दिल्ली/पटना: शहर के तुगलकाबाद के मसौढ़ी शहर में कुछ उपद्रवियों ने श्री रविदास की मूर्ति को तोड़ दिया है. जिसके विरोध में समाजसेवी संघ के लोगों ने प्रदर्शन किया है और प्रधानमंत्री को इस कार्य का जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही सरकार से दोबारा मूर्ति निर्माण कराने की मांग की है.
प्रधानमंत्री पर लगाया आरोप
विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि प्रधानमंत्री देश की हर धरोहर को संजोने की बात करते हैं. लेकिन देश की राजधानी में ही ऐतिहासिक धरोहर संत रविदास जी की मूर्ति को तोड़ा गया है. पर सरकार इस पर कोई कदम नहीं उठाती है.
दलितों के मसीहा की तोड़ी मूर्ति
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि एक तरफ तो सत्ताधारी सरकार दलित और पिछड़ों के विकास की बातें करती है. लेकिन दूसरी तरफ गरीबों और दलितों के मसीहा संत रविदास जी की मूर्ति ही तोड़ दी जाती है. साथ ही युवाओं ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार पहली बार ऐसा निर्णय नहीं ली है. इसके पहले भी भीमराव अबेंडकर की मूर्ति तोड़ी जा चुकी है. सरकार बहुजन समाज के साथ खिलवाड़ कर रही है.
पूरे देश में होगा विरोध प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द इस मुद्दे पर विशेष कार्रवाई करनी चाहिए और संत रविदास जी की मूर्ति का दोबारा निर्माण कराना चाहिए. अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो इसका विरोध प्रदर्शन देशभर में किया जाएगा.