंगा में भी धीरे-धीरे जलस्तर बढ़ने लगा है. इस बाढ़ से 54 लाख लोग प्रभावित हैं. 4 लाख लोगों को बाढ़ ग्रस्त इलाकों से बाहर निकाला गया है. हालांकि फरक्का में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

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