पटना: बिहार विधानसभा में 20 और 21 जनवरी को अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का सम्मेलन होने जा रहा है. विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि गोवा और दिल्ली को छोड़कर सभी राज्यों के पीठासीन अधिकारी सम्मेलन में शामिल होंगे. सम्मेलन में देश के 28 राज्यों के विधानसभा अध्यक्ष, 6 विधानसभा परिषद के सभापति और केंद्र शासित प्रदेशों के स्पीकर सहित 300 से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे.
बिहार में तीसरी बार पीठासीन अधिकारी सम्मेलन: विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में तीसरी बार पीठासीन अधिकारी सम्मेलन होने जा रहा है. विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने विधानसभा भवन में यह जानकारी देते हुए कहा कि इससे पहले बिहार में 1964 और 1982 में भी यह सम्मेलन हो चुका है. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा 264 अतिथि सम्मेलन में आएंगे जिसमें 54 पीठासीन अधिकारी शामिल होंगे और 6 महिला भी है.
असम और राजस्थान के विधायक भी रहेंगे सम्मेलन में: उन्होंने कहा कि मुख्य सचेतक त्रिपुरा से महिला आ रही हैं. सम्मेलन में असम से दो और राजस्थान से एक विधायक भी सम्मेलन में आ रहे हैं. 31 विधान मंडल के सचिव भी आ रहे हैं, जिसमें पांच महिला सचिव हैं. लोकसभा के 60 और राज्यसभा के 7 ऑफिशल भी इसमें शामिल होंगे.
संसद और राज्य विधान मंडलों का योगदान पर होगी चर्चा: विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने कहा सम्मेलन में संविधान की 75वीं वर्षगांठ संवैधानिक मूल्यों को सशक्त बनाए रखने में संसद और राज्य विधान मंडलों का योगदान विषय पर चर्चा होगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस में विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह और विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरेंद्र नारायण यादव भी मौजूद थे.
"मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को भी हम लोगों ने निमंत्रण दिया है. 20 जनवरी को विधानसभा के सेंट्रल हॉल में सम्मेलन की शुरुआत होगी और 21 जनवरी को सम्मेलन का समापन होगा."- नंदकिशोर यादव, विधानसभा अध्यक्ष