पटना: बिहार में दक्षिण पश्चिम मानसून (southwest monsoon) इन दिनों काफी सक्रिय है और इसके कारण कई जिलों में लगातार वर्षा (Rain in many districts of Bihar) हो रही है. पिछले 24 घंटों की बात करें तो किशनगंज, पूर्णिया, समस्तीपुर, सुपौल, मुंगेर, सारण और नवादा समेत 24 जिलों में हल्की से मध्यम और मध्यम से भारी स्तर की वर्षा दर्ज की गई. बीते 24 घंटे में किशनगंज में भारी बारिश हुई और यहां सबसे अधिक 170 मिलीमीटर वर्षापात दर्ज किया गया. इसके बाद पूर्णिया रहा जहां 74.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई. मानसून के सक्रिय रहने की वजह से प्रदेश में अधिकतम तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है और बुधवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहने की संभावना है. बीते 24 घंटे में सबसे कम अधिकतम तापमान पूर्णिया और सुपौल में 31.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
ये भी पढ़ें: बिहार में मानसून ने दी दस्तक, जानें कहां-कहां हो रही झमाझम बारिश
मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ बारिश: मौसम विज्ञान केंद्र पटना (Meteorological Center Patna) के मुताबिक बुधवार को पश्चिम चंपारण, अररिया, किशनगंज और सुपौल जिले में तेज हवा मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है. मौसम विभाग ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है और इन्हें जिले के लोगों को तमाम सावधानी बरतने की अपील की है जैसे कि बारिश के समय किसी पक्के मकान की शरण ले और ऊंचे पेड़ पौधे और बिजली के खंभे से दूर रहें. इसके अलावा बुधवार को सिवान, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर जैसे प्रदेश के बाकी जिलों में हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा होने का पूर्वानुमान है. इनमें पटना, गया, जहानाबाद जैसे कुछ जिले हैं जहां पर हल्की बूंदाबांदी या आसमान में दिनभर बादल छाए रहने का पूर्वानुमान है.
-
#nowcastwarning pic.twitter.com/x8ZUYuXdJd
— मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (@imd_patna) June 21, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">#nowcastwarning pic.twitter.com/x8ZUYuXdJd
— मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (@imd_patna) June 21, 2022#nowcastwarning pic.twitter.com/x8ZUYuXdJd
— मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (@imd_patna) June 21, 2022
ये भी पढ़ें: पटना में मानसून की दस्तक, झमाझम बारिश से मिली लोगों को राहत
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट: मौसम विभाग की मानें तो एक पूर्व पश्चिम ट्रफ रेखा दक्षिण हरियाणा से उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक उत्तर प्रदेश, बिहार और बंगाल के गंगीय क्षेत्र से होकर गुजर रही है. इसके साथ ही एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश और उसके आसपास के इलाकों में समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर बना हुआ है. इन मौसमी कारकों के प्रभाव से विगत 24 घंटे के दौरान प्रदेश के उत्तर पश्चिम, उत्तर मध्य और दक्षिण भागों के कुछ स्थानों और उत्तर पूर्व के अनेक स्थानों पर आकाशीय बिजली और मेघ गर्जन के साथ बारिश की संभावना है.
ये भी पढ़ें: सावधान! उमस भरी गर्मी में बच्चों का रखें ख्याल, 3 दिन में 1500 से अधिक बच्चे पहुंचे अस्पताल