पटना: जदयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) और राज्यसभा में दल के नेता श्री आरसीपी सिंह ने गूगल मीट एवं फेसबुक लाइव के माध्यम से जदयू व्यावसायिक प्रकोष्ठ से संवाद किया. इस मौके पर अपने संबोधन में आरसीपी सिंह ने कहा कि हमलोगों को गर्व होना चाहिए हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न केवल बिहार को इन्फ्रास्ट्रक्चर दिया, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली जैसी बुनियादी चीजों पर काम किया, न्याय के साथ विकास को जमीन पर उतारा बल्कि बिहार का शानदार वित्तीय प्रबंधन भी किया.
बिहार का बजट हुआ 11 हजार 777 करोड़
इसी की बदौलत बिहार 2008-09 से रेवेन्यू सरप्लस स्टेट है. 2005 में जिस बिहार का बजट मात्र 23 हजार 885 करोड़ था, आज उसी बिहार का बजट दो लाख 11 हजार 777 करोड़ है. 2005 तक जिस बिहार की प्रति व्यक्ति आज मात्र 7900 रुपये थी आज उसी बिहार की प्रति व्यक्ति आय 43822 रुपए है. 2020-21 में आपकी सरकार ने 14 लाख 35 हजार करोड़ खर्च करने की व्यवस्था की है. इन सारी चीजों का प्रत्यक्ष लाभ व्यवसायियों को मिल रहा है.
15 वर्षों में बिहार का पूरा परिदृश्य बदला
आरसीपी सिंह ने कहा कि व्यापार के लिए जरूरत होती है अच्छी कनेक्टिविटी. पिछले 15 वर्षों में नीतीश कुमार ने पूरा का पूरा परिदृश्य ही बदलकर रख दिया. 2005 में पटना से गिनी-चुनी फ्लाइटें थीं, आज प्रति दिन 57 फ्लाइटें हैं. गया से इंटरनेशनल फ्लाइट की सुविधा है. दरभंगा और पूर्णिया से भी शीघ्र ही फ्लाइट शुरू होने वाली है. रेलवे की बात करें तो पहले रेलवे के 9 जोन थे, नीतीश कुमार ने रेल मंत्री रहते एक बार में 7 नए जोन बना दिए, जिनमें हाजीपुर भी एक है. पटना स्टेशन पर आज 10 प्लेटफॉर्म हैं, राजेन्द्र नगर और पाटलीपुत्रा के दो नए स्टेशन हैं. यह उन्हीं के प्रयासों की बदौलत है. पुलों की बात करें तो सिर्फ गंगा नदी पर दस से ज्यादा नए पुल बने हैं. सड़कों का तो उन्होंने जाल ही बिछा दिया. आप बिहार के किसी भी कोने से पटना छह घंटे से कम समय में पहुंच सकते हैं और अब इसे पांच घंटे करने का लक्ष्य है. इन सारी चीजों से व्यापार में वृद्धि हुई है.
नीतीश कुमार ने स्थापित किया कानून का राज
आरसीपी सिंह ने कहा कि व्यापार के लिए कनेक्टिविटी के साथ ही अच्छा माहौल चाहिए, जो कि आपके नेता ने कानून का राज स्थापित कर दिया. आज बिहार में किसी की औकात नहीं कि फिरौती के लिए किसी का अपहरण कर ले और आपसे हफ्ता या रंगदारी मांगे. पति-पत्नी राज में यह आम बात थी. उन्होंने कहा कि जरा सोचकर देखिए कि आईपीसी की धारा वही है, पुलिस वही है, बस नेतृत्वकर्ता के बदल जाने से कितना बड़ा फर्क आ गया. कनेक्टिविटी से लेकर कानून व्यवस्था तक आपके नेता ने काम किया और संसाधन भी मुहैया कराए. बिहार धन-धान्य से परिपूर्ण हो और हर तरह से खुशहाल बने, हमेशा उनकी यही कोशिश रही.
ट्रेडिंग पर ही नहीं मैन्यूफैक्चरिंग पर भी ध्यान दें
आरसीपी सिंह ने व्यवसायियों से कहा वे सिर्फ ट्रेडिंग पर नहीं मैन्यूफैक्चरिंग पर भी ध्यान दें, जो सामान बाहर से लेते हैं उसे यहीं बनाने की कोशिश करें. उन्होंने कहा कि बिहार में 12 करोड़ लोगों का बाजार है, शानदार सरकार और बेजोड़ नेतृत्व है, आपको जो मदद चाहिए वो मिलेगी. एक बार हिम्मत तो करें. आपकी कोशिशों से बिहार आत्मनिर्भर बनेगा. उन्होंने कहा कि जिनके पास संसाधन है वो शिक्षण संस्थानों को खोलने के लिए भी आगे आएं ताकि राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में और बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर मिले. इसके साथ ही उन्होंने रेडिमेड गारमेंट्स के क्षेत्र भी अपार संभावनाओं की ओर ध्यान देने की बात कही.
आरसीपी सिंह ने 7 अगस्त की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की वर्चुअल रैली को सफल बनाने तथा 9 अगस्त को पृथ्वी दिवस के दिन 2.51 करोड़ वृक्ष लगाने के लक्ष्य को पूरा करने में योगदान देने के लिए प्रकोष्ठ के साथियों का आह्वान किया. साथ ही उन्होंने कहा कि महीने में कम से कम 10 दिन बूथों पर जाएं, लोगों से मिलें, उनके सुख-दुख को बांटें, अपने नेता का काम बताएं और 2020 में एक भी सीट नहीं हारने का संकल्प लें.
15 साल बनाम 15 साल का फर्क बताएं
प्रकोष्ठ के संयोजक एवं पार्टी के प्रदेश कोषाध्यक्ष ललन सर्राफ ने कहा कि कोरोना संकट को देखते हुए संगठन का विस्तार करने, हर बूथ पर उपस्थिति सुनिश्चित करने, लोगों तक अपनी बात पहुंचाने तथा विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल करने के लिए नई तकनीक एवं सोशल मीडिया का अधिक से अधिक उपयोग करें. कमल नोपानी ने कहा कि 2005 से पहले के 15 साल और उसके बाद के 15 साल का फर्क लोगों को बताएं. शमूलचंद गोलछा ने कहा कि समस्त व्यवसायी समाज का फर्ज बनता है कि पुन: नीतीश कुमार की सरकार बने इसके लिए तन-मन-धन से जुट जाएं.