पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस को लेकर दिए विवादित बयान पर रामकृपाल यादव ने हमला करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव को इस मामले में कार्रवाई करनी चाहिए. इस तरह का आदमी माफी योग्य नहीं है.
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'शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बयान बर्दाश्त के लायक नहीं': रामकृपाल यादव ने कहा कि जो भगवान राम को आहत करे, उनमें आस्था रखने वाले लोगों को आहत करे, ये कोई मामूली बात नहीं है. इस तरह के बयान को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. इस बयान का रामभक्तों ने विरोध किया है.
करोड़ों लोगों की भावना आहत: साथ ही रामकृपाल ने कहा कि शिक्षा मंत्री का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. करोड़ों लोगों की भावना को आहत किया गया है. एक शिक्षा मंत्री को इस तरह का ओछा बयान नहीं देना चाहिए था.
क्या बोले थे शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर?: शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर बोलते हुए कहा था , 'रामचरितमानस ग्रंथ समाज में नफरत फैलाने वाला है. यह समाज में दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को पढ़ाई से रोकता है. उन्हें उनका हक दिलाने से रोकता है. मनुस्मृति ने समाज में नफरत का बीज बोया. मनुस्मृति को बाबा साहब अंबेडकर ने इसलिये जलाया क्योंकि वह दलितों और वंचितों के हक छीनने की बातें करती है.' शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के इस बयान के बाद देश की राजनीति में बवाल मचा है.
बिहार में गरमायी सियासत: शिक्षा मंत्री के बयान पर बिहार की सियासत में उबाल आ गया है. सीएम नीतीश कुमार ने इस पूरे मामले पर जानकारी ना होने की बात कही तो बीजेपी ने उन्हें आड़े हाथों लिया. वहीं चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हीं के संरक्षण में ये बयान दिए जा रहे हैं.
चंद्रशेखर का ये बयान बेहद शर्मनाक: कई दलों के नेताओं ने शिक्षा मंत्री के बयान को निंदनीय बताते हुए कार्रवाई की मांग की है. राज्य सरकार उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त करे इसकी मांग जोर-शोर से उठ रही है