पटना: बिहार समेत पूरे देश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. कोरोना महामारी के चलते बिगड़े हालात ने सभी को प्रभावित किया है. एक तरफ जहां बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हैं दूसरी तरफ बहुत से लोग संक्रमित तो नहीं हुए हैं, लेकिन कोरोना संबंधी खबरें देखकर और पढ़कर मानसिक तौर पर बेहद परेशान हैं. मनोचिकित्सक बिंदा सिंह का कहना है कि कोरोना महामारी को हराने के लिए पॉजिटिविटी जरूरी है. ऐसे मुश्किल भरे वक्त में खुद को मजबूत बनाए रखना और हौसला रखना जरूरी है. नेगेटिविटी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है.
यह भी पढ़ें- पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को हुआ कोरोना, डीडीयू अस्पताल में भर्ती
कोरोना के चलते तनाव में हैं लोग
बिहार में एक तरफ संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही है दूसरी तरफ कई ऐसे परिवार हैं जिसमें कोई भी व्यक्ति संक्रमित नहीं, लेकिन वे घरों में कैद हैं. ऐसे लोग आसपास की स्थिति देखकर बेहद हताश और परेशान हैं. पटना के रूपसपुर में रहने वाले अरविंद कुमार दो बेटियों के पिता हैं. अरविंद कुमार ने कहा "मेरा परिवार संक्रमण से बचा हुआ है, लेकिन पड़ोस और मोहल्ले के कई लोग संक्रमित हैं. उनमें से कई लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं. इसके चलते बेहद तनाव महसूस करता हूं. अगर मैं बीमार पड़ गया तो मुझे और मेरी बेटियों को देखने वाला कोई नहीं है."
दिन-रात सताती है चिंता
कंकड़बाग में रहने वाले राकेश कुमार को जब सर्दी खांसी हुई तो वह परेशान हो गए. उन्हें चिंता सता रही है कि कहीं कोरोना हो गया तो क्या होगा. पटना के ही एक निजी कंपनी में काम करने वाले सुमित कुमार ने कहा "मुझे तो काम के लिए बाहर निकलना पड़ता है. परिवार में कई लोग हैं. बच्चे भी हैं और बुजुर्ग भी. हमेशा यह चिंता सताती है कि अगर संक्रमण फैल गया तो क्या होगा. दिन-रात इसी चिंता में डूबा रहता हूं."
पटना के कदमकुआं इलाके में रहने वाली गृहिणी कुमारी शिखा संयुक्त परिवार में रहती हैं. शिखा ने कहा "परिवार के लिए चिंता लगी रहती है. बाहर की स्थिति बेहद डरावनी है. हमेशा अपने परिवार और बच्चों के लिए मन में भय बना रहता है."
डरें नहीं हौसला रखें
कोरोना के डर से चिंतित लोगों के लिए मनोचिकित्सक बिंदा सिंह ने सलाह दी है कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है. हौसला और सकारात्मक विचार रखें. डॉक्टर बिंदा सिंह ने कहा "लोग कोविड-19 की दूसरी लहर से बेहद डरे हुए हैं. लोगों की चिंता समझी जा सकती है. कोरोना के डर के चलते कई लोग खुद से दवाएं खरीदकर घर में रख रहे हैं. कई तो इतने अधिक डर गए हैं कि उनकी रातों की नींद चली गई है. लोग अपने परिवार को लेकर दहशत में हैं. अगर आप डरते हैं तो आपका इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है. रोग से लड़ने की शरीर की ताकत घट जाती है. इसके चलते लोगों को कोशिश करना चाहिए कि अपने घर में सकारात्मक माहौल बनाए रखें."
"तमाम परेशानियों के बावजूद यह भी देखना चाहिए कि जितने लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं उससे कई गुना ज्यादा लोग हर दिन स्वस्थ हो रहे हैं. इसलिए अपना हौसला बनाए रखना बहुत जरूरी है. घर पर रहिए, बाहर लॉकडाउन नहीं है फिर भी खुद को लॉकडाउन कीजिए. परिवार के साथ अच्छी फिल्में देखिए, अच्छे समय का आनंद लीजिए. कोरोना को हराने के लिए पॉजिटिविटी जरूरी है."- बिंदा सिंह, मनोचिकित्सक
यह भी पढ़ें- केंद्र पर बरसीं प्रियंका, बोलीं- यह सरकार दुबई में ISI से बात कर सकती है, विपक्ष से नहीं
यह भी पढ़ें- पटना एयरपोर्ट पर सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन, यात्रियों की संख्या बढ़ने से हो रही भारी भीड़