सिवान: बिहार का सिवान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का गृह जिला है. लोगों को उम्मीद रहती है कि कम से कम स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल ठीक हो, लेकिन जो तस्वीर सामने आयी है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सदर अस्पताल का स्वास्थ्य व्यवस्था कितनी खराब है?
33 करोड़ मॉडल अस्पताल बने: सिवान सदर अस्पताल में हाल में 33 करोड़ रुपए की लागत से मॉडल अस्पताल बनाया गया है. कुछ दिन पहले ही इसका उद्घाटन किया गया था. लेकिन अभी भी पुराने भवन के पुरुष वार्ड में मरीजों का इलाज होता है. इसी वार्ड के मुख्य गेट पर एक बेड पर लावारिश कुत्ता बैठा दिखाई दिया. आपको बता दें कि जब कोई दुर्घटना होती है या किसी की मौत होती हैं तो इसी बेड पर रखा जाता है.
कुत्ता काटने का डर: पुरुष वार्ड में इलाज करा रहे मरीजों को कुत्ते काटने का खौफ सताने लगा है. जो मरीज इलाज कराने आते हैं वे सोंचते हैं कि बेहतर इलाज हो और स्वस्थ होकर घर वापस जाएं, लेकिन कुत्तों ने अगर काट लिया तो लेने के देने पड़ सकते हैं. लेकिन इसकी चिंता से बहुत दूर स्वास्थ्य विभाग के कर्मी ड्यूटी के नामपर सिर्फ कोरम पुरा करने आते हैं.
सीएस ने कहा-'जांच कराएंगे': सीवान सदर अस्पताल के पुरुष वार्ड के मुख्य गेट पर रखे बेड पर कुत्तों के आराम करने के पूरे मामले पर जब सिविल सर्जन श्रीनिवास प्रसाद से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि नई बिल्डिंग में सब कुछ शिफ्ट हो गया है. हालांकि उन्होंने कहा कि इसको देखवा लेते हैं. बताया कि वहीं पर डेड बॉडी रखा जाता है.
"उस वार्ड का सबकुछ नए भवन में शिफ्ट कर दिया गया है. वहां पर शव रखा जाता है. अगर इस तरह का मामला है तो इसकी जांच कराते हैं." -श्रीनिवास प्रसाद, सिविल सर्जन
प्रशासन की कब खुलेगी नींद: सिविल सर्जन के बयान से सवाल उठता है कि अगर वहां सिर्फ शव रखा जाता है तो क्या कुत्ता रहना ठीक है. अगर कुत्ता शव को नोच खाए तो क्या होगा? क्या इस तरह का मामल सामने आने के बाद प्रशासन की नींद खुलेगी.
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