पटना: कोरोना संक्रमण के बीच सोमवार को रक्षा बंधन का त्योहार पूरे बिहार में मनाया गया. कोरोना के कारण इस साल सभी पर्व-त्योहारों की रंगत फीकी नजर आ रही है. भाई-बहन मुंह पर मास्क लगा रक्षाबंधन मनाते देखे गए. लॉकडाउन के कारण ज्यादातर बहनें-भाइयों के पास नहीं जा पाई.
राखी के दिन बहनें अपने-अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके जीवन के लिए मंगल कामना करती हैं. वहीं भाई बहन की आजीवन रक्षा करने का प्रण करते हैं. पटना के मजिस्ट्रेट कॉलोनी में रहने वाले आलोक आनंद ने बताया कि हर साल बहनें सुबह-सुबह मंदिर में जा कर पूजा अर्चना करती थी और घर आकर पूजा का थाल सजाकर भाई लोगों को राखी बांधती थी. लेकिन इस साल ऐसा नहीं हुआ.
बंद हैं मंदिरों के पट
कोरोना के कारण इस साल सभी मंदिरों के दरवाजे बंद हैं. इस कारण घर में ही बहनों ने पूजा की और फिर राखी बांधी. आलोक आनंद ने कहा कि हर साल दूर-दराज में रहने वाल बहनें घर आती थी लेकिन इस साल न वे आ पाई और न ही राखी बंधवाने के लिए हम उनके घर पर जा सके. उन्होंने कहा कि अभी जो संक्रमण चल रहा है उसने हर किसी को हर किसी से डर लग रहा है. अभी के समय में घर में ही रहना सुरक्षित है.
बहनों ने वीडियो कॉल पर लिया आशीर्वाद
वहीं, भाई की कलाई में राखी बांधने के बाद अर्चना कुमारी ने बताया कि संक्रमण के कारण उनके कई भाई उनसे राखी बंधवाने नहीं आ पाए. लेकिन वीडियो कॉलिंग से बात करके उनसे आशीर्वाद लिया है. उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण इस बार काफी असर पड़ा है. दूसरे राज्यों में रहने वाले भाईयों को उन्होंने राखी भेजी लेकिन इलाका कंटेनमेंट जोन होने के कारण राखी की डिलीवरी नहीं हो सकी. ऐसे में फोन पर ही बधाई दी.