पटना: बिहार विधान परिषद में गुरुवार को एक बार फिर लालू यादव के नाम की गूंज सुनाई दी. दरअसल ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने रामचंद्र पूर्वे के बयान पर कहा कि वे रांची जेल से आए हुए चिट्ठी को पढ़ते हैं. इसके बाद राजद ने बजट का बहिष्कार किया.
बिहार विधान परिषद में गुरुवार को ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग और श्रम संसाधन विभाग का बजट पास होना था. बजट से संबंधित वाद-विवाद के बाद राजद ने इसका बहिष्कार किया. राजद नेता रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि सरकार का बजट आम जनता और गरीबों के लिए नहीं है. जिसके कारण हमने इसका बहिष्कार किया है.
'लालू यादव एक व्यक्ति नहीं बल्कि विचारधारा हैं'
राजद नेता ने कहा कि सरकार सिर्फ अपनी थोथी दलील पेश कर रही है. सरकार के बजट और जमीनी हकीकत में बहुत असमानता है. उन्होंने कहा कि सदन में आज भी लालू यादव का नाम लिया जा रहा है. लालू यादव एक व्यक्ति नहीं बल्कि विचारधारा हैं. लालू यादव के कारण ही आज सदन में कई गरीब गुरबों के प्रतिनिधि मौजूद हैं.
'सरकार को नहीं है गरीब और दलितों की कोई चिंता'
रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि सरकार में बैठे हुए लोगों को गरीब और दलितों की कोई चिंता नहीं है. पटना में 32 मलिन बस्ती है, जहां किसी भी तरह की सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं दिया जा रहा. उन्होंने कहा कि सरकार का बजट आम जनता और गरीबों के लिए नहीं है.