पटना: एक लंबे अंतराल के बाद पटना जंक्शन पर फिर से चहल-पहल दिखने लगी है. लॉकडाउन के बाद पूरी तरह से यहां सन्नाटा पसर गया था. वहीं, जैसे ही ट्रेनों के परिचालन की शुरुआत हुई है. शाम को पटना जंक्शन पर लोग देखने को मिल रहे हैं. बता दें कि फिलहाल पटना से मात्र दो ट्रेन चल रही है. वह भी केवल राजधानी एक्सप्रेस दिल्ली के लिए अप और डाउन चल रही है.
पटना राजेंद्र नगर टर्मिनल से 6:50 पर खुलने वाली राजधानी एक्सप्रेस पटना जंक्शन पर शाम 7:00 बजे पहुंचती है. यही वजह है कि पिछले 3 दिनों से शाम के समय पटना जंक्शन पर चहल-पहल देखने को मिल रही है. शुक्रवार के दिन पटना जंक्शन से दिल्ली के लिए 713 लोगों की बोर्डिंग थी. वहीं, राजेंद्र नगर टर्मिनल से 155 लोगों के टिकट आरक्षित थे. जानकारी के मुताबिक शहर में सार्वजनिक परिवहन के परिचालन नहीं होने से कुछ लोग ट्रेन पकड़ने के लिए पटना जंक्शन पहुंचने में असमर्थ रहे.
पटना जंक्शन पर पुख्ता व्यवस्था
प्लेटफार्म पर यात्रियों के प्रवेश के दौरान संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सुरक्षा मानकों की पुख्ता व्यवस्था की गई है. 2 मीटर की दूरी पर स्क्वायर बना हुआ है. जिसमें कतारबद्ध होकर यात्री अपने टेंपरेचर स्क्रीनिंग के लिए कतार में खड़े रह रहे हैं. यात्रियों के कतार में खड़े होने पर सफाई कर्मियों द्वारा सामानों का सैनिटाइजेशन किया जा रहा है और यात्रियों के जूते और चप्पलों को भी सैनिटाइज किया जा रहा है.
सार्वजनिक वाहनों के परिचालन नहीं होने से बढ़ी मुश्किलें
रेलवे प्रशासन की ओर से पटना जंक्शन के प्लेटफार्म पर यात्रियों के प्रवेश के लिए एकमात्र गेट नंबर 3 ही खोला गया है. यहां डॉक्टरों की टीम के साथ चार टेबल लगे हुए हैं जो यात्रियों के हेल्थ स्क्रीनिंग कर रहे हैं. गौरतलब है कि शहर में सार्वजनिक वाहनों के परिचालन की अनुमति नहीं है. इस वजह से ट्रेन पकड़ने के लिए यात्रियों को स्टेशन पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.
स्टेशन पहुंचने में उठानी पड़ रही है तकलीफ
आलम यह है कि जिन यात्रियों के परिवार में सहयोगी सदस्य हैं, वह खुद के वाहन से स्टेशन पहुंच रहे हैं. वहीं, कई लोगों को स्टेशन पहुंचने में काफी तकलीफ भी उठानी पड़ रही है. यात्री मृत्युंजय कुमार ने बताया कि वह दिल्ली में जॉब करते हैं. अपनी मां की इलाज कराने के बाद वह उन्हें होली के बाद पटना पहुंचाने आए थे. जिसके बाद वह लॉक डाउन के कारण यहीं फंस गए थे. उन्होंने बताया कि वह वापस ड्यूटी ज्वाइन करने दिल्ली जा रहे हैं.
वाहन की सुविधा ना होने के कारण छूटी ट्रेन
मृत्युंजय ने बताया कि सार्वजनिक वाहन के परिचालन ना होने से बाइक पर सभी सामान को लेकर आने में काफी तकलीफ हुई है. उन्होंने बताया कि उनकी जानकारी में कई लोग ऐसे हैं, जिनको स्टेशन तक पहुंचने के लिए वाहन की सुविधा ना होने के कारण उनकी ट्रेन छूट गई है.