पटना: विकासशील इंसान पार्टी के तीनों विधायकों के बीजेपी में शामिल हो जाने के बाद वीआईपी चीफ मुकेश सहनी (VIP Chief Mukesh Sahani) सियासी तौर पर अकेले पड़ गए हैं. ना तो कोई विधायक उनके साथ है और ना ही गठबंधन का कोई सहयोगी दल उनको समर्थन देता दिख रहा है. बीजेपी से ठुकराए जाने के बाद अब मुकेश सहनी को कांग्रेस का ऑफर (Congress Offers Mukesh Sahani) मिला है. कांग्रेस प्रवक्ता प्रेमचंद्र मिश्रा (Congress Spokesperson Premchandra Mishra) ने कहा कि बीजेपी के मुंह में खून लगा हुआ है. अब वो अपने सहयोगी को भी नहीं छोड़ती है. ऐसे में मेरा तो मानना है कि वीआईपी चीफ को अच्छा निर्णय लेना चाहिए और अच्छी पार्टी के साथ जुड़ जाना चाहिए.
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मुकेश सहनी को कांग्रेस का ऑफर: कांग्रेस प्रवक्ता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि अभी मुकेश सहनी की उम्र काफी कम है. ऐसे में उनको सही निर्णय लेते हुए हमारे साथ आ जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पहले उनको आरजेडी से धोखा मिला और फिर बीजेपी ने भी धोखा दिया. अब वो जेडीयू पर भरोसा कर रहे हैं लेकिन उन्हें कुछ मिलने वाला नहीं है.
कांग्रेस खंजर नहीं मारेगी: प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि मुकेश सहनी लगातार पिछले कई सालों से धोखा खा रहे हैं, फिर भी वो अच्छा निर्णय क्यों नहीं ले पा रहे हैं. उन्हें आंख मूंदकर कांग्रेस से हाथ मिलाना चाहिए और अपने राजनीतिक रास्ते के मार्ग को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ठीक यही होता कि मुकेश सहनी कांग्रेस की विचारधारा के साथ आ जाएं और अपना राजनीतिक सफर को आगे बढ़ाएं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस में उनको पूरा सम्मान मिलेगा. हम लोग उनको औरों की तरह पीठ में खंजर नहीं मारेंगे.
"मुकेश सहनी लगातार पिछले कई सालों से धोखा खा रहे हैं, फिर भी वो अच्छा निर्णय क्यों नहीं ले पा रहे हैं. उन्हें आंख मूंदकर कांग्रेस से हाथ मिलाना चाहिए और अपने राजनीतिक रास्ते के मार्ग को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए. कांग्रेस पार्टी में ही उनको सम्मान मिलेगा. कम से कम उनको कांग्रेस में कोई पीठ में खंजर तो नहीं मारेगा"- प्रेमचंद्र मिश्रा, विधान पार्षद, कांग्रेस
मैं किसी के सामने झुकूंगा नहीं: इससे पहले आज सुबह मुकेश सहनी ने मीडिया से बीतचीत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ने पर टारगेट किया जा रहा है. देश के प्रधानमंत्री का विरोध करने की बातें कही गई. मेरी जो बातें हैं वो किसके सामने रखूंगा. बीजेपी को लगता है कि देश के पीएम उनके हैं लेकिन पीएम पूरी जनता के हैं. हमारे भी प्रधानमंत्री हैं. अपने समाज के हक की बात उनसे नहीं करेंगे तो किससे करेंगे. यूपी में तो जदयू ने भी चुनाव लड़ा था आपने तो उनके सामने कोई बात नहीं रखी. आपको जो निर्णय लेना था, आपने लिया है. हमें बिहार की जनता के लिए काम करना है. जबतक मेरे शरीर में सांस है अपने समाज के लोगों के हक अधिकार के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा. किसी के सामने कभी नहीं झुकूंगा. चाहे दुनिया का कोई भी ताकत क्यों न हो. कंधे से कंधा मिलाकर चल सकता हूं. चार बात अगर आपकी मानता हूं तो चार बात मेरी भी माननी पड़ेगी. अगर आप कहेंगे कि मैं शहंशाह हूं तो मैं दुनिया में धरती में किसी को भी शहंशाह मानने के लिए तैयार नहीं हूं.
इस्तीफे पर मुख्यमंत्री करेंगे फैसला: मुकेश सहनी ने इस्तीफे की बात पर कहा कि 'यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है. उन्हें जो लगेगा वो करेंगे. हम नीतीश कुमार के निर्णय के साथ रहेंगे. इसका जवाब आपको सीएम नीतीश देंगे. हमारे विधायक चले गए. अगर मैं मंत्री नहीं रहता तो समाज के लिए काम नहीं कर पाता. आगे भी मैं ऐसा कोई काम नहीं करूंगा जिससे मेरे समाज के काम पर ब्रेक लगे. कुछ लोग सोचते हैं कि इसको हटाएंगे. उनके ऊपर छोड़ दीजिए वो क्या करते हैं.'
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