पटना: बिहार में कमजोर कांग्रेस अपने सबसे मजबूत सहयोगी आरजेडी को आंख दिखाती नजर आ रही है. कांग्रेस को राजद के नेता तेजस्वी यादव का नेतृत्व मंजूर नहीं है. प्रदेश प्रभारी सचिव वीरेंद्र सिंह राठौर ने बयान देते हुए तेजस्वी के नेतृत्व पर उठे सवाल को काल्पनिक करार दिया है.
जहां एक ओर राजद ने तेजस्वी यादव को अगले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के लिए प्रत्याशी घोषित कर रखा है. वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस इस पर संगठन का पाठ पढ़ा रही है. प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सचिव वीजेंद्र सिंह राठौर को तेजस्वी का नेतृत्व मंजूर नहीं है. पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए राठौर ने कहा कि किसी के भी नेतृत्व का चुनाव संगठन से होता है. उन्होंने एक और सवाल का जवाब देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री प्रत्याशी के लिए घोषित करने का कांग्रेस समर्थन करे, ये एक हाइपोथिटकल प्रश्न है, इसका जवाब भविष्य में दिया जाएगा. जाहिर तौर पर कांग्रेस का तेजस्वी पर इस तरह का बयान राजद के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.
तेजस्वी नेतृत्व पर सवाल क्यों
गौरतलब है कि बिहार में हुए लोकसभा चुनाव 2019 में महागठबंधन का नेतृत्व तेजस्वी यादव ने ही किया था. इस चुनाव में कांग्रेस ने एक सीट पर जीत हासिल की तो दूसरी ओर राजद, रालोसपा, हम और वीआईपी का खाता तक नहीं खुल सका था. इसके चलते कांग्रेस कहीं न कहीं तेजस्वी नेतृत्व पर सवाल उठा रही है.
-
JDU को बड़ा नुकसान! नीतीश के प्रचार से पहले पार्टी का चुनाव चिन्ह हुआ फ्रीज
— ETV Bharat Bihar (@etvbharatbihar) August 26, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
@NitishKumar #JDU #JharkhandAssemblyElection #Symbol #Freeze #ETVbharat https://t.co/a1tSgAg2x2
">JDU को बड़ा नुकसान! नीतीश के प्रचार से पहले पार्टी का चुनाव चिन्ह हुआ फ्रीज
— ETV Bharat Bihar (@etvbharatbihar) August 26, 2019
@NitishKumar #JDU #JharkhandAssemblyElection #Symbol #Freeze #ETVbharat https://t.co/a1tSgAg2x2JDU को बड़ा नुकसान! नीतीश के प्रचार से पहले पार्टी का चुनाव चिन्ह हुआ फ्रीज
— ETV Bharat Bihar (@etvbharatbihar) August 26, 2019
@NitishKumar #JDU #JharkhandAssemblyElection #Symbol #Freeze #ETVbharat https://t.co/a1tSgAg2x2
एक्टिव मोड में हैं तेजस्वी...
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बिहार की सक्रिय राजनीति से दूर हो गए थे. वहीं, तेजस्वी ने जबरदस्त कम बैक करते हुए सरकार को घेरने का काम किया है. तेजस्वी ने सबसे पहले पटना जंक्शन स्थित दूध मंडी को हटाए जाने का विरोध किया. वहीं, सोमवार को उन्होंने गोलंबर स्थित फल मंडी को हटाए जाने के विरोध में आवाज बुलंद की. वहीं, पार्टी के चल रहे सदस्यता अभियान में भी तेजस्वी लगातार भाग ले रहे हैं. रविवार को आयोजित सदस्यता अभियान में उन्होंने प्रेस वार्ता कर सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा. ऐसे में तेजस्वी विस चुनाव के लिए अपने सीएम पद की दावेदारी की प्रबल हुंकार भरते दिख रहे हैं.