पटना: रेलवे जंक्शन पर कल देर शाम जीएम एलसी त्रिवेदी ने पर्यटन पर्व का शुभारंभ किया. लेकिन उसके ठीक अगले ही दिन वहां सन्नाटा पसरा दिखा. दरअसल स्टेशन परिसर में कुम्हरों को जगह दी गयी थी ताकि वो मिट्टी के दिये बनाकर यात्रियों को स्वदेशी सामानों का इस्तेमाल करने के प्रति जागरूक कर सकें. लेकिन कुम्हार पूरे दिन लापता रहे. जंक्शन प्रबंधन द्वारा कुम्हार को एलॉट की गई जगह पर यात्री अपने ट्रेन के इंतजार में बैठे दिखाई पड़े.
नए एसी वेटिंग हॉल के इंट्री गेट के बगल में कुम्हारों को जगह दी गई है. लेकिन आज वहां ना चाक था ना मिट्टी. पर्यावरण पर्व का बैनर सिर्फ लगा दिखाई पड़ा जिसमें यह बताया गया है कि 15 दिनों तक यहां पर्यावरण पर्व मनाया जाएगा और इस दीपावली के मौके पर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जायेगा.
गायब दिखे कुम्हार
यात्रियों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने का 15 दिनों का जो मुहिम है, वह उद्घाटन के बाद पूरी तरह से शिथिल दिखाई पड़ रहा है. बता दें कि महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ पर पर्यावरण संरक्षण के तहत पर्यटन पर्व मनाया जा रहा है. इस दौरान स्वदेशी सामानों और भारतीय संस्कृति को प्रोत्साहित किया जा रहा है. पर्यटन पर्व पटना जंक्शन पर 15 दिनों तक मनाया जाएगा. 24 अक्टूबर को इसका समापन होगा.