ETV Bharat / state

पटना: सरस्वती पूजा को लेकर बाजार में रौनक, POP से बनी मूर्तियों से पटा बेली रोड - Plaster of Paris Sculptures in Saraswati Puja

कारीगर वैभव ने बताया कि प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तीयां खरीदने के लिए काफी संख्या में पहुंच रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जैसे ही सरस्वती पूजा का दिन और नजदीक आते जाएगा मूर्तियों की डिमांड बढ़ जाएगी.

पटना
पटना
author img

By

Published : Jan 27, 2020, 6:54 PM IST

पटना: सरस्वती पूजा आने में अब चंद दिन ही बचे हैं. पूजा को लेकर बाजार में काफी रौनक है. सरस्वती पूजा को लेकर बाजार प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों से पटने लगी है. राजधानी के बेली रोड़ में राजस्थान से आए कारीगर मूर्तियां तैयार कर रहे हैं.

पटना
राजस्थान से आकर मूर्ती बनाते हैं कारीगर

बता दें कि जहां मिट्टी से बनी मूर्तियां भारी होती हैं. वहीं, प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियां इनकी तुलना में काफी हल्की होती हैं. यही कारण है कि इस बार बाजार में प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों की डिमांड काफी ज्यादा है.

संवाददाता कृष्णनंदन की रिपोर्ट

'मूर्ति खरीदने काफी संख्या में आते हैं लोग'
माता सरस्वती की मूर्ति को आखिरी रूप दे रहे राजस्थान के कारीगर राणा ने बताया कि उनके पास 200 रुपये से लेकर 3 हजार रुपये तक के रेंज की मूर्तियां हैं. उन्होंने बताया कि साइज के हिसाब से मूर्तियों का रेंज होता है. वहीं, एक अन्य कारीगर वैभव ने बताया कि प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां खरीदने के लिए लोग काफी संख्या में पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि जैसे ही सरस्वती पूजा का दिन और नजदीक जाएगा मूर्तियों की डिमांड बढ़ जाएगी.

पटना
मूर्तियों से पटा बेली रोड

'पीओपी की मूर्तियों के टूटने का डर रहता है कम'
मूर्ति की खरीदारी करने पहुंचे स्थानीय युवक रवि ने बताया कि मूर्तियों की फिनिशिंग बहुत बढ़िया दिख रही है. देखने में काफी खूबसूरत लग रही है. एक अन्य ग्राहक राहुल ने बताया कि इन मूर्तियों को लेकर जाने में कोई समस्या नहीं होती और टूटने-फूटने का डर कम रहता है. इसलिए वह प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी माता सरस्वती की मूर्तियां खरीदने आए हैं.

पटना: सरस्वती पूजा आने में अब चंद दिन ही बचे हैं. पूजा को लेकर बाजार में काफी रौनक है. सरस्वती पूजा को लेकर बाजार प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों से पटने लगी है. राजधानी के बेली रोड़ में राजस्थान से आए कारीगर मूर्तियां तैयार कर रहे हैं.

पटना
राजस्थान से आकर मूर्ती बनाते हैं कारीगर

बता दें कि जहां मिट्टी से बनी मूर्तियां भारी होती हैं. वहीं, प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियां इनकी तुलना में काफी हल्की होती हैं. यही कारण है कि इस बार बाजार में प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों की डिमांड काफी ज्यादा है.

संवाददाता कृष्णनंदन की रिपोर्ट

'मूर्ति खरीदने काफी संख्या में आते हैं लोग'
माता सरस्वती की मूर्ति को आखिरी रूप दे रहे राजस्थान के कारीगर राणा ने बताया कि उनके पास 200 रुपये से लेकर 3 हजार रुपये तक के रेंज की मूर्तियां हैं. उन्होंने बताया कि साइज के हिसाब से मूर्तियों का रेंज होता है. वहीं, एक अन्य कारीगर वैभव ने बताया कि प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां खरीदने के लिए लोग काफी संख्या में पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि जैसे ही सरस्वती पूजा का दिन और नजदीक जाएगा मूर्तियों की डिमांड बढ़ जाएगी.

पटना
मूर्तियों से पटा बेली रोड

'पीओपी की मूर्तियों के टूटने का डर रहता है कम'
मूर्ति की खरीदारी करने पहुंचे स्थानीय युवक रवि ने बताया कि मूर्तियों की फिनिशिंग बहुत बढ़िया दिख रही है. देखने में काफी खूबसूरत लग रही है. एक अन्य ग्राहक राहुल ने बताया कि इन मूर्तियों को लेकर जाने में कोई समस्या नहीं होती और टूटने-फूटने का डर कम रहता है. इसलिए वह प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी माता सरस्वती की मूर्तियां खरीदने आए हैं.

Intro:सरस्वती पूजा आने में अब चंद दिन ही बचे हैं और सरस्वती पूजा को लेकर बाजार में तैयारियां दिखने लगी है. जहां मिट्टी से बने मूर्ति भारी होते हैं वही प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियां इनकी तुलना में काफी हल्की होती हैं और यही कारण है कि इस बार बाजार में प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों की डिमांड काफी ज्यादा है. पटना के बेली रोड पर राजस्थान से आए कारीगरों ने पीओपी से माता सरस्वती की मूर्तियां बनाकर तैयार की हैं और अब इन्हें स्थापना का इंतजार है. बेली रोड पर काफी संख्या में राजस्थान के कार्यक्रम मौजूद हैं और सभी के पास प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी हुई माता सरस्वती की 100 से डेढ़ सौ प्रतिमाएं मौजूद हैं जो ग्राहकों का इंतजार कर रही हैं.


Body:राजस्थान से आकर बिहार में माता सरस्वती की मूर्ति को आखिरी रूप दे रहे कारीगर राणा ने बताया कि उनके आज ₹200 से लेकर ₹3000 तक के रेंज में सरस्वती जी की मूर्तियां मौजूद हैं. उन्होंने बताया कि साइज के हिसाब से मूर्तियों का रेंज डिफर करता है. उन्होंने बताया कि जो सबसे बड़ी मूर्ति है वह ₹3000 में बिक रही है. उन्होंने बताया कि यह मूर्तियां मिट्टी से बनी मूर्तियों की तुलना में बहुत ही ज्यादा हल्की होती हैं और इन्हें घर ले जाने में भी सहूलियत होती है.

माता सरस्वती की प्रतिमा को आखिरी रूप दे रहे एक अन्य कारीगर वैभव ने बताया कि उनके पास 200 से लेकर 4500 रुपए तक के बीच में सरस्वती मां की मूर्तियां मौजूद हैं और लोग भी काफी संख्या में पहुंच रहे हैं और खरीद रहे हैं. उन्होंने कहा कि जैसे ही सरस्वती पूजा का दिन और नजदीक आएगा मूर्तियों की डिमांड बढ़ जाती है. उन्होंने बताया कि हर बार उनके लगभग सभी मूर्तियां बिक जाती हैं. वैभव ने बताया कि वह प्लास्टर ऑफ पेरिस और नारियल के जूट से मूर्तियों का निर्माण करते हैं. उन्होंने बताया कि मिट्टी की मूर्तियों की तुलना में प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियां ले जाने और ले आने में ज्यादा सेफ होते हैं.


Conclusion:मूर्ति की खरीदारी करने पहुंचे रवि ने बताया कि मूर्तियों की फिनिशिंग बहुत बढ़िया दिख रही है और देखने में काफी खूबसूरत लग रही है. वहीं एक अन्य ग्राहक राहुल ने बताया कि इन मूर्तियों को लेकर जाने में कोई समस्या नहीं होती और टूटने फूटने का डर कम रहता है इसलिए वह प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी माता सरस्वती की मूर्तियां खरीदने आए हैं. उन्होंने बताया कि यहां मूर्तियों का डिफरेंट रेंज और वैरायटी मौजूद है और सभी देखने में बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक लग रहे हैं.

आपको बता दें कि पुआल और मिट्टी से बनी सरस्वती की प्रतिमाओं से ज्यादा धीरे-धीरे आजकल प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियां ज्यादा बिक रहे हैं. मिट्टी और पुआल से बनी मूर्तियां वजन में थोड़े भारी होते हैं जबकि प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियां काफी हल्के होते हैं यही वजह है कि लोग प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियां खरीदने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं. हालांकि प्लास्टर ऑफ पेरिस पानी में आसानी से घुलता नहीं है और यह पानी को दूषित करता है बावजूद इसके बाजार में धड़ल्ले से प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियां बन रही है और बिक भी रही है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.