पटना: लालू प्रसाद की बायोग्राफी 'गोपालगंज से रायसीना' का विवाद अभी थमा नहीं है. किताब में नीतीश कुमार के महागठबंधन में वापसी की चर्चा अभी भी जोरों पर है. तेजस्वी के बाद राबड़ी देवी के आरोपों पर जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने लालू परिवार को जवाब दिया है.
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Those convicted or facing charges of abuse of public office and misappropriation of funds are claiming to be the custodians of truth.@laluprasadrjd जी जब चाहें, मेरे साथ मीडिया के सामने बैठ जाएं, सबको पता चल जाएगा कि मेरे और उनके बीच क्या बात हुई और किसने किसको क्या ऑफर दिया।
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) April 13, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">Those convicted or facing charges of abuse of public office and misappropriation of funds are claiming to be the custodians of truth.@laluprasadrjd जी जब चाहें, मेरे साथ मीडिया के सामने बैठ जाएं, सबको पता चल जाएगा कि मेरे और उनके बीच क्या बात हुई और किसने किसको क्या ऑफर दिया।
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— Prashant Kishor (@PrashantKishor) April 13, 2019
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नीतीश कुमार माफ़ी और अनेकों प्रकार की लुभावनी डील के साथ महागठबंधन में आने को गिड़गिड़ा रहे थे। बार-बार उनके कबूतर चिट्ठी लेकर आ रहे थे।एकबार उनके दूत को इस विषय पर बात करने पर मैंने उसे घर से निकाल दिया था।
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) April 12, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
जनता के विश्वास और वोटों का सौदा करने वाले पलटू किसी के भी सगे नहीं है।
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— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) April 12, 2019
जनता के विश्वास और वोटों का सौदा करने वाले पलटू किसी के भी सगे नहीं है।नीतीश कुमार माफ़ी और अनेकों प्रकार की लुभावनी डील के साथ महागठबंधन में आने को गिड़गिड़ा रहे थे। बार-बार उनके कबूतर चिट्ठी लेकर आ रहे थे।एकबार उनके दूत को इस विषय पर बात करने पर मैंने उसे घर से निकाल दिया था।
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) April 12, 2019
जनता के विश्वास और वोटों का सौदा करने वाले पलटू किसी के भी सगे नहीं है।
बता दें राबड़ी देवी ने शुक्रवार को ट्वीट करके पीके को नीतीश कुमार का ‘कबूतर’ करार देते हुए कहा कि कई प्रकार की लुभावनी डील के साथ वह बार-बार चिट्ठी लेकर आते थे. एक बार तो मैंने खुद उन्हें अपने घर से बाहर जाने के लिए कह दिया था. राबड़ी ने कहा कि प्रशांत किशोर झूठ बोल रहे हैं. वह पांच बार लालूजी से मिले थे. जनता के विश्वास और वोटों का सौदा करने वाले पलटू किसी के भी सगे नहीं हैं.