पटना: एनटीपीसी ने बिहार सरकार को पत्र लिखकर शिकायत की है कि प्रदेश की राजधानी पटना में स्थित निजी अस्पताल कोविड-19 के लक्षणों वाले रोगियों को भर्ती नहीं कर रहे हैं. एनटीपीसी (पूर्वी-2) के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक असित कुमार मुखर्जी ने इस आशय का पत्र बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को लिखकर सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है.
'5 सदस्य अब तक पाए गए कोरोना संक्रमित'
एनटीपीसी के प्रवक्ता विश्वनाथ चंदन के अनुसार पूरे बिहार में कंपनी के कर्मचारियों के परिवारों के पांच सदस्य अब तक कोविड-19 वायरस संक्रमित पाए गए हैं. मुखर्जी ने अपने पत्र में लिखा है कि एनटीपीसी के कर्मचारियों एवं उनके परिवार के सदस्यों तथा सुरक्षा कार्य में लगे सीआईएसएफ के कर्मियों सहित कुल मिलाकर 15,000 लोगों को कंपनी द्वारा स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया गया जिससे पटना और अन्य जिलों के प्रमुख निजी अस्पताल जुडे हुए हैं.
'राज्य में '8,250 मेगावाट' पैदा की जा रही है बिजली'
उन्होंने अफसोस जताते हुए आरोप लगाया कि वर्तमान में पटना के निजी अस्पताल कोविड-19 लक्षणों वाले रोगियों को भर्ती नहीं कर रहे हैं, हालांकि अन्य राज्यों में निजी अस्पताल ऐसे रोगियों को भर्ती ले रहे हैं . एनटीपीसी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंपनी द्वारा राज्य में '8,250 मेगावाट' बिजली पैदा की जा रही है, जिसमें लगभग 70 प्रतिशत की खपत बिहार में है.
मुखर्जी ने निजी अस्पतालों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने के लिए सरकार से हस्तक्षेप का आग्रह करते हुए कहा कि है कि यह हमारे कर्मचारियों जो आवश्यक सेवा को चौबीस घंटे बनाए रखने में लगे हुए हैं, का आत्मविश्वास बढाएगा.