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गांधी घाट पर करोड़ों की लागत से बने रेस्टोरेंट में लटक रहा ताला, कैसे बढ़ेगा बिहार टूरिज्म?

'भागीरथी विहार' रेस्टोरेंट का उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार के हाथों किया गया था. इसे खुलवाने का उद्देश्य यह था कि जब पर्यटक गंगा की सैर कर लें तो अपने परिवार के साथ व्यंजनों का लुत्फ ले सकें.

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Published : Jul 25, 2019, 8:12 PM IST

पटना: बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अनेकों कोशिश कर रहे हैं. पर्यटन स्थलों में विकास के काम भी किए जा रहे हैं. लेकिन, रख रखाव और अनदेखी के कारण योजनाएं दम तोड़ दे रही हैं. साल 2011 में पटना के गांधी घाट स्थित गंगा नदी के किनारे एक रेस्टोरेंट बनाया गया था. जो आज बंद पड़ा है. पर्यटनकों के लिए बने इस रेस्टोरेंट में आज ताला लटक रहा है.

'भागीरथी विहार' रेस्टोरेंट का उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार के हाथों किया गया था. इसे खुलवाने का उद्देश्य यह था कि जब पर्यटक गंगा की सैर कर लें तो अपने परिवार वालों के साथ यहां व्यंजनों का लुत्फ ले सकें. लेकिन, इन दिनों भागीरथी विहार रेस्टोरेंट बदहाली की मार झेल रही है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

समय के साथ बदहाल होता गया रेस्त्रां
बता दें कि साल 2011 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी घाट को पर्यटन स्थल में तब्दील करने की शुरुआत की थी. सभी घाटों पर बैठने के साथ-साथ वॉकिंग के लिए भी लेन तैयार किए गए थे. ताकि सुबह शाम पर्यटक यहां आकर गंगा नदी का आनंद ले सकें. इसी जगह पर बिहार टूरिज्म के तरफ से भागीरथी विहार रेस्टोरेंट की शुरुआत की गई. लेकिन, जैसे-जैसे समय बीतता गया यह रेस्टोरेंट बदहाली की स्थिति में जाता गया.

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नीतीश कुमार ने किया था उद्घाटन

करोड़ों की लागत से हुआ था निर्माण
सरकार ने दो बार इस रेस्टोरेंट को चालू करने का प्रयास भी किया. दोनों बार रेस्टोरेंट तो खुले लेकिन, अधिक दिनों तक चल नहीं पाए. नतीजतन, करोड़ों की लागत से बना यह रेस्टोरेंट गंगा घाट की शोभा बढ़ा रहा है. इस बाबत बिहार टूरिज्म के अधिकारियों से जवाब-तलब करने पर उन्होंने बात करने से भी इनकार कर दिया.

patna
गेट पर लटका है ताला

नहीं जा रही सीएम की नजर
मालूम हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छठ के त्योहार में अक्सर नासरीगंज घाट और गंगा नदी के हर घाट को निरीक्षण करते हैं. लेकिन, उनकी नजर भी कभी इस बदहाल भागीरथी विहार रेस्टोरेंट पर नहीं पड़ रही है.

पटना: बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अनेकों कोशिश कर रहे हैं. पर्यटन स्थलों में विकास के काम भी किए जा रहे हैं. लेकिन, रख रखाव और अनदेखी के कारण योजनाएं दम तोड़ दे रही हैं. साल 2011 में पटना के गांधी घाट स्थित गंगा नदी के किनारे एक रेस्टोरेंट बनाया गया था. जो आज बंद पड़ा है. पर्यटनकों के लिए बने इस रेस्टोरेंट में आज ताला लटक रहा है.

'भागीरथी विहार' रेस्टोरेंट का उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार के हाथों किया गया था. इसे खुलवाने का उद्देश्य यह था कि जब पर्यटक गंगा की सैर कर लें तो अपने परिवार वालों के साथ यहां व्यंजनों का लुत्फ ले सकें. लेकिन, इन दिनों भागीरथी विहार रेस्टोरेंट बदहाली की मार झेल रही है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

समय के साथ बदहाल होता गया रेस्त्रां
बता दें कि साल 2011 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी घाट को पर्यटन स्थल में तब्दील करने की शुरुआत की थी. सभी घाटों पर बैठने के साथ-साथ वॉकिंग के लिए भी लेन तैयार किए गए थे. ताकि सुबह शाम पर्यटक यहां आकर गंगा नदी का आनंद ले सकें. इसी जगह पर बिहार टूरिज्म के तरफ से भागीरथी विहार रेस्टोरेंट की शुरुआत की गई. लेकिन, जैसे-जैसे समय बीतता गया यह रेस्टोरेंट बदहाली की स्थिति में जाता गया.

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नीतीश कुमार ने किया था उद्घाटन

करोड़ों की लागत से हुआ था निर्माण
सरकार ने दो बार इस रेस्टोरेंट को चालू करने का प्रयास भी किया. दोनों बार रेस्टोरेंट तो खुले लेकिन, अधिक दिनों तक चल नहीं पाए. नतीजतन, करोड़ों की लागत से बना यह रेस्टोरेंट गंगा घाट की शोभा बढ़ा रहा है. इस बाबत बिहार टूरिज्म के अधिकारियों से जवाब-तलब करने पर उन्होंने बात करने से भी इनकार कर दिया.

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गेट पर लटका है ताला

नहीं जा रही सीएम की नजर
मालूम हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छठ के त्योहार में अक्सर नासरीगंज घाट और गंगा नदी के हर घाट को निरीक्षण करते हैं. लेकिन, उनकी नजर भी कभी इस बदहाल भागीरथी विहार रेस्टोरेंट पर नहीं पड़ रही है.

Intro:पर्यटन विभाग का यह कैसा खेल...पर्यटकों के लिए बनाए गए रेस्टोरेंट में लटकने लगे है ताले....


Body:पटना--- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे बिहार में पर्यटकों का बढ़ावा देने के लिए बिहार के हर पर्यटन जगह पर अनेकों योजनाओं के माध्यम से पर्यटन स्थल को विकसित कर रहे हैं 2011 में पटना के गांधी घाट स्थित गंगा नदी के किनारे गांधी घाट का सौंदर्यीकरण किए थे वहां पर पर्यटकोंओं गंगा की सैर के साथ अनेकों व्यंजनों का स्वाद के लिए गांधी घाट पर भागीरथी विहार रेस्टोरेंट खुलवाए थे ताकि लोग देर रात तक गंगा का शेर के साथ अच्छे-अच्छे व्यंजन का लुफ्त उठा सकें। लेकिन इन दिनों भागीरथी विहार रेस्टोरेंट बदहाली की स्थिति में है और इस रेस्टोरेंट में अब ताले भी लटक गए हैं यहां पर आने वाले सेनानी घाट का तो आनंद लेते हैं लेकिन यहां पर भागीरथी विहार रेस्टोरेंट पर लटके ताले लेकर निराश भी हो जाते हैं।

हम आपको बता दें कि 2011 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना के गांधी घाट की सुंदरीकरण के साथ ही यहां पर पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए सारे घाट के सीढ़ियों के साथ बैठने के लिए जगह-जगह छतरी नू मा बैठने के लिए जगत ही बनाई थी ताकि लोग सुबह शाम यहां आकर गंगा नदी का आनंद ले सकें साथ ही इस जगह पर एक अच्छा से रेस्टोरेंट भी बिहार टूरिज्म के तरफ से खुलवाए गए थे लेकिन समय बीतता गया और यह रेस्टोरेंट बदहाली की स्थिति में चला गया सरकार के तरफ से लगभग दो बार इस रेस्टोरेंट को को चालू करने का प्रयास भी किया गया लेकिन दोनों बार रेस्टोरेंट तो खुले लेकिन अधिक दिनों तक चल नहीं पाए एक बार फिर गांधी घाट पर बने भागीरथी विहार रेस्टोरेंट पर ताले लटक गए हैं जब हमने बिहार टूरिज्म के अधिकारियों से बात करने की कोशिश भी की तो वह बात करने से भी इनकार कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छठ के त्यौहार मैं अक्सर नासरीगंज घाट से गंगा नदी के हर घाट को निरीक्षण करते हुए गांधी घाट भी पहुंचते हैं लेकिन उनकी नजर इस बदहाल भागीरथी विहार रेस्टोरेंट पर नहीं पढ़ रहा है।




Conclusion:अब देखते हैं कि के गांधी घाट पर बने भागीरथी विहार रेस्टोरेंट लटके ताले पर सरकार की कब नजर जाती है और इस रेस्टोरेंट को एक बार फिर कब शुरू किया जाता है।

ईटीवी भारत के लिए पटना से अरविंद राठौर की रिपोर्ट।
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