पटनाः समस्तीपुर से एलजेपी के सांसद रामचंद्र पासवान के निधन के बाद पूरे प्रदेश में शोक की लहर है. सीएम, पीएम से लेकर छोटे-बड़े सभी नेताओं ने शोक व्यक्त किया है. जदयू के विधायक ललन पासवान ने इसे प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. उन्होंने कहा कि दलितों ने अपना नेता खोया है. इसकी भरपाई नहीं हो सकती है.
दलितों के मसीहा थे
ललन पासवान ने कहा कि दलितों को संगठित करने में उनकी बड़ी भूमिका थी. उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी दलितों के उत्थान में लगा दिया. दलितों के नेता के रूप में वो हमेशा याद रखे जाएंगें. उन्होंने कहा कि भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उनके परिवार को इस दुख को बर्दाश्त करने की क्षमता दे.
राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ली अंतिम सांस
बता दें कि रामचंद्र पासवान ने बीती रात दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली. इसकी जानकारी सांसद चिराग पासवान ने ट्वीट कर दी है. 12 जुलाई को उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सांसद रामचंद्र पासवान का पार्थिव शरीर विशेष विमान से पटना लाया जाएगा. पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. 1 जनवरी 1962 को जन्मे रामचंद्र पासवान बिहार के समस्तीपुर से सांसद थे. वो चौथी बार लोकसभा सांसद चुने गए थे.
रामचंद्र पासवान का सफर
- 1 जनवरी 1962 ई को खगड़िया में हुआ जन्म
- 21 जुलाई 2019 को 1:24 बजे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ली अंतिम सांस
- तीन भाइयों में सबसे छोटे थे रामचंद्र पासवान
- 1999 से 2009 तक लोकसभा मे रहे सांसद
- 1999 में पहली बार जेडीयू के टिकट पर जीत कर पहुंचे थे संसद
- 2004 में जेडीयू के दशाई चौधरी को हरा कर दूसरी बार बने सांसद
- 2009 में जेडीयू के महेश्वर हजारी के हाथों हार का करना पड़ा सामना
- 2014 में तीसरी बार जीत का परचम लहराया
- 2019 में कांग्रेस के अशोक राम को हरा कर चौथी बार पहुंचे संसद