नई दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सोमवार को सेंट्रल हॉल में एक दिवसीय कार्यक्रम 'पंचायत से संसद' के दूसरे संस्करण का उद्घाटन करेंगे. एक आधिकारिक बयान के अनुसार कार्यक्रम भगवान बिरसा मुंडा की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है. इसमें कार्यशालाएं, सत्र और नए संसद भवन, संविधान सदन, प्रधानमंत्री संग्रहालय और राष्ट्रपति भवन जैसे प्रमुख स्थानों का गाइडेड टूर भी शामिल होगा.
यह कार्यक्रम 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की अनुसूचित जनजातियों की 502 निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों को एक साथ लाएगा. इसका मुख्य उद्देश्य पंचायती राज संस्थाओं की इन महिला प्रतिनिधियों को संवैधानिक प्रावधानों, संसदीय प्रक्रियाओं और शासन के बारे में उनकी समझ बढ़ाकर सशक्त बनाना है. कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा और ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्रों में इन प्रतिनिधियों के योगदान को मान्यता देना भी है.
विशेषज्ञों और संसद सदस्यों द्वारा संचालित संवादात्मक कार्यशालाएं और सत्र भी आयोजित किए जाएंगे. विषयों में महिलाओं से संबंधित संवैधानिक प्रावधान शामिल होंगे, जिनमें 73वें संशोधन और पंचायतों के प्रावधान (अनुसूचित क्षेत्रों तक विस्तार) (पेसा) अधिनियम के साथ-साथ आदिवासी मुद्दों को संबोधित करने वाली सरकारी योजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
कार्यक्रम के दौरान लोकसभा अध्यक्ष प्रतिनिधियों को भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़ने में भी नेतृत्व करेंगे. इस कार्यक्रम में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया राहटकर और अन्य सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे. लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह स्वागत भाषण देंगे और केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम दिन में बाद में दूसरे सत्र को संबोधित करेंगे.
'पंचायत से संसद 2.0' 'पंचायत से संसद 2024' की सफलता के बाद शुरू किया गया है. इसमें पूरे भारत से 500 महिला सरपंचों ने हिस्सा लिया था. दूसरे संस्करण का उद्देश्य महिलाओं के नेतृत्व कौशल को और मजबूत बनाना है. साथ ही ग्रामीण और आदिवासी समुदायों में की गई प्रगति को आगे बढ़ाना है.