पटना: राज्यसभा सांसद सुशील मोदी (Rajya Sabha MP Sushil Modi ) ने महागठबंधन सरकार में मंत्री सुरेंद्र यादव (Minister Surendra Yadav) पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा कि सुरेंद्र यादव के ऊपर बाल यौन अपराध, महिला आरक्षण बिल की कॉपी संसद में फाड़ने, अतुल अपहरण कांड, मेडिकल छात्रों पर फायरिंग, खुद व्यापारियों से झगड़ा, कांग्रेस के पूर्व विधायक की निर्मम पिटाई के आरोपी रहे हैं. सुरेंद्र यादव का हाथ हर तरह के आपराधिक मामले में रहा है. 1991 लोकसभा चुनाव में गया से जीतन राम मांझी कांग्रेस के उम्मीदवार थे. सुरेंद्र यादव ने पूर्व विधायक जयकुमार पालित को बुरी तरह से पिटाई कर दी और गंभीर अवस्था में पालित को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
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सुशील मोदी ने सुरेंद्र यादव पर लगाए संगीन आरोप: बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि सुरेंद्र यादव के भाई राजकुमार यादव की 9 करोड़ 26 लाख की संपत्ति को 2014 में जब्त किया था. 2012 में जहरीली शराब कांड में 20 लोग मरे थे और मंटू उसमें अभियुक्त था. ईडी ने देहरादून में दो मकान गया में, मार्केट कंपलेक्स, आलीशान मकान और 15 प्लॉट जब्त किए थे. मंटू यादव पर हत्या अपहरण रंगदारी के 11 मामले दर्ज हैं. सुशील मोदी ने कहा है कि सुरेंद्र यादव पर कई गंभीर आरोप बावजूद इसके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्रिमंडल में शामिल कर बिहार की छवि को धूमिल किया है.
''15 जून 2018 को एक नाबालिग दुष्कर्म पीड़ित महिला को मगध मेडिकल कालेज में मेडिकल जांच के लिए लाया गया था. सुरेंद्र यादव सहित 25-30 लोगों ने पीड़ित नाबालिग लड़की को पुलिस संरक्षण में जबरदस्ती उसे गाड़ी से उतारकर उसका अपहरण करना चाहा. इस दौरान उसका चेहरा उजागर कर दिया. झारखंड के प्रेम प्रकाश से भी सुरेन्द्र यादव के संबंध हैं. यही वही प्रेम प्रकाश है जिसके घर से ईडी के छापे में दो एके-47 बरामद किया गया था.''- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद, बीजेपी
'सुरेंद्र सिंह को मंत्री बनाकर बिहार हुआ शर्मसार': सुशील मोदी ने सुरेंद्र यादव पर लगे एक एक चार्जशीट को मीडिया के सामने रखा. इस दौरान उन्होंने कहा कि 1995 में लोकसभा में तत्कालीन गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी की हाथ से महिला आरक्षण बिल की प्रति को फाड़ कर पूरे देश में बिहार को शर्मसार किया था. इसके अलावा मगध मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों से झड़प के बाद सुरेंद्र यादव के निर्देश पर उनके अंग रक्षकों ने गोली चला दी थी. जिसमें 3 जूनियर डॉक्टरों को गोली लगी थी. डॉक्टरों ने अपनी जीप में भी आग लगा दिया था. सुरेंद्र यादव को वहां से भागना पड़ा था. इस मामले में उन पर गिरफ्तारी का वारंट निकला.
सुशील मोदी ने कहा कि सुरेंद्र यादव सरीखे नेताओं को मंत्रिमंडल में एक पल भी नहीं रहना चाहिए. नीतीश कुमार को सुरेंद्र यादव को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करना चाहिए. अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो राष्ट्रीय स्तर पर बिहार की छवि धूमिल होगी.