पटना: राहुल गांधी की संसद की सदस्यता समाप्त होने के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है. भारतीय जनता पार्टी के विधायक संजय सरावगी ने कहा कि 'जैसी करनी वैसी भरनी'. उन्होंने कहा कि जिस तरह का काम राहुल गांधी ने किया उन्हें उसकी सजा मिली है. जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस के विधायक कहते हैं कि कुछ समय मिलना चाहिए तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायकों को पता नहीं है जिसको 2 साल तक की सजा होती है निश्चित तौर पर उसकी सदस्यता जाती ही है.
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कानून सबके लिए हैः बिहार में भी ऐसे मामले पर कई विधायकों की सदस्यता गई है. जो कानून है वह सबके लिए है. कोई कुछ भी कहे लेकिन राहुल गांधी ने जो कर्म किया है उसका फल उन्हें मिला है. उन्होंने कहा कि उन पर कई मुकदमे हैं लगातार कानून पर कानून रोते रहते हैं. कानून तोड़ने वालों को लेकर जो सजा देनी है वह भी आप लोगों ने देखा है. उसके अनुसार ही उनकी लोकसभा की सदस्यता गई है. वहीं जदयू के विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि जिस तरह लोकतंत्र को लाठी तंत्र से भाजपा के लोग चला रहे हैं वह कहीं से भी ठीक नहीं है.
राहुल को कुछ समय देना चाहिएः जदयू के पार्षद ने कहा कि जिस तरह लोकसभा सचिवालय ने पत्र निर्गत किया है, हमें नहीं लगता है कि वह कहीं से भी उचित है. क्योंकि राहुल गांधी कांग्रेस के बड़े नेता हैं और उनके परिवार ने देश के लिए बहुत कुछ किया है. ऐसे बड़े नेताओं को लेकर जो फैसला लोकसभा सचिवालय ने दिया है वह गलत है. उन्हें कुछ समय देना चाहिए न्यायालय ने जो सजा दिया है उस पर भी लोकसभा सचिवालय को समय देने की जरूरत थी. लेकिन ऐसा नहीं किया गया.
"हमें लगता है कि मोदी सरकार के दबाव में आकर यह सब किया गया है. पूरा देश देख रहा है कि किस तरह राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त की गई है. इस तरह की राजनीति देश में भाजपा के लोग कर रहे हैं, क्या यही उनका नैसर्गिक न्याय है. कुछ भी हो जाए लेकिन जनता सब कुछ याद रखती है. समय आने पर ऐसे लाठी तंत्र वाले को जवाब जरूर मिलेगा"- नीरज कुमार, जदयू एमएलसी