पटना: बिहार में एक बार फिर से पूर्ण लॉकडाउन लग गया है. 31 जुलाई तक पूरे प्रदेश में लॉकडाउन रहेगा. सीएम नीतीश कुमार ने हाईलेवल मीटिंग के बाद ये फैसला लिया है. बता दें कि मुख्य सचिव, गृह सचिव समेत कई विभागों के अफसरों के साथ सीएम ने मंगलवार की सुबह बैठक की थी.
वीडियो कांफ्रेंसिंग से बैठक
जून महीने में जहां एक दिन में पॉजिटिव केस मिलने की रफ्तार 200 से 250 थी, उसने जुलाई महीने में रफ्तार पकड़ ली है. यह रफ्तार अब रोज 1100 से 1200 केस तक पहुंच चुकी है. लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए 7 जुलाई को मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कई जिले के डीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंस से बैठक की है.
बढ़ते मामलों का आकलन
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने निर्देश दिया कि डीएम अपने-अपने क्षेत्र में कोरोना के बढ़ते मामलों का आकलन करें और आवश्यकता के आधार पर आंशिक लॉकडाउन का निर्णय लें. मुख्य सचिव के निर्देश के बाद पहले भागलपुर, इसके बाद 10 जुलाई से पटना में आंशिक लॉकडाउन लागू किया गया. अगले ही दिन करीब 15 जिलों में आंशिक लॉकडाउन लगा दिया गया.
मंगलवार को लिया जाएगा फैसला
अब सरकार ने लॉकडाउन को लेकर कठोर कदम उठाने का फैसला किया है. सरकार राज्य में पूर्ण लॉकडाउन पर मंथन कर रही है. मंगलवार को अधिकारियों के साथ इस बिंदु पर समीक्षा होगी. इसके बाद पूरे प्रदेश में एक साथ लॉकडाउन लगाया जा सकता है.
पूर्ण लॉकडाउन पर विचार
राज्य के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सरकार पूर्ण लॉकडाउन पर विचार कर रही है. मंगलवार तक इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा. बता दें प्रदेश में पहली बार राज्य सरकार ने 23 मार्च की रात से लॉक डाउन प्रभावी किया गया था. इसके बाद केंद्र सरकार ने राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन किया. जिसकी मियाद दो बार बढ़ाई गई.
देश के साथ-साथ बिहार में भी 31 मई तक लॉकडाउन रहा. इसके बाद एक जून से अनलॉक 1.0 और जुलाई से अनलॉक 2.0 प्रभावी किया गया. अनलॉक शुरू होने के साथ ही कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे. जिसके बाद प्रदेश के कुछ जिलों में आंशिक लॉकडाउन किया गया. जिसे अब पूर्ण लॉकडाउन में बदलने की तैयारी है.