पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में होने वाले चुनाव के लिए भाजपा ने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. पटना से सटे मनेर विधानसभा सीट पर चार बार जीत दर्ज कर चुके पूर्व विधायक प्रो श्रीकांत निराला को पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया है. भाजपा ने पार्टी प्रवक्ता डॉ निखिल आनंद को मनेर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. इसके बाद श्रीकांत निराला के बागी तेवर देखने को मिल रहे हैं.
निराला के समर्थकों का आरोप
श्रीकांत निराला के समर्थकों ने उनका टिकट कटने के बाद विरोध करना शुरू कर दिया है. निराला मनेर से निर्दलीय चुनाव भी लड़ सकते हैं. समर्थकों का आरोप है कि सांसद रामकृपाल यादव के दबाव में श्रीकांत निराला का टिकट काटकर ऐसे व्यक्ति को भाजपा ने टिकट दिया है जिसे मनेर की जनता पहचानती तक नहीं है. उम्मीदवार भी मनेर के बारे में कोई खास जानकारी नहीं रखता है.
'पैराशूट उम्मीदवार को बर्दाश्त नहीं करेगी जनता'
पूर्व विधायक के समर्थकों ने कहा कि निखिल आनंद का मनेर की समाजिक-राजनीतिक कार्यो में कोई योगदान आज तक नहीं रहा है. ऐसे बाहरी पैराशूट उम्मीदवार को मनेर की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी. श्रीकांत निराला ने कहा कि मैं और मेरे परिवार के लोगों ने 45 साल तक मनेर की सेवा की है. चार बार मैं यहां से खुद विधायक रहा हूं. हम लोगों ने खून पसीने से इसे सींचा है. मेरे पूर्वजों का खून इस मिट्टी में मिला है.
बैठक के बाद आगे की रणनीति का खुलासा
श्रीकांत निराला ने कहा कि मनेर की धरती मेरी मां है. कोई मुझे मेरी मां से अलग करे, मेरा अस्तित्व मिटाने का षडयंत्र करे तो मैं इसे सफल नहीं होने दूंगा. उन्होंने कहा कि इस पर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके आगे की रणनीति का खुलासा कर बहुत जल्द करूंगा.
निखिल आनंद को टिकट देने का विरोध
गौरतलब है कि पटना की मनेर विधानसभा सीट भाजपा के खाते में गई है. पार्टी ने यहां से प्रदेश प्रवक्ता डॉ निखिल आनंद को इस बार टिकट दिया है. निखिल आनंद मूल रूप से मनेर के ही निवासी हैं और जाने-माने स्वतंत्र सेनानी व पूर्व विधायक स्व. श्री भगवान सिंह के पौत्र हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा की तरफ से श्रीकांत निराला उम्मीदवार बने थे. मनेर की जनता और भाजपा के कुछ नेताओं ने निखिल आनंद को टिकट देने का विरोध किया है.