पटना: बिहार में कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन लागू है. लेकिन कई जिलों में बालू का अवैध खनन हो रहा है. इसको लेकर खान एवं भूतत्व विभाग के प्रधान सचिव हरजोत कौर ने बिहार के डीजीपी एसके सिंघल को पत्र लिखा है. इस पत्र के जरिए हरजोत कौर ने बताया कि बालू खनन बंद होने के बाद भी पुलिस की मिलीभगत से अवैध रूप से बालू का खनन किया जा रहा है. पत्र मिलने के बाद बिहार पुलिस ने सफाई दी है. पुलिस मुख्यालय के एडीजी ने ईटीवी भारत के सवालों पर कहा कि लगातार कार्रवाई की जा रही है.
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खान एवं भूतत्व विभाग के प्रधान सचिव हरजोत कौर ने पत्र में इस बात का जिक्र किया है कि पटना, भोजपुर, सारण, औरंगाबाद और रोहतास जिले में अवैध रूप से बालू खनन किया जा रहा है. इस पर पुलिस मुख्यालय ने एक्शन लेते हुए भोजपुर एसपी राकेश कुमार दुबे के नेतृत्व में छापेमारी अभियान चलाया. इस दौरान बालू खनन में लगे 38 वाहनों को जब्त किया गया.
खान एवं भूतत्व विभाग के पत्र पर कार्रवाई
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार ने इस मामले में पुलिस का बचाव करते हुए कहा कि खान एवं भूतत्व विभाग की ओर से लिखे पत्र के मामले में कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि यह पुलिस की मिलीभगत का आरोप सही नहीं है. पुलिस खान एवं भूतत्व विभाग के अधिकारियों को सहयोग कर रही है. राज्य सरकार की नीति के अनुसार पुलिस मुख्यालय जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करती है. अगर कोई भी पुलिसकर्मी अवैध बालू खनन में संलिप्त पाए जाएंगे तो उन पर विभाग के साथ-साथ विधि सम्मत कार्रवाई भी की जाएगी.
'पुलिस अधिकारियों को दिया गया निर्देश'
इसके अलावा एडीजी ने कहा कि भोजपुर, सारण, औरंगाबाद और अरवल जिलों में पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि खनन विभाग के अधिकारियों को मदद के साथ-साथ खुद से भी निगरानी रखी जाए, ताकि बालू के अवैध खनन को रोका जा सके.