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मंत्रिमंडल में JDU के शामिल नहीं होने से समर्थकों में मायूसी, आवास पर पसरा सन्नाटा

आरसीपी सिंह दोबारा मोदी मंत्रिमंडल में जगह पाने से चूक गए. इस बात की खबर मिलते ही पार्टी कार्यालय और उनके आवास पर सन्नाटा पसर गया.

आरसीपी सिंह के आवास पर पसरा सन्नाटा
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Published : May 31, 2019, 8:51 AM IST

पटना: बिहार में लोकसभा चुनाव बीजेपी और जेडीयू ने कंधे से कंधे मिलाकर लड़ते हुए भारी सफलता हासिल की. कल पीएम मोदी के संग उनके मंत्रिमंडल के मंत्रियों ने भी शपथ लिया. लेकिन जिस बात की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है वो है मोदी मंत्रिमंडल में जदयू के शामिल होने के इनकार करना. जदयू ने मंत्रिमंडल में शामिल होने के बजाए बाहर से समर्थन करने की बात कही है.

असल में प्रचंड बहुमत से सत्ता में आने वाली जेडीयू को एक मंत्री पद मिल रहा था. इसके लिए जेडीयू तैयार नहीं थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बैठक कर मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने का फैसला लिया. हालांकि केंद्र की मोदी सरकार को बाहर से समर्थन करेंगे. जेडीयू की तरफ से पटना में जश्न की पूरी तैयारी हो गई थी. लेकिन शपथ नहीं लेने की जानकारी मिलते ही मंत्री बनने वाले नेताजी के आवास पर मायूसी छा गई है.
JDU कार्यकर्ताओं में मायूसी और नाराजगी
केंद्रीय मंत्रिमंडल में जेडीयू की तरफ तीन मंत्रियों के लिए जगह मांगी गई. लेकिन बीजेपी नेतृत्व एक पद से ज्यादा देने को तैयार नहीं हुई. जिसके कारण सीएम के करीबी जेडीयू राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह और ललन सिंह मंत्री बनते-बनते रह गए. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से डेरा भी डाले हुए थे. लेकिन इस खबर के बाद कार्यकर्ताओं में नाराजगी के साथ-साथ मायूसी भी है. हालांकि यह भी उम्मीद है कि आगे कुछ रास्ता निकलेगा. क्योंकि बिहार में बीजेपी और जदयू की सरकार है.

आरसीपी सिंह के आवास का जायजा लेते संवाददाता अविनाश
दूसरी बार मंत्री बनने से चूके आरसीपी
आरसीपी सिंह के लिए यह पहला मौका नहीं है जब केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह पाते-पाते रह गए. इससे पहले बिहार में जेडीयू-बीजेपी के बीच गठबंधन होने के बाद मोदी सरकार पार्ट वन में आरसीपी सिंह सिंह मंत्री बनने से चूक गये थे. इस बार भी दुर्भाग्यवश आरसीपी मंत्री नहीं बन पाए हैं. आरसीपी के केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से उनके पटना स्थित आवास पर सन्नाटा पसरा हुआ है. मंत्री नहीं बनने से उनके समर्थकों के बीच मायूसी छा गयी है.
बिहार में कितना पड़ेगा असर?
केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू के शामिल नहीं होने के इस फैसले का बिहार में कितना असर पड़ता है ये देखना होगा. हालांकि नीतीश कुमार ने कहा है कि इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. मजबूती के साथ बिहार में एनडीए की सरकार चलेगी. केंद्र में भी हमारा समर्थन जारी रहेगा.

पटना: बिहार में लोकसभा चुनाव बीजेपी और जेडीयू ने कंधे से कंधे मिलाकर लड़ते हुए भारी सफलता हासिल की. कल पीएम मोदी के संग उनके मंत्रिमंडल के मंत्रियों ने भी शपथ लिया. लेकिन जिस बात की चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है वो है मोदी मंत्रिमंडल में जदयू के शामिल होने के इनकार करना. जदयू ने मंत्रिमंडल में शामिल होने के बजाए बाहर से समर्थन करने की बात कही है.

असल में प्रचंड बहुमत से सत्ता में आने वाली जेडीयू को एक मंत्री पद मिल रहा था. इसके लिए जेडीयू तैयार नहीं थी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बैठक कर मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने का फैसला लिया. हालांकि केंद्र की मोदी सरकार को बाहर से समर्थन करेंगे. जेडीयू की तरफ से पटना में जश्न की पूरी तैयारी हो गई थी. लेकिन शपथ नहीं लेने की जानकारी मिलते ही मंत्री बनने वाले नेताजी के आवास पर मायूसी छा गई है.
JDU कार्यकर्ताओं में मायूसी और नाराजगी
केंद्रीय मंत्रिमंडल में जेडीयू की तरफ तीन मंत्रियों के लिए जगह मांगी गई. लेकिन बीजेपी नेतृत्व एक पद से ज्यादा देने को तैयार नहीं हुई. जिसके कारण सीएम के करीबी जेडीयू राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह और ललन सिंह मंत्री बनते-बनते रह गए. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से डेरा भी डाले हुए थे. लेकिन इस खबर के बाद कार्यकर्ताओं में नाराजगी के साथ-साथ मायूसी भी है. हालांकि यह भी उम्मीद है कि आगे कुछ रास्ता निकलेगा. क्योंकि बिहार में बीजेपी और जदयू की सरकार है.

आरसीपी सिंह के आवास का जायजा लेते संवाददाता अविनाश
दूसरी बार मंत्री बनने से चूके आरसीपी
आरसीपी सिंह के लिए यह पहला मौका नहीं है जब केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह पाते-पाते रह गए. इससे पहले बिहार में जेडीयू-बीजेपी के बीच गठबंधन होने के बाद मोदी सरकार पार्ट वन में आरसीपी सिंह सिंह मंत्री बनने से चूक गये थे. इस बार भी दुर्भाग्यवश आरसीपी मंत्री नहीं बन पाए हैं. आरसीपी के केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने से उनके पटना स्थित आवास पर सन्नाटा पसरा हुआ है. मंत्री नहीं बनने से उनके समर्थकों के बीच मायूसी छा गयी है.
बिहार में कितना पड़ेगा असर?
केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू के शामिल नहीं होने के इस फैसले का बिहार में कितना असर पड़ता है ये देखना होगा. हालांकि नीतीश कुमार ने कहा है कि इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. मजबूती के साथ बिहार में एनडीए की सरकार चलेगी. केंद्र में भी हमारा समर्थन जारी रहेगा.
Intro:पटना-- नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में आप जदयू के नेता शामिल नहीं होंगे जदयू की ओर से बाहर से समर्थन करने की बात कही गई है असल में जदयू को एक मंत्री पद दिया जा रहा था इसके लिए जदयू तैयार नहीं था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने बैठक कर फैसला लिया केंद्र की सरकार को बाहर से समर्थन करेंगे । लेकिन पटना में जश्न की पूरी तैयारी हो गई थी और इस खबर के बाद पार्टी कार्यालय से लेकर उन नेताओं के आवास पर जो मंत्री बनने वाले थे मायूसी छा गई है।
आरसीपी सिंह के आवास का हमारे संवाददाता अविनाश ने जायजा लिया


Body:जदयू की ओर से केंद्रीय मंत्रिमंडल में तीन मंत्रियों के लिए जगह मांगा गया था लेकिन बीजेपी नेतृत्व ने फिलहाल एक ही पद देने की बात कही और मामला इसी पर फस गया है जदयू की ओर से न केवल आरसीपी सिंह बल्कि ललन सिंह के साथ एक और मंत्री बनाने की तैयारी कर ली गई थी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से डेरा भी डाले हुए हैं लेकिन इस खबर के बाद अब कार्यकर्ताओं में न केवल नाराजगी है बल्कि मायूसी भी है हालांकि यह उम्मीद भी है कि आगे कुछ रास्ता निकलेगा क्योंकि बिहार में बीजेपी और जदयू की सरकार है।


Conclusion:जदयू के इस फैसले का अब देखना दिलचस्प होगा कि बिहार में कितना असर पड़ता है क्योंकि नीतीश कुमार ने कहा है कि इसका कोई असर नहीं पड़ेगा मजबूती के साथ बिहार में सरकार चलेगी केंद्र में भी हम लोग समर्थन देंगे ।
अविनाश, पटना।
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