पटना : पटना के गर्दनीबाग में शनिवार को छात्रों के बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर चल रहे धरने में एक नया मोड़ आया. 2 जनवरी को गांधी मैदान में प्रशांत किशोर की मौजूदगी में शुरू हुआ सत्याग्रह अब एक नए संगठन के रूप में सामने आया है. इस संगठन का नाम 'संयुक्त युवा सत्याग्रह मंच' रखा गया है, जिसमें विद्यार्थी परिषद, छात्र राजद, एनएसयूआई, आइसा जैसे प्रमुख छात्र संगठन शामिल हैं.
राजनीति से इतर है नया मंच : गर्दनीबाग में शनिवार को इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों के आंदोलन में नेतृत्व कर रहे शिक्षक रहमांशु सर ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने नए संगठन 'संयुक्त युवा सत्याग्रह मंच' के गठन की घोषणा की. रहमांशु सर ने बताया कि पहले 'युवा संघर्ष समिति' में कुछ छात्र संगठन शामिल नहीं हो पा रहे थे, क्योंकि वह संगठन किसी राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ प्रतीत हो रहा था. अब एक नया मंच तैयार किया गया है, जिससे सभी छात्र संगठन एकजुट होकर अपनी बात रख सकेंगे.
सभी छात्र संगठनों का समर्थन : रहमांशु सर ने बताया कि विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने भी फोन पर अपनी सहमति दी है, जबकि अन्य छात्र संगठन इस मंच का समर्थन कर रहे हैं. हालांकि, छात्र जदयू की ओर से स्पष्ट समर्थन का संदेश नहीं आया है, लेकिन यह जरूर संदेश मिला है कि वे छात्रों के साथ हैं रहमांशु सर ने कहा कि यह मंच कोई मोर्चा नहीं है, बल्कि एक साझा मंच है, जहां सभी छात्र संगठन के छात्र अपनी समस्याएं और मुद्दे रख सकते हैं.
''शुरूआत में कुछ लोगों का सुझाव था कि इस संगठन का नाम 'संयुक्त युवा सत्याग्रह मोर्चा' रखा जाए, लेकिन प्रदर्शनकारियों और शिक्षकों की राय थी कि 'मंच' शब्द का उपयोग किया जाए. उन्होंने बताया कि देश में जितने भी मोर्चे बने हैं, वे राजनीति से प्रेरित थे और उनका अंत अच्छा नहीं हुआ है. इस आंदोलन का उद्देश्य स्वच्छ और बेहतर परीक्षा व्यवस्था की मांग करना है, जिसमें सभी छात्रों के हित शामिल हैं.''- रहमांशु सर, छात्र नेता
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के छात्रों का मुद्दा उठाएगा मंच : रहमांशु सर ने कहा कि यह मंच बीपीएससी के अलावा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी समस्याओं को भी उठाएगा. कई प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाएं हुई हैं और इसके कारण परीक्षाएं रद्द हो गईं. छात्रों की मांग है कि पेपर लीक के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और परीक्षा की व्यवस्था को सेटिंग और भ्रष्टाचार से मुक्त किया जाए.
नाराज छात्र: पेपर लीक और दोषियों की गिरफ्तारी पर सवाल : अभी तक पेपर लीक के दोषियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. गिरफ्तारी के बाद आरोपियों द्वारा फिर से परीक्षा में शामिल होने और कार्य में लिप्त होने जैसी घटनाओं ने छात्रों को बहुत नाराज कर दिया है.
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