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नीतीश से मुलाकात के बाद भी नरम नहीं हुए pk के तेवर, NRC को बताया 'नागरिकता की नोटबंदी'

प्रशांत किशोर के एनआरसी पर तेवर कम नहीं हो रहे हैं. उनका कहना है कि अगर देश भर में एनआरसी लागू की जाती है तो सबसे ज्यादा गरीब लोग इसके प्रभाव में आएंगे.

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प्रशांत किशोर
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Published : Dec 15, 2019, 12:03 PM IST

पटनाः जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मुद्दे पर अपने पुराने स्टैंड पर कायम हैं. सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात करने के बाद भी उनके तेवर में कोई कमी नहीं आयी है. वहीं, प्रशांत किशोर ने ताजा ट्वीट में एनआरसी के प्रभाव में आने वाले लोगों को लेकर आशंका जाहिर की है.

सीएम नीतीश से मुलाकात के बाद रविवार सुबह प्रशांत किशोर ने एनआरसी पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'राष्ट्रव्यापी एनआरसी का आइडिया नागरिकता के नोटबंदी की तरह है. यह तब तक अमान्य है, जब तक आप इसे साबित नहीं करते. पीके ने आगे लिखा कि हम अपने अनुभवों से जानते हैं कि इससे सबसे ज्यादा प्रभावित गरीब और हाशिये पर रहने वाले लोग होंगे.

  • The idea of nation wide NRC is equivalent to demonetisation of citizenship....invalid till you prove it otherwise.

    The biggest sufferers would be the poor and the marginalised...we know from the experience!!#NotGivingUp

    — Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 15, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पुराने स्टैंड पर पीके कायम
बता दें कि प्रशांत किशोर संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन करने पर पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सीमा में रहने की नसीहत भी दी. हालांकि पीके लगातार ट्वीट कर नागरिकता कानून को लेकर पार्टी नेतृत्व को कटघरे में खड़ा करते रहे हैं. तल्ख तेवर के बीच शनिवार को पीके की मुलाकात सीएम नीतीश से हुई. तकरीबन डेढ़ घंटे तक सीएम नीतीश कुमार से बातचीत की. इसके बाद उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक पर हम पुराने स्टैंड पर कायम हैं.

patna
सीएम नीतीश से मुलाकात कर मीडिया को संबोधित करते प्रशांत किशोर

हरियाली यात्रा के बाद नीतीश करेंगे स्टैंड क्लीयर
मीडिया से बातचीत में पीके ने कहा कि नागरिकता कानून को अगर एनआरसी को जोड़ा जाता है, तो ये खतरनाक है. मेरी पार्टी एनआरसी का विरोध कर रही है. जेडीयू उपाध्यक्ष के मुताबिक नागरिकता कानून पर मुख्यमंत्री जल जीवन हरियाली यात्रा के बाद सीएम नीतीश कुमार अपना स्टैंड क्लीयर करेंगे.

ये भी पढ़ेंः NDA नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर बंटा, NRC होगी बड़ी चुनौती

बीजेपी की प्रतिक्रिया पर पीके का ट्वीट
वहीं, प्रशांत किशोर के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा था कि नागरिकता संशोधन कानून पर सीएम नीतीश कुमार, आरसीपी सिंह, ललन सिंह ने सरकार का समर्थन किया है. इस मुद्दे को लेकर अगर कोई नेता विरोध करता है, तो उसका कोई मतलब नहीं है. बीजेपी अपने संकल्प पत्र के साथ प्रतिबद्ध हैं. मोदी सरकार अब एनआरसी पर काम करेगी. 2024 चुनाव से पहले सभी वादे भाजपा पूरी कर लेगी. जिसके बाद पीके ने ट्वीट कर अपनी अपनी आशंका जाहिर की है.

पटनाः जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के मुद्दे पर अपने पुराने स्टैंड पर कायम हैं. सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात करने के बाद भी उनके तेवर में कोई कमी नहीं आयी है. वहीं, प्रशांत किशोर ने ताजा ट्वीट में एनआरसी के प्रभाव में आने वाले लोगों को लेकर आशंका जाहिर की है.

सीएम नीतीश से मुलाकात के बाद रविवार सुबह प्रशांत किशोर ने एनआरसी पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, 'राष्ट्रव्यापी एनआरसी का आइडिया नागरिकता के नोटबंदी की तरह है. यह तब तक अमान्य है, जब तक आप इसे साबित नहीं करते. पीके ने आगे लिखा कि हम अपने अनुभवों से जानते हैं कि इससे सबसे ज्यादा प्रभावित गरीब और हाशिये पर रहने वाले लोग होंगे.

  • The idea of nation wide NRC is equivalent to demonetisation of citizenship....invalid till you prove it otherwise.

    The biggest sufferers would be the poor and the marginalised...we know from the experience!!#NotGivingUp

    — Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 15, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पुराने स्टैंड पर पीके कायम
बता दें कि प्रशांत किशोर संसद में नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन करने पर पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सीमा में रहने की नसीहत भी दी. हालांकि पीके लगातार ट्वीट कर नागरिकता कानून को लेकर पार्टी नेतृत्व को कटघरे में खड़ा करते रहे हैं. तल्ख तेवर के बीच शनिवार को पीके की मुलाकात सीएम नीतीश से हुई. तकरीबन डेढ़ घंटे तक सीएम नीतीश कुमार से बातचीत की. इसके बाद उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक पर हम पुराने स्टैंड पर कायम हैं.

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सीएम नीतीश से मुलाकात कर मीडिया को संबोधित करते प्रशांत किशोर

हरियाली यात्रा के बाद नीतीश करेंगे स्टैंड क्लीयर
मीडिया से बातचीत में पीके ने कहा कि नागरिकता कानून को अगर एनआरसी को जोड़ा जाता है, तो ये खतरनाक है. मेरी पार्टी एनआरसी का विरोध कर रही है. जेडीयू उपाध्यक्ष के मुताबिक नागरिकता कानून पर मुख्यमंत्री जल जीवन हरियाली यात्रा के बाद सीएम नीतीश कुमार अपना स्टैंड क्लीयर करेंगे.

ये भी पढ़ेंः NDA नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर बंटा, NRC होगी बड़ी चुनौती

बीजेपी की प्रतिक्रिया पर पीके का ट्वीट
वहीं, प्रशांत किशोर के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा था कि नागरिकता संशोधन कानून पर सीएम नीतीश कुमार, आरसीपी सिंह, ललन सिंह ने सरकार का समर्थन किया है. इस मुद्दे को लेकर अगर कोई नेता विरोध करता है, तो उसका कोई मतलब नहीं है. बीजेपी अपने संकल्प पत्र के साथ प्रतिबद्ध हैं. मोदी सरकार अब एनआरसी पर काम करेगी. 2024 चुनाव से पहले सभी वादे भाजपा पूरी कर लेगी. जिसके बाद पीके ने ट्वीट कर अपनी अपनी आशंका जाहिर की है.

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prashant kishor tweet on nrc


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